टोंक:-पुरानी टोंक पुलिस ने हनी ट्रेप मामले में पति व पत्नी को पचास हजार रुपए लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।पुलिस ने आरोपी महिला से कुल एक लाख 70हजार रुपए की नगदी व मोटर साईकिल भी बरामद की हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक राजर्षिराज ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में हनी ट्रेप की घटना का खुलासा करते हुए बताया कि मालपुरा निवासी एक दुकानदार से संजना रैगर नामक महिला ने 3अगस्त 2023 को दुकान से कुछ सामान खरीदा था।लेकिन नगद पैसे नही होने के कारण फोन पे किए जाने के लिए मोबाइल नम्बर ले लिए।बाद में महिला संजना रैगर एवं उसके पति खुशीराम प्रजापत मोबाइल से दुकानदार से चैटिंग व वीडियो कॉल से चिकनी चुपड़ी बातें करके दुकानदार से मोबाइल से बातचीत करते हुए 6अगस्त को टोंक अपने किराए के मकान में महावर नगर छावनी बुला लिया।महिला ने दुकानदार को अपनी बातों में फंसा करके अर्द्ध नग्न कर दिया जिस दौरान ही महिला का पति आ गया जिसने परिवादी का वीडियो बना करके झूंठे मुकदमें में फंसाने व पुलिस को बुलाने की धमकी
देकर दो लाख रुपए की मांग की।परिवादी ने अपनी बेइज्जती व पुलिस के डर से एक लाख70हजार रुपए देकर घर चला गया।
लेकिन आरोपी उसके बाद भी ब्लैकमेल और पैसों की मांग कर रहे थे,आखिरी में परिवादी मानसिक रूप से परेशान होकर पुलिस को रिपोर्ट दी।
पुरानी टोंक पुलिस थानाधिकारी ओमप्रकाश के नेतृत्व में गठित टीम ने दोनों आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ने के लिए योजना बनाई तथा परिवादी को 50हजार रुपए की राशि में से पांच सौ रुपए के दो नोटों पर लघु हस्ताक्षर करके दूसरी किश्त के रूप में देने के लिए महिला को बुलाया।जिस दौरान पुलिस ने दोनों पति-पत्नी को झूंठे बलात्कार के मुकदमें में फंसाने की एवज में रुपए ऐंठने के आरोप में रंगे हाथों पचास हजार रुपए की नगदी जप्त की।पुलिस ने आरोपियों से एक लाख 70हजार रुपए एवं मोटर साईकिल जप्त की है।
जिला पुलिस अधीक्षक राजर्षिराज ने बताया कि करीबन 4-5 साल पहले आरोपी खुशीराम प्रजापत नीँदंड पुलिस थाना हरमाड़ा जयपुर में आरोपिया सजीना के ताऊ छगनलाल का ट्रेक्टर चलाता था।जिस दौरान उसकी नाबालिग सजना से जान पहचान हो गई तो खुशीराम ने नाबालिग सजना को भगा करके ले गया जिस आरोप में वह करीबन तीन साल तक जेल में रहने के बाद तीन महीने पुर्व ही वह जेल से छूट करके आकर सजना से शादी करके दोनों ही साथ रहने लगे थे।
आरोपी खुशीराम की जमानत में काफी राशि खर्च हो जाने से दोनों आर्थिक तंगी में आ गए।दोनों ने बाद में झूंठे मुकदमों में फंस करके रुपए ऐंठने की योजना बनाई।जिस दौरान वह मालपुरा में किराए का मकान लेकर वहां रहने लगे तथा उक्त घटना को अंजाम दिया।