रूस से तेल खरीदने के मुद्दे पर भारत के मुरीद हुए इमरान

Front-Page National

पाकिस्तानियों को बताया गुलाम

New Delhi

अप्रैल में सत्ता से बेदखल होने के बाद से इमरान खान ने अमेरिका पर साजिश रचने का आरोप लगाया है। जो बाइडन प्रशासन की आलोचना करते हुए, इमरान खान ने कई मौकों पर भारत की सराहना की।पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत की जमकर तारीफ की। ज्ञात हो कि इमरान खान भारत की विदेश नीति के फैन हैं। शुक्रवार को शुरू हुए अपने आजादी मार्च के पहले ही भाषण में इमरान खान भारत की तारीफ करते नजर आए। उन्होंने न केवल भारत की स्वतंत्र विदेश नीति की तारीफ की बल्कि रूस से तेल खरीदने को लेकर भी भारत को सराहा। दरअसल यूक्रेन युद्ध के बीच पश्चिमी देशों के दबाव के बावजूद भारत ने अपने राष्ट्रीय हितों के अनुरूप रूसी तेल की खरीद जारी रखी। इमरान खान को ये बात बेहद पसंद आई।
ISI से कैसे बचेंगे इमरान खान, हजारों कार्यकर्ताओं को लेकर फिर सड़कों पर उतरे पूर्व पाक PM

इमरान खान ने ये टिप्पणियां शुक्रवार को लाहौर के लिबर्टी चौक से इस्लामाबाद तक अपने हकीकी आजादी के लंबे मार्च की शुरुआत के दौरान कीं। नए सिरे से चुनाव कराने की मांग को लेकर इमरान खान एक बार फिर से लंबा विरोध मार्च निकाल रहे हैं जो राजधानी इस्लामाबाद जाने वाला है। अपने पहले भाषण के दौरान, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष इमरान खान ने कहा कि भारत अपनी इच्छा के मुताबिक रूस से तेल खरीद रहा है, लेकिन पाकिस्तानी गुलाम हैं जो अपने देश के लोगों की भलाई के लिए फैसले लेने में विफल रहे।

PM की कुर्सी बचाने के लिए इमरान खान ने बाजवा को दिया था बड़ा ऑफर, ISI चीफ का खुलासा
उन्होंने कहा, “इस देश के फैसले देश के अंदर होने चाहिए। अगर रूस सस्ता तेल दे रहा है और अगर मेरे पास अपने देशवासियों को बचाने का विकल्प है, तो हमें किसी से पूछने की जरूरत नहीं। किसी के पास ये अधिकार नहीं होना चाहिए कि हमें क्या करना है क्या नहीं। भारत रूस से तेल ले सकता है लेकिन गुलाम पाकिस्तानियों को इसकी इजाजत नहीं है। मैं एक आजाद मुल्क देखना चाहता हूं जहां न्याय हो और लोगों को सुरक्षा मिले।”

इमरान खान ने कहा कि यह सबसे महत्वपूर्ण मार्च है जो वह शुरू कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मेरा मकसद केवल एक है। हमें अंग्रेजों से मुक्त किया जा रहा था और यह समय है कि हम हकीकी आजादी शुरू करें। यह सभी पाकिस्तानियों के लिए मेरा संदेश है। यह मार्च राजनीति के लिए नहीं है और न ही चुनाव या धर्म के लिए है। रैली का मकसद केवल एक ही है कि मैं पाकिस्तान को आजाद कराना चाहता हूं।”

वैसे ये पहली पहली बार नहीं है जब इमरान ने भारत की तारीफ की है। इससे पहले भी, इमरान खान ने स्वतंत्र विदेश नीति के लिए भारत की सराहना की थी। अप्रैल में सत्ता से बेदखल होने के बाद से इमरान खान ने अमेरिका पर साजिश रचने का आरोप लगाया है। जो बाइडन प्रशासन की आलोचना करते हुए, इमरान खान ने कई मौकों पर भारत की सराहना की। उन्होंने कहा कि कैसे भारत ने पश्चिमी देशों की मांग को नहीं माना और अमेरिका के “रणनीतिक सहयोगी” होने के बावजूद रूसी तेल खरीदना जारी रखा। इससे पहले लाहौर में एक विशाल सभा के दौरान, इमरान खान की पीटीआई पार्टी ने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर की एक वीडियो क्लिप चलाई, जहां भारतीय मंत्री ने कहा था कि भारत वही करेगा जो उसके लोगों के लिए सबसे अच्छा होगा।
बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान लाहौर से इस्लामाबाद के लिए विरोध मार्च शुरू करने की तैयारी में हैं ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके कि वह शीघ्र ही आम चुनावों की तिथि का ऐलान कर दे। मोटरसाइकिल पर सवार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के समर्थक पार्टी के झंडों के साथ मशहूर लिबर्टी चौक पर एकत्र हुए और वे ऐतिहासिक जीटी सड़क मार्ग के जरिये राजधानी की ओर बढ़ेंगे। पीटीआई प्रमुख इमरान खान (70 वर्ष) के इस्लामाबाद चार नवंबर को पहुंचने की योजना है। उन्होंने अपनी पार्टी को रैली आयोजित करने के लिए सरकार से औपचारिक अनुमति देने का अनुरोध किया है। उनकी पार्टी ने इस विरोध को ‘हकीकी आजादी मार्च’ नाम दिया है जिसका अर्थ है देश की असल आजादी के लिए मार्च।

यह स्पष्ट नहीं है कि क्या वह रैली के बाद वापस चले जायेंगे या फिर संसद भवन के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे जैसा कि उन्होंने वर्ष 2014 में विरोध प्रदर्शन के दौरान किया था जब उनके समर्थकों ने संसद भवन के सामने 126 दिनों तक धरना दिया था। आयोजकों ने ऐलान किया था कि मार्च की शुरुआत सुबह 11 बजे होगी, लेकिन इसमें विलंब हो गया और यह नहीं पता है कि इसकी असल शुरुआत कब होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *