जयपुर:-आखिर मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद हेरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर को शनिवार देर रात को निलंबित कर दिया गया। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो एसीबी ने पट्टे देने के मामले में दलाल नारायण सिंह के माध्यम से दो लाख की रिश्वत लेने के मामले में उनके पति सुशील गुर्जर को गिरफ्तार किया था। इस मामले में मुनेश गुर्जर की संलिप्तता मानी गई है।निलंबन के बाद अब ऐसी भी मुनेश गुर्जर को भी पूछताछ के लिए बुला सकती है। खाद्य आपूर्ति मंत्री और सिविल लाइन से कांग्रेस विधायक प्रतापसिंह खाचरियावास और आदर्श नगर से कांग्रेस विधायक रफीक शनिवार रात 10:00 बजे मुख्यमंत्री अशोक गहलोतसे मिलने उनके निवास पर पहुंचे । दोनों नेताओं ने सीएम गहलोत को सारी जानकारी दी। इसके बाद तय किया गया कि स्वायत्त शासन निदेशालय को निर्देशित किया गया कि मेयर मुनेश गुर्जर को निलंबित कर दिया जाए। सीएम गहलोत के निर्देश पर ही देर रात को निदेशालय की ओर से निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए हैं। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को जांच और तलाशी अभियान के तहत 12 पदों की फाइल मेयर के निवास पर मिली। इन फाइलों में रिश्वत लेने वाले पट्टे की फाइल भी शामिल है। एसीबी को बैंकों के खाते में ₹ 50 लाख होने की जानकारी सामने आई है। बैंक लॉकर्स में भी ढाई सौ ग्राम सोने के जेवरात 4 बैंक पासबुक मिली है। हाल ही में खरीदी गई महंगी गाड़ी जिसके कागजात दूसरों के नाम पर है। एसीबी ने कागज जप्त किए। एसीबी के एडीजी हेमंत प्रियदर्शी ने कहा कि पट्टों के मामले में कई लोगों से पूछताछ की जानी है। निलंबित में मुनेश गुर्जर को भी नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।