नई दिल्ली :-गूगल दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक है। इसकी पैरेंट कंपनी अल्फाबेट दुनियाभर में कई जॉब्स भी प्रोवाइड कराती है। पर जल्द ही अल्फाबेट एक सख्त कदम उठाने जा रहा है जिससे हज़ारों लोगों की नौकरी पर तलवार लटकने वाली है।
दुनिया में बच्चा-बच्चा गूगल (Google) के नाम से वाकिफ है। गूगल सिर्फ एक सर्च इंजन ही नहीं, बल्कि अमरीका बेस्ड एक टेक कंपनी है और दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक है। गूगल की तरफ से लोगों को कई सारी सर्विस प्रोवाइड कराई जाती है। इसके साथ ही दुनियाभर में गूगल बड़ी संख्या में जॉब्स भी प्रोवाइड कराता है। पर लाखों लोगों को नौकरी देने वाली इस कंपनी ने हाल ही में एक बड़ा और सख्त फैसला लिया है। इससे कई लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा।
12,000 लोगों को नौकरी से निकाला जाएगा
गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट (Alphabet) ने आज शुक्रवार, 20 जनवरी को जानकारी देते हुए बताया कि करीब 12,000 लोगों को नौकरी से निकाला जाएगा। अल्फाबेट की तरफ से ये लेऑफ ग्लोबली किया जाएगा।
क्या है बड़े लेवल पर छंटनी की वजह?
गूगल/अल्फाबेट की तरफ से 12,000 लोगों को नौकरी से निकालना बड़े लेवल पर वर्कर्स की छंटनी है। इसकी वजह बदल रही इकोनॉमी बताई जा रही है। कंपनी की तरफ से जानकारी दी गई कि इकोनॉमी तेज़ी से बदल रही है और इसमें अनिश्चितता भी बढ़ रही है। इसी वजह से कंपनी को यह कदम उठाना पड़ रहा है।
सुंदर पिचाई ने दी वर्कर्स को जानकारी
कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई (Sundar Pichai) ने इस बात की जानकारी एक ईमेल के ज़रिए वर्कर्स को दी। पिचाई ने अपने ईमेल में लिखा, “पिछले दो सालों में हमने इकोनॉमी में काफी ग्रोथ देखी। उस ग्रोथ के साथ तालमेल बनाने के लिए हमने कई लोगों को नौकरी पर रखा। पर आज की इकोनॉमी की वास्तविकता बिलकुल अलग है। हमने कंपनी के उत्पाद क्षेत्रों और कार्यों में एक कठोर समीक्षा की है और यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि हमारी कंपनी के लोग और उन्हें दिए जाने वाले रोल्स एक कंपनी के रूप में हमारी सबसे बेहतर प्राथमिकता के अनुरूप हो। ऐसे में हम जिन रोल्स को अब खत्म कर रहे हैं, वो कंपनी की उसी कठोर समीक्षा का एक रिज़ल्ट है। ऐसे में कंपनी से 12,000 लोगों की वर्कफोर्स को कम किया जा रहा है।”
अन्य टेक कंपनियाँ भी उठा चुकी है यह कदम
हाल ही में अमरीका बेस्ड कुछ अन्य ग्लोबल टेक कंपनियाँ भी इस तरह बड़े लेवल पर अपने वर्कर्स को नौकरी से निकालने का कदम उठा चुकी हैं। इसी महीने अमेज़ॉन (Amazon) 18,000 लोगों को और माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) 10,000 लोगों को नौकरी से निकाल चुके हैं।