जयपुर:-चैत्रशुक्ल पूर्णिमा पर गुरुवार को त्रिग्रही योग में हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाएगा। मेषराशि में बुध, शुक्र व राहु के त्रिग्रही योग में जन्मोत्सव का उल्लास छायेगा। वहीं काम, कला व विलासिता के कारक ग्रह दैत्य गुरु शुक्र राहु को छोड़कर अपनी स्वराशि वृषभ में प्रवेश करेंगे। ऐसे में हनुमान जन्मोत्सव सुख-समृध्दि लेकर आएगा।
ज्योतिषाचार्य डॉ रवि शर्मा ने बताया कि चैत्र शुक्ल पूर्णिमा पर हनुमान जन्मोत्सव मेष राशि में बुध-शुक्र-राहु के त्रिग्रही योग में मनायी जायेगी। अतः जिनकों भी बुध-शुक्र-राहु की महादशा चल रही है, वे इस दिन हनुमान जी का अर्चन जरूर करें, क्योंकि मेष राशि का स्वामी मंगल ग्रह है और मंगल व हनुमानजी का विशेष योग सर्वदा फलदायी होता है। इस दिन कुमारयोग सुबह 10ः04 से दोपहर 12ः41 बजे तक रहेगा।
ज्योतिषाचार्य पंडित चंद्रमोहन दाधीच ने बताया कि शुक्र 6 अप्रैल को सुबह 10:59 बजे राहु को छोड़कर अपनी स्वराशि वृषभ में प्रवेश कर रहे हैं। यह यहां 2 मई तक रहेंगे। शुक्र पर कोई पाप दृष्टि भी नहीं होगी और शुक्र इस समय मार्गी और उदित भी है। ऐसे में शुक्र अत्यंत शुभ फलदायी रहेंगे।
इनके लिए फलदायी
उन्होंने बताया कि फलदीपिका के अनुसार शुक्र छठे ,सातवें, और दसवें स्थान के अतिरिक्त अन्य सभी स्थानों पर शुभ फल प्रदान करते हैं। अतः अगले 26 दिन शुक्र भौतिक सुख, प्रेम प्रकरण, काव्य रचना, स्वास्थ्य आदि अपने कारक विषयों में मेष, वृषभ, मिथुन, कर्क, कन्या, तुला, मकर, कुंभ और मीन राशि के जातकों को अत्यंत शुभ फल प्रदान करेंगे। अन्य तीन राशियों के लिए भी शुक्र सामान्य फलदायक रहेंगे।