प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार एक पॉडकास्ट इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने ज़ेरोधा के को-फाउंडर निखिल कामत के साथ कई मुद्दों पर बातचीत की। इस पॉडकास्ट का ट्रेलर 9 जनवरी को जारी किया गया था, जबकि शुक्रवार को पूरा वीडियो रिलीज़ किया गया। इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि वे भी गलतियां करते हैं, क्योंकि वह इंसान हैं, भगवान नहीं। उन्होंने कहा, “मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो असफलताओं पर रोते हुए अपना जीवन बिताऊं। जोखिम लेना जीवन का हिस्सा है।”
पीएम मोदी की बातचीत के अहम बिंदु:
1. चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से ‘स्पेशल कनेक्शन’ का ज़िक्र:
पीएम मोदी ने 2014 में शी जिनपिंग से हुई मुलाकात का किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि शी ने उनके गांव वडनगर और अपने गांव के बीच एक ऐतिहासिक संबंध का ज़िक्र किया। चीनी दार्शनिक ह्वेन त्सांग ने वडनगर में समय बिताया था और वापसी पर शी जिनपिंग के गांव में रहे थे।
2. “मैं इंसान हूं, भगवान नहीं”:
पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात का मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने एक भाषण में कहा था कि वे अपनी पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने इसे अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाया कि गलतियां हो सकती हैं, लेकिन कभी भी गलत इरादे से नहीं।
3. “राजनीति में युवा मिशन लेकर आएं, महत्वाकांक्षा नहीं”:
पीएम ने युवाओं से राजनीति में सेवा भाव से जुड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि राजनीति में राजनेता बनना और सफल राजनेता बनना, दोनों अलग बातें हैं। इसके लिए जनता के साथ अच्छे और बुरे समय में खड़ा रहना ज़रूरी है।
4. गोधरा कांड की याद:
पीएम मोदी ने 2002 के गोधरा ट्रेन कांड को याद किया। उन्होंने बताया कि उस घटना को देखकर वे बेहद दुखी हुए थे। उन्होंने कहा कि वहां की स्थिति को संभालना चुनौतीपूर्ण था।
5. अमेरिकी वीजा विवाद:
पीएम मोदी ने कहा कि जब उन्हें 2005 में अमेरिकी वीजा देने से इनकार कर दिया गया था, तो उन्होंने इसे भारत का अपमान महसूस किया। उन्होंने उस समय कहा था कि एक दिन ऐसा आएगा जब पूरी दुनिया भारत का वीजा पाने के लिए कतार में खड़ी होगी।
पॉडकास्ट के ट्रेलर को पीएम मोदी ने खुद सोशल मीडिया पर साझा किया और इसे बनाने का अनुभव “आनंददायक” बताया।