जयपुर:-राजस्थान में छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर आज प्रदेशभर के छात्र नेता जयपुर में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में छात्र अधिकार हुंकार रैली की शुरुआत हो गई है, जिसमें प्रदेशभर के छात्र नेताओं के साथ ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता और कार्यकर्त्ता भी हिस्सा ले रहे हैं। आरएलपी के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बेनीवाल भी छात्र अधिकार हुंकार रैली में शामिल हुए हैं।
हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सचिन पायलट युवाओं को लेकर काफी ट्वीट करते हैं। कल परसों मैंने उनका भाषण देखा था, जिसमें वह कह रहे थे नई-नई पार्टियां आ जाती है। डेढ़-दो बीघा जमीन बेचकर लोग स्कॉर्पियो खरीद लेते हैं। मैं पूछना चाहता हूं कि उन्हें क्या तकलीफ है। क्या आप स्कॉर्पियो और फॉर्च्यूनर में नहीं बैठोगे। अगर आपके पिताजी मेहनत नहीं करते तो इस प्रदेश में आप जैसे काफी लोग घूम रहे हैं। कौन पूछता आपको और वैसे भी अभी कौन पूछ रहा है।
सचिन पायलट फौजमार कप्तान बन गए
बेनीवाल ने कहा- राजस्थान में आपके कहने से कॉन्स्टेबल भी नहीं हटता है। राजस्थान में आप किसी के पानी का टैंकर तक नहीं डलवा सकते हो। राजस्थान में आपकी इज्जत क्या बची है, यह भी बता दो। जो आपके आसपास थे, आपने उन्हें भी खत्म कर दिया। अब आप फौजमार कप्तान बन चुके हो। आप अपनी ही फौज को खा गए। अशोक गहलोत भी फौजमार कप्तान हैं, लेकिन सचिन पायलट उनसे भी बड़े फौजमार कप्तान है। लोगों का इस्तेमाल कर उन्हें फेंक देते हैं।
मैंने भी सचिन पायलट की दो बार मदद की थी। जब 2018 की विधानसभा चुनाव थे, मेरे पास सचिन पायलट का फोन आया आप मेरी मदद करें आप किसान के बेटे हैं। हम गुर्जर समाज के लोग तेजाजी की जय बोलते हैं। जाट समाज के लोग भी तेजाजी की जय बोलते हैं। मैंने उनसे पूछा, मुझे क्या करना है, पायलट साहब आप यह बताओ। तो उन्होंने कहा कि आप प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दो। फिर मैंने बोला मैं मीडिया को बुलाऊं। तो उन्होंने कहा- नहीं मीडिया भी मैं भेज दूंगा। बस आप यह कहना कि अगर कांग्रेस सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाती है तो राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीनों विधायक कांग्रेस को समर्थन देंगे। मैंने कहा ठीक है, ऐसा ही कर दूंगा। इसके बाद मैंने मीडिया में ठीक इसी तरह बयान दिया।
इसके बाद जब सरकार गिर रही थी, तब पायलट साहब कांग्रेस के 19 विधायकों को लेकर मानेसर चले गए थे। उस वक्त में बीजेपी के गठबंधन में था। मेरे पास देश के बड़े नेताओं के फोन आए। उन्होंने कहा- आप हमारे साथ रहो। 72 प्लस तीन 75 हो जाएंगे। 19 वह लोग हो गए, कुल मिलाकर 94 विधायक हो जाएंगे। मैंने तब भी उनका साथ दिया। उस वक्त भी मैंने सचिन पायलट का समर्थन किया। मैंने कहा कि अगर पायलट को मुख्यमंत्री बनाओगे, तभी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीनों विधायक समर्थन देंगे।
मुझे तो सचिन पायलट पर तरस आता है
बेनीवाल ने कहा- मैंने उनकी दो बार मदद कर दी, लेकिन मैं उनसे किसी तरह की मदद नहीं चाहता हूं। बल्कि, मुझे तो उन पर तरस आता है कि उनको कोने में बैठा दिया गया है। फिर भी उनका जमीर नहीं जाग रहा है। मैं सचिन पायलट से भी पूछना चाहता हूं, छात्रसंघ चुनाव को लेकर आप भी अपना एजेंडा क्लियर करें कि आप क्या चाहते हैं। क्योंकि आपके सबसे ज्यादा जयकारे नौजवानों ने लगाए हैं। आपको सबसे ज्यादा नौजवान ही पसंद करते हैं।
आपने वसुंधरा राजे पर आरोप लगाए। आपने कहा- मेरी प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से बात हो गई है। वसुंधरा राजे के खिलाफ जांच होगी, लेकिन अब तक कोई जांच शुरू नहीं हुई है। आप हर दिन फोन करते थे। कभी मुझे करते थे, तो कभी कसाना जी को करते थे। अब सीएम हाउस में ही कॉफी पिलाऊंगा। क्या आप सीएम हाउस में चले गए। क्या आपने सीएम हाउस में कॉफी पीली। पायलट साहब आप लोगों को कितना बेवकूफ बनाओगे। मीडिया वालों से भी कहते थे। 15 दिन बाद सीएम हाउस में बैठकर ही बात करेंगे। मैं पूछता हूं कहां गई आपकी कॉफी। वैसे भी अब तो ठंडी हो गई है।
हनुमान बेनीवाल ने कहा- राजस्थान में हालात बद से बदतर हो चुके हैं। महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है। रेप जैसी घटनाएं बढ़ गई है। बदमाश बेखौफ लूट और चोरी जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
बेनीवाल ने कहा- कांग्रेस और बीजेपी के शासन में अब तक 26 पेपर लीक हो चुके हैं, जिसका नुकसान राजस्थान के लाखों युवाओं को उठाना पड़ा है। वसुंधरा राजे की सरकार में आरपीएससी का अध्यक्ष अपनी ही बेटी के नंबर बढ़ा रहा था। वहीं अब कांग्रेस के राज में सभी पेपर आउट हो रहे हैं। सरकार जाते-जाते फर्जी तरीके से नियुक्ति देने का काम कर रही है, जिससे राजस्थान में करप्शन बढ़ जाएगा, क्योंकि जो लोग फर्जी तरीके से यहां तक पहुंचे हैं वो भ्रष्टाचार कर राजस्थान की जनता को लूटने का काम करेंगे।
हनुमान बेनीवाल ने कहा- देश में कांग्रेस पार्टी की दुर्दशा हो रही है। इसके लिए कांग्रेस पार्टी के नेता ही जिम्मेदार हैं। कुछ लोग कहते हैं कि कांग्रेस मेरी मदद कर रही है। अगर कांग्रेस मेरी मदद करती है और मैं कांग्रेस की मदद करता तो राजस्थान में अशोक गहलोत का बेटा चुनाव नहीं हारता। मैंने ही जोधपुर जाकर उसे चुनाव हरवाया था। तुम्हारी तो औकात ही नहीं थी। तुम तो उसके लिए घर-घर जाकर वोट मांग रहे थे। लोगों के पैर पकड़ रहे थे। सिर्फ हनुमान बेनीवाल ही ऐसा नेता है, जिसने गहलोत के बेटे को हराकर उनसे जादूगर का खिताब छीन लिया।
बेनीवाल ने कहा- जो लोग पहले पॉलिटिकल पापा कहते थे। अचानक उनका पॉलिटिकल पापा बदल गया। लेकिन पॉलिटिकल पापा बदलता नहीं है, क्योंकि वैसे तो बाप एक ही होता है, लेकिन अगर कोई दो-तीन बाप बनाना चाहे तो लोकतंत्र में उसे छूट है, लेकिन दो-तीन के बाद रुक जाए कहीं 7, 8, 9 पापा न हो जाए। पॉलिटिकल पापा तक तो ठीक था, लेकिन अब कुछ लोगों की पॉलिटिकल मम्मी भी हो गई है। सुबह कुछ और बयान दो, शाम को कुछ और बयान दो। ED के डर से पार्टियां जॉइन करो और मुझ पर आरोप लगा दो। मैं तो सीधा-साधा आदमी हूं।हनुमान बेनीवाल ने कहा- लोग कहते हैं, मेरी वजह से यह हो रहा है। तो मैं पूछना चाहता हूं। अगर ऐसा ही होता, तो मैं छात्र संघ चुनाव के लिए सड़क पर क्यों बैठा होता। एक फोन करने से ही छात्रसंघ चुनाव हो जाता। अगर सरकार ने छात्र संघ चुनाव कराने की हमारी मांग को नहीं माना तो जल्द ही हम सचिवालय और मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने निकल पड़ेंगे।
भीड़ नहीं आने के कारण 2 बजे हुई रैली की शुरुआत
छात्र अधिकारी हुंकार रैली की शुरुआत सुबह 11 बजे से होनी थी, लेकिन छात्रों की भीड़ नहीं होने की वजह से लगातार रैली के वक्त को आगे बढ़ाया गया। इसके बाद दोपहर 2 बजे रैली की औपचारिक शुरुआत की गई, जिसमें राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक नारायण बेनीवाल के साथ ही प्रदेशभर के छात्र नेता मौजूद रहे। इसके बाद दोपहर करीब 3 बजकर 50 मिनट पर हनुमान बेनीवाल सभा स्थल पहुंचे।
कांग्रेस सरकार ने युवाओं के साथ धोखा किया
छात्र हुंकार रैली के आयोजक महेश चौधरी ने कहा- राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के युवाओं के साथ धोखा किया है। इस धोखे के खिलाफ आज प्रदेशभर की युवा शक्ति जयपुर में इकट्ठा होकर आर-पार की लड़ाई लड़ेगी। इस लड़ाई में हमारी अगुवाई राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल करेंगे। उनके साथ ही प्रदेशभर के पूर्व छात्र नेता और छात्र प्रतिनिधि भी इसमें शामिल होंगे, ताकि युवा शक्ति की ताकत सरकार तक पहुंचाई जा सके। इस रैली में ही भविष्य की रणनीति को लेकर भी चिंतन और मंथन किया जाएगा।
महेश चौधरी ने कहा कि आज छात्रों की लड़ाई के लिए सभी को यहां बुलाया गया था, लेकिन उसके बाद भी काफी छात्र नेता ऐसे हैं, जो यहां नहीं आए है। क्योंकि उनको उनकी पार्टी के तथाकथित भाई साहब ने यहां आने से रोक दिया। मैं उन छात्र नेताओं से पूछना चाहता हूं कि जब वह खुद के हक की लड़ाई ही नहीं लड़ सकते तो आम छात्रों के हक की लड़ाई कैसे लड़ेंगे। आखिर आम छात्रों के बीच जाकर क्या जवाब देंगे।
कांग्रेस सरकार ने गलत तरीके से मुकदमे दर्ज किए
छात्र नेता हरफूल चौधरी ने कहा- राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने युवाओं को राजनीति में आने से रोकने के लिए छात्र संघ चुनाव रद्द करने का फैसला किया है। जब इसको लेकर छात्रों ने विरोध किया तो हम पर गलत तरीके से मुकदमे दर्ज कर दिए गए। मुझ पर भी सरकार ने 6 मुकदमे दर्ज कर दिए हैं। अब तो डर लगता है, कहीं सरकार मुझे हिस्ट्रीशीटर न घोषित कर दे। लेकिन सिर्फ हनुमान बेनीवाल ही ऐसे नेता है, जिन्होंने हमारा साथ दिया। मुझे दुख इस बात का है कि आज उम्मीद के मुताबिक भीड़ इकट्ठा नहीं हो पाई। जितनी भीड़ जोधपुर में थी उतनी भी आज जयपुर में नहीं आई है।
बता दें कि 12 अगस्त की देर रात को राजस्थान सरकार ने छात्र संघ चुनाव रद्द करने का फैसला किया था। इसके बाद से ही प्रदेशभर में छात्रों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था। राजस्थान यूनिवर्सिटी में भी छात्र संघ चुनाव कराने की मांग को लेकर छात्र प्रतिनिधि 10 दिन तक धरने पर बैठे थे। इसके बाद राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल भी राजस्थान यूनिवर्सिटी पहुंचे थे। जहां उन्होंने भूख हड़ताल पर बैठे छात्र नेताओं का अनशन खत्म करवाया था। इसके साथ ही बेनीवाल ने भी छात्रसंघ चुनाव करने की मांग को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के खिलाफ मोर्च खोल दिया। हनुमान बेनीवाल ने छात्र नेताओं के साथ प्रदेशभर में सभा कर जयपुर में होने वाली युवा हुंकार महा रैली में आने का छात्रों को न्योता दिया।