कोटा:-।कोटा में आयोजित दशहरे मेले के उद्घाटन समारोह में सिने स्टार और मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उन्होंने नृत्य नाटिका “दुर्गा” की प्रस्तुति देने की योजना बनाई है। इस मौके पर, उन्होंने मीडिया से बातचीत में अपने पति और सुपरस्टार धर्मेंद्र की सराहना की, यह कहते हुए कि उन्हें दादा साहब फाल्के पुरस्कार मिलना चाहिए था।
हेमा ने कहा कि हर साल एक कलाकार को यह पुरस्कार मिलता है, और धर्मेंद्र को 10 से 15 साल पहले ही यह सम्मान मिल जाना चाहिए था। इस बार मिथुन चक्रवर्ती को पुरस्कार मिलने की बात की, और उन्होंने उनकी कला की भी सराहना की। हेमा मालिनी का यह बयान न केवल धर्मेंद्र के प्रति उनके समर्थन को दर्शाता है, बल्कि भारतीय सिनेमा में उनके योगदान को भी मान्यता देता है।
हेमा मालिनी ने पुरानी फिल्मों की तुलना में आज की फिल्मों के बारे में बात करते हुए कहा कि पहले की फिल्मों में अश्लीलता का कोई स्थान नहीं था। उन्होंने यह भी कहा कि पहले म्यूजिक पर अधिक ध्यान दिया जाता था और फिल्म के कैमरामैन का पूरा फोकस हीरोइन की सुंदरता को पर्दे पर उतारने पर होता था।
उनके अनुसार, पहले प्रोड्यूसर, डायरेक्टर और एक्टर सभी मिलकर गाने की गुणवत्ता पर ध्यान देते थे, और यह सुनिश्चित करते थे कि गाना फिल्म के लिए सही हो। हेमा ने यह भी बताया कि उस समय म्यूजिक के लिए काफी मेहनत की जाती थी, जो आज के मुकाबले कहीं अधिक महत्वपूर्ण माना जाता था। उनका यह बयान फिल्म इंडस्ट्री में बदलाव और समकालीन सिनेमा की गुणवत्ता पर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी है
हेमा मालिनी ने फिल्म इंडस्ट्री में बदलावों के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि पहले एक्टर खुद गानों की गुणवत्ता पर ध्यान देते थे और प्रोड्यूसर से मांग करते थे कि उनके लिए एक अच्छा गाना बनाया जाए। लेकिन अब हालात बदल गए हैं, और उन्होंने कहा कि आज बड़े एक्टर की बात सुनने वाला कोई नहीं है।
फिल्म बनाने के बारे में उन्होंने बताया कि उन्होंने तीन से अधिक फिल्में बनाई हैं, लेकिन बढ़ते बजट के कारण उन्होंने फिल्म मेकिंग का काम बंद कर दिया। उन्हें यह महसूस हुआ कि यह एक घाटे का सौदा बन गया है।
राजनीति के संदर्भ में, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वे तीन बार मथुरा से सांसद चुनी गई हैं, लेकिन वे मंत्री बनने की इच्छा नहीं रखतीं। उनका यह बयान उनके राजनीतिक करियर और व्यक्तिगत प्राथमिकताओं को दर्शाता है, साथ ही फिल्म उद्योग के प्रति उनके विचारों को भी उजागर करता है।
हेमा मालिनी ने कोटा में डांस और फिटनेस के महत्व के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि वे नियमित रूप से डांस करती हैं, जो उनकी फिटनेस का मुख्य कारण है। उन्होंने कोटा डोरिया की साड़ियों और शहर की हरियाली की भी प्रशंसा की।
जब मंत्री बनने के सवाल पर बात आई, तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि वे इस भूमिका में नहीं जाना चाहतीं। उन्होंने बताया कि वे तीन बार मथुरा से सांसद चुनी गई हैं, लेकिन मंत्री बनने का उनका कोई इरादा नहीं है। उनका तर्क था कि यदि वे मंत्री बन जाएंगी, तो न तो वे डांस कर पाएंगी और न ही अपने परिवार को समय दे सकेंगी।
इस प्रकार, हेमा मालिनी ने अपनी प्राथमिकताओं को स्पष्ट करते हुए बताया कि उनकी कला और परिवार के प्रति उनकी प्रतिबद्धता उनकी राजनीतिक भूमिकाओं से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हैं। यह बयान उनके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन के संतुलन को दर्शाता है।