राजस्थान की प्रतिष्ठित उत्कर्ष कोचिंग एक बार फिर विवादों में है। बुधवार सुबह इनकम टैक्स विभाग ने देशभर में उत्कर्ष कोचिंग के कई केंद्रों पर छापेमारी की।
जयपुर, जोधपुर, कोटा, इंदौर और प्रयागराज सहित अन्य शहरों में सुबह करीब 6 बजे आयकर विभाग की टीमें पहुंचीं। इन टीमों ने डॉक्युमेंट्स जब्त किए और क्लासेज चल रही होने के बावजूद छात्रों को बाहर निकाल दिया।
स्टाफ के मोबाइल भी जब्त
छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने केंद्रों पर मौजूद कर्मचारियों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए। जोधपुर में कोचिंग के 16 केंद्रों और जयपुर, इंदौर व प्रयागराज के एक-एक ठिकानों पर कार्रवाई जारी है।
अचानक हुई इस कार्रवाई से कोचिंग स्टाफ और छात्रों के बीच हड़कंप मच गया।
पहले भी विवादों में रहा उत्कर्ष कोचिंग
उत्कर्ष कोचिंग का जयपुर सेंटर 15 दिसंबर 2024 को एक विवाद का केंद्र बना था। उस दिन गैस लीक (प्रारंभिक दावा) की वजह से 10 से ज्यादा छात्र बेहोश हो गए थे।
घटना के बाद छात्रों ने जमकर हंगामा किया था, और छात्र नेता रातभर कोचिंग सेंटर के बाहर धरने पर बैठे रहे। इसके बाद नगर निगम की टीम ने कोचिंग सेंटर को सील कर दिया था। हालांकि, निगम की जांच में कोई ठोस सबूत नहीं मिला था।
छात्रों का कहना था कि सेंटर में मिर्ची जैसी गंध से उन्हें परेशानी हुई थी।
जांच जारी, अधिकारियों ने दी प्रतिक्रिया
आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार, यह छापेमारी संभावित वित्तीय अनियमितताओं और आय छिपाने के मामलों से जुड़ी है। कोचिंग प्रबंधन की ओर से फिलहाल कोई बयान नहीं आया है।
इस कार्रवाई ने एक बार फिर कोचिंग संस्थानों के कामकाज और उनकी पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।