जयपुर:-राजस्थान के पूर्वी हिस्से झालावाड़, बारां एरिया में रविवार को तेज बारिश हुई। जोरदार बारिश से यहां आहू, कालीसिंध समेत कई छोटी-बड़ी बरसाती नदियों का जलस्तर बढ़ गया। बारां, झालावाड़, कोटा और मध्य प्रदेश से लगते कई गांवों से गुजर रही इन नदियों में जलस्तर बढ़ने से पुलिया और रपटों से लोगों की आवाजाही बंद हो गई। वहीं सोमवार सुबह शेखावाटी अंचल के कई इलाकों में भी बारिश हुई।
मौसम विभाग ने आज राजस्थान में बारिश का दौर धीमा पड़ने की उम्मीद जताई है। इसके साथ ही अगले दो दिन राज्य के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क रहने और हल्के बादल छाने की संभावना है, जिससे गर्मी और उमस बढ़ेगी।
झालावाड़ में 7 इंच बरसात
पिछले 24 घंटे की रिपोर्ट देखें तो झालावाड़ के गागरीन में 180MM (7 इंच) बारिश दर्ज हुई है। इससे यहां से गुजरने वाली बरसाती नदियाें का जलस्तर बढ़ गया। भीमसागर बांध, पिरावा, परवन डेम पर भी एक से लेकर दो इंच तक बरसात हुई। बारां जिले के शेरगढ़ एरिया में भी कल 75MM बरसात रिकॉर्ड हुई।
इन जिलों में भी हुई अच्छी बारिश
राजधानी जयपुर, सीकर, भीलवाड़ा, अजमेर, टोंक, उदयपुर, नागौर, धौलपुर, चित्तौड़गढ़ में भी कल देर शाम से आज सुबह तक कई जगह बरसात हुई। जयपुर, सीकर एरिया में आज तड़के हल्की से मध्यम बारिश हुई। अजमेर के सरवर, जयपुर के फागी, नागौर के जायल, सीकर शहर, टोंक के मालपुरा में एक-एक इंच बारिश दर्ज की गई।
एमपी में बारिश से नदियां उफान पर
मध्यप्रदेश व आसपास क्षेत्र में कई दिनों से हो रही बारिश के चलते मध्य प्रदेश की ओर से आने वाली नदियों में भारी उफान है। शनिवार को दिन भर और रविवार को हुई तेज बारिश के बाद रेपी नदी उफान पर आ गई। इसके कारण लोगों का संपर्क देवरी से टूट गया।
पानी का बहाव इतना तेज था कि नदी को पार करते समय एक दर्जन से अधिक गोवंश नदी में बह गए। इसके अलावा बारां क्षेत्र के होड़ापुरा के पास बहने वाली नदियों में भी 2 फीट से अधिक चादर चल रही है।
बीसलपुर बांध का गेज बढ़ा
टोंक के मालपुरा, टोडारायसिंह, लाम्बा हरिसिंह समेत कई एरिया में हुई बारिश से बीसलपुर बांध में भी जलस्तर बढ़ गया है। त्रिवेणी नदी का जलस्तर भी 2.80 मीटर पर है। इसके कारण बांध का गेज आज 313.25 से बढ़कर 313.27 आरएल मीटर तक पहुंच गया।
अब आगे क्या?
मौसम केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि आज और कल राजस्थान में कोई नया सिस्टम एक्टिव नहीं है, जिससे तेज या भारी बारिश हो। पश्चिमी हवाओं का असर अभी ज्यादा है, जिसके कारण 3 से 5 जुलाई को अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहेगा और गर्मी के साथ उमस बढ़ेगी।
6 जुलाई से एक नया सिस्टम विकसित होगा, जिसका असर पूर्वी राजस्थान के हिस्सों में देखने को मिलेगा। भरतपुर, कोटा, जयपुर और अजमेर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं मध्यम से तेज बारिश हो सकती है। इस सिस्टम का असर राज्य में 2-3 दिन बने रहने की संभावना है।