मोदी को ग्रीस का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान:भारतीयों से बोले PM-जश्न का माहौल हो तो अपनों के पास पहुंचने का मन करता है

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एथेंस:-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिन के दौरे पर ग्रीस में हैं। उन्होंने शुक्रवार रात यहां भारतीयों को संबोधित किया। चंद्रयान-3 की कामयाबी पर कहा- जब जश्न का माहौल होता है तो मन करता है कि जल्द से जल्द परिवार के बीच पहुंच जाएं। मैं भी अपने परिवार के लोगों के बीच पहुंच गया।

पीएम ने कहा- सावन के महीने में भारत ने एक अहम कामयाबी हासिल की है। हम चंद्रमा के साउथ पोल पर पहुंचने वाले पहले देश बन गए हैं। भारत को दुनिया से बधाई संदेश मिल रहे हैं।

ग्रीस सरकार ने मुझे दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान दिया है। इस सम्मान के हकदार आप और 140 करोड़ भारतीय हैं।

मोदी की स्पीच की कुछ और अहम बातें

  • इकोनॉमी बढ़ती है तो देश तेजी से गरीबी से निकलता है। भारत में पांच साल में साढ़े तेरह करोड़ नागरिक गरीबी से बाहर आ गए हैं। हर भारतीय और हर परिवार की आय में बढ़तरी हो रही है।
  • अब हमारे लोग ज्यादा कमाते हैं तो ज्यादा इन्वेस्ट भी करते हैं। आज 40 लाख करोड़ रुपए म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट कर चुके हैं। भारत आत्मविश्वास से लबालब है।
  • आज का भारत अपनी साइंस, टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के दम पर दुनिया में छा रहा है। 2014 के बाद 25 लाख किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर बिछाया गया है। यह धरती-चंद्रमा की दूरी से 6 गुना ज्यादा है। 9 साल में हमने गांव में जितनी सड़कें बनाई हैं, वो धरती से चंद्रमा की दूरी के बराबर है।
  • ग्रीस वो जगह है जहां ओलिंपिक का जन्म हुआ। भारत में भी खेलों का कल्चर बढ़ रहा है। हमारे नीरज चोपड़ा ने ओलिंपिक मेडल जीता। पहले हमने जितने मेडल जीते, उतने तो अब हमने एक ही बार में जीत लिए।
  • ​​​​​​​यूक्रेन में जंग हुई तो हमने अपने हजारों बच्चों को वहां से निकाला। अफगानिस्तान से हम अपने सिख भाइयों और पवित्र ग्रंथ को पूरे सम्मान के साथ वापस लाए। आप सभी परिश्रमी साथियों का अभिनंदन। आपका धन्यवाद।

डेलिगेशन लेवल की बातचीत भी हुई
इससे पहले दोनों देशों के बीच डेलिगेशन लेवल की बातचीत हुई। इसके बाद जॉइंट स्टेटमेंट में PM ने कहा- हम पुराने दोस्तों की तरह एक-दूसरे को समझते हैं। हम 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार दोगुना करेंगे। PM ने ग्रीस के जंगलों में लगी आग में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धांजलि दी।

वहीं राष्ट्रपति कैटरीना सकेलारोपोउलो ने PM मोदी को सेरिमोनियल वेलकम दिया। उन्हें ग्रीस के दूसरे सर्वोच्च सम्मान ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर’ से सम्मानित किया गया। मोदी ने कहा- मैं इस सम्मान के लिए राष्ट्रपति, ग्रीस की सरकार और लोगों को धन्यवाद देता हूं। यह ग्रीस के लोगों का भारत के प्रति आदर भाव दर्शाता है। बाद में फॉरेन सेक्रेटरी विनय क्वात्रा ने कहा कि मोदी इस सम्मान को पाने वाले पहले हेड ऑफ द स्टेट हैं।

दोनों देशों का जॉइंट स्टेटमेंट
ग्रीस के प्रधानमंत्री ने कहा- मोदी मेरे दोस्त हैं। कहा जाता है कि 1+1 = 11 भी होते हैं। यहां हम दोनों देशों के बीच दोस्ती की मिसाल कायम करना चाहते हैं। एक देश अगर दुनिया की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी है तो दूसरा दुनिया का पहला लोकतंत्र। चंद्रयान-3 मिशन की कामयाबी के लिए भारत को बधाई।

इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक रिश्ते हैं। आज वक्त की जरूरत के मुताबिक- हम डिफेंस, सिक्योरिटी, इन्फ्रास्ट्रक्चर, एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट जैसे अहम सेक्टर्स में साथ काम कर सकते हैं। दोनों देशों के बीच NSA लेवल की बातचीत भी शुरू होगी।

PM मोदी के संबोधन की बड़ी बातें

  • हमारे बीच जियोपॉलिटिकल मुद्दों को लेकर तालमेल है। चाहे वो इंडो-पैसिफिक हो या भूमध्य सागर हो।
  • 40 सालों के लंबे अंतराल के बाद भारत के किसी प्रधानमंत्री का ग्रीस आना हुआ है। इसके बावजूद हमारे संबंधों की गहराई कम नहीं हुई है।
  • हम अपनी स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को मजबूती देंगे। हमने रक्षा उद्योगों को बल देने पर सहमति जताई। आतंकवाद के मुद्दों पर चर्चा की गई।
  • हमने तय किया है कि हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच बातचीत के लिए प्लेटफॉर्म होना चाहिए। हम 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करेंगे।
  • कृषि क्षेत्र में सहयोग के लिए एक एग्रीमेंट साइन किया गया है। पीपुल टु पीपुल संबंधों को बढ़ाने के लिए काम करना चाहिए। हमने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा की।
  • चंद्रयान की सफलता सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की है। इससे सभी वैज्ञानिकों को मदद मिलेगी।
  • मुझे ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ ऑनर का सम्मान दिया गया।140 करोड़ भारतीयों की तरफ से मैंने ये सम्मान स्वीकार किया।

भारतीय समुदाय ने मोदी का स्वागत किया
एथेंस पहुंचे PM मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। एयरपोर्ट के बाहर भारतीय मूल के लोगों ने उनका ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने ‘टॉम्ब ऑफ अननोन सोल्जर’ पर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।

भारतीय समुदाय ने मोदी को ग्रीस का पारंपरिक मुकुट भी पहनाया, जिसे हेड्रेस कहा जाता है। इससे पहले PM मोदी शुक्रवार सुबह करीब 9 बजे एक दिन के दौरे पर यूरोपीय देश ग्रीस की राजधानी एथेंस पहुंचे थे। यहां एयरपोर्ट पर विदेश मंत्री जॉर्ज जेरापेट्रिटिस ने उन्हें रिसीव किया था।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ग्रीस काफी समय से भारत की ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल को खरीदने में दिलचस्पी दिखाता रहा है। ऐसे में PM मोदी के दौरे पर ग्रीस को ब्रह्मोस मिसाइल मिलने पर डील हो सकती है।

PM मोदी भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करेंगे
दोनों देशों के बीच ट्रेड, टेक्नोलॉजी से लेकर डिफेंस को-ऑपरेशन पर चर्चा की जाएगी। PM को सेरेमोनियल रेसेप्शन दिया जाएगा। वो ग्रीस के प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोताकिस से मुलाकात करेंगे। मोदी ग्रीस के PM की तरफ से रखे गए बिजनेस लंच में शामिल होंगे।

वो ग्रीस की मशहूर हस्तियों से भी मुलाकात करेंगे। इसके बाद वो भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करेंगे। ग्रीक सिटी टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक PM मोदी के साथ 12 भारतीय बिजनेसमैन भी एथेंस पहुंचे हैं। इनकी मुलाकात ग्रीस के बिजनेसमैन से कराई जाएगी।

1983 में इंदिरा गांधी ग्रीस गईं थीं
बता दें कि 40 साल बाद भारत का कोई प्रधानमंत्री ग्रीस के दौरे पर है। इंदिरा गांधी के बाद ग्रीस जाने वाले मोदी दूसरे प्रधानमंत्री हैं। इंदिरा ने 1983 में ग्रीस का दौरा किया था।

तुर्किये-पाक के गठजोड़ को भेदने ग्रीस जा रहे PM मोदी
तुर्किये कश्मीर के मुद्दे पर भारत के खिलाफ जाकर पाकिस्तान का समर्थन करता है। इतना ही नहीं, पाक और ईरान तेजी से डिफेंस साझेदारी बढ़ा रहे हैं। अप्रैल 2023 में तुर्किये ने पाकिस्तान को बायरकतार टीबी 2 ड्रोन दिए। यह ड्रोन रूस-यूक्रेन युद्ध में अपनी काबिलियत साबित कर चुका है। पाकिस्तान को यह ड्रोन मिलना भारत के लिए किसी खतरे से कम नहीं है।

पाक-तुर्किये के गठजोड़ को भेदने के लिए पिछले साल अगस्त में भारतीय वायुसेना के चीफ वीआर चौधरी ग्रीस गए थे। इस बीच दोनों देशों में ड्रोन टेक्नोलॉजी पर काम करने के लिए बातचीत हुई। दरअसल, ड्रोन के खतरे को देखते हुए तुर्किये का दुश्मन ग्रीस अब भारत का साथ देने को तैयार है।

ग्रीस इस ड्रोन के रडार से जुड़ा अहम डेटा भारत के साथ शेयर कर सकता है। बरयाकतार ड्रोन के छोटे होने की वजह से इन्हें रडार पर डिटेक्ट कर पाना मुश्किल होता है। ऐसे में भारत के साथ साझा की गई जानकारी काफी अहम होगी। इसके बदले भारत ग्रीस को ब्रह्मोस दे सकता है।

एक इंटरव्यू के दौरान ब्रह्मोस एरोस्पेस के CEO और MD अतुल दिनकर ने बताया था कि भारत ने ब्रह्मोस बेचने के लिए पहला कॉन्ट्रैक्ट फिलिपीन्स के रक्षा मंत्रालय के साथ किया है। इसके अलावा कई नाटो देश इसे खरीदने में दिलचस्पी जाहिर कर चुके हैं।

तुर्किये के खिलाफ जाकर साइप्रस मुद्दे पर ग्रीस का समर्थन करता है भारत
एजियन सागर को लेकर ग्रीस और तुर्किये में तनातनी चलती रहती है। इसके अलावा दोनों नाटो देशों के बीच साइप्रस द्वीप के बंटवारे को लेकर भी विवाद है। ये विवाद 1974 से है। जब ग्रीस समर्थित सैन्य तख्तापलट के जवाब में तुर्की के लड़ाकों ने इस द्वीप पर हमला किया था। बाद में कब्जा किए गए इलाके को तुर्किये ने टर्किश रिपब्लिक ऑफ नॉर्दन साइप्रस नाम दे दिया।

तुर्किये के देश बनने से पहले भी यूनानियों और तुर्कों के बीच दुश्मनी का एक लंबा इतिहास रहा है। इस मुद्दे पर भारत ने हमेशा से ग्रीस का साथ दिया है। वहीं, ग्रीस भी कश्मीर मुद्दे पर भारत का समर्थन करता है। ग्रीस UNSC में भी भारत की परमानेंट सीट का हिमायती है।