जयपुर : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लोकतंत्र में आलोचना आभूषण की तरह होती है। हमारी सरकार की भी आलोचना होती है। जिसे में खुशी के साथ स्वीकार करता हूं। उन्होंने कहा कि आलोचना से ही कमियां सामने आती है और हमें सुधारने का अवसर मिलता है।
सीएम गहलोत ने पीएम को सलाह देते हुए कहा कि प्रदेश की अच्छी योजना जिसमें उड़ान और ग्रामीण ओलंपिक खेलों का नाम नरेंद्र मोदी ग्रामीण ओलंपिक रखकर के पूरे देश में आयोजित कराए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र की अच्छी योजनाएं हम प्रदेश में लागू करने के लिए तैयार है लेकिन प्रदेशों की अच्छी योजनाएं भी भाजपा अपने शासित राज्यों में लागू करें तो निश्चित तौर पर एक अच्छा संदेश में जाएगा और विकास को गति मिलेगी।
गहलोत ने बुधवार को सवाई मानसिंह स्टेडियम पर राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेल के समापन समारोह पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ग्रामीण ओलिंपिक में हर उम्र के राजस्थानी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। ऐसे में अब हर साल ऐसे आयोजन किया जाएगा। जिससे राजस्थान की गांव-ढाणी में रहने वाली प्रतिभा को मंच मिल सके। उन्होंने कहा कि ग्रामीण ओलिंपिक की तर्ज पर 26 जनवरी से शहरी ओलिंपिक का आयोजन भी किया जाएगा। ताकि राजस्थान में खेल भावना का विकास हो और राजस्थानी खुद को फिट रख सके।
सीएम गहलोत ने कहा कि अगला बजट युवाओं को ध्यान में रखते हुए पेश करना चाहता हूं। इसलिए में सभी प्रदेशवासियों से अपील कर सुझाव मांग रहा हूं। ताकि प्रदेश के युवा और खिलाड़ियों के लिए जो भी सबसे अच्छी योजना है, हम उसे लागू कर सके।
खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना ने कहा कि ग्रामीण ओलिंपिक शुरू होने से पहले लोग कहते थे कि अशोक चांदना का दिमाग का स्क्रू ढीला हो गया है। राजस्थान में हर गांव और ढाणी स्तर पर इतना बड़ा आयोजन संभव नहीं है, लेकिन हमने, 30 लाख खिलाड़ियों के साथ इस आयोजन को पूरा कर उन सबको जवाब दिया है।