जयपुर :
जयपुर में गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी पत्नी सुनीता गहलोत संग इंदिरा रसोई में लंच करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने वहां न केवल आधे घंटे बैठकर भरपेट खाना खाया, बल्कि वहां की व्यवस्थाएं भी देख खुश हुए। इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद दूसरे लोग जो खाना खा रहे थे उनसे रसोई और वहां के भोजन के बारे में फीडबैक भी लिया। गहलोत संग इस दौरान मुख्य सचेतक डॉ. महेश जोशी, उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी और मेयर मुनेश गुर्जर ने भी खाना खाया।
जयपुर के जलमहल स्थित इंदिरा रसोई में पहुंचे गहलोत ने वहां बैठकर भरपेट खाना खाया। इस दौरान उनकी थाली चपाती के साथ दाल, मंगोड़ी की सब्जी, सलाद और चावल परोसे गए। खाना खाने से पहले गहलोत खुद रसोई के अंदर गए और वहां बन रहे खाने की क्वालिटी और वहां की साफ-सफाई का जायजा लिया। रसोई में खाना खाने के बाद गहलोत ने वहां मौजूद महिलाओं जो खाना खा रही थी उनसे खाने की क्वालिटी और रसोई के बारे में भी फीडबैक लिया। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए गहलोत ने बताया कि हमारा सपना था कि प्रदेश में कोई भी गरीब तबका भूखा न रहे, इसको ध्यान में रखते हुए इन रसोई की शुरुआत की गई। आज हम 8 रुपए में लोगों को बैठाकर भरपेट भोजन करवा रहे है, जबकि 17 रुपए का अनुदान सरकार दे रही है। पिछली सरकार में ऐसा नहीं था। पिछली सरकार में 12 रुपए का अनुदान सरकार देती थी।
हर मंत्री या जनप्रतिनिधि महीने में एक बार जरूरी खाना खाए
गहलोत ने बताया कि मैंने अपने सभी मंत्री, विधायकों को कहा कि वह अपने-अपने क्षेत्र में संचालित इंदिरा रसोई में जाकर भोजन जरूर करें। हर महीने कम से कम एक बार तो जरूर जाए। इसके पीछे दो कारण है, पहला जो लोग यहां भोजन करने आते है उन्हें सम्मान मिलेगा। उन्हें लगेगा कि जनप्रतिनिधि भी यहां भोजन कर रहे है हमारे साथ। वहीं दूसरा यहां के खाने की गुणवत्ता का भी पता चलता रहेगा।