पोर्ट ऑफ स्पेन (त्रिनिदाद):-भारत ने वनडे सीरीज के तीसरे और निर्णायक मुकाबले में वेस्टइंडीज को 200 रनों से हराया। इस जीत के साथ भारतीय टीम ने वनडे सीरीज भी जीत ली। टीम ने कैरेबियंस को 2-1 से हराया। भारत ने वेस्टइंडीज से लगातार 14वीं सीरीज जीती है। भारत ने टेस्ट सीरीज 1-0 से अपने नाम की थी।
यह कैरेबियाई सरजमीं पर वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले, टीम इंडिया ने 2022 में वेस्टइंडीज को उसी के घर में 119 रन से हराया था।
वनडे सीरीज जीतने के साथ टीम इंडिया ने वर्ल्ड कप मिशन का बिगुल फूंक दिया है। निर्णायक मुकाबले में भारतीय खिलाड़ियों ने तीनों विभागों में दमदार प्रदर्शन किया।
पोर्ट ऑफ स्पेन में भारतीय टीम ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट पर 351 रन बनाए। जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 35.3 ओवर में 151 विकेट पर ऑलआउट हो गई।
शुभमन गिल मैन ऑफ द मैच और ईशान किशन प्लेयर ऑफ द सीरीज बने।
एनालिसिस : तीनों डिपोर्टमेंट में वेस्टइंडीज से बेहतर दिखी टीम इंडिया
तीसरे मुकाबले टीम इंडिया बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग में वेस्टइंडीज से बेहतर दिखी। पिछले दो मुकाबलों में फ्लॉप रहे टीम के मिडिल ऑर्डर ने भी बखूबी अपनी जिम्मेदारी निभाई।
पिछले 2 मैचों की तरह भारतीय ओपनर्स ने एक बार फिर टीम को मजबूत शुरुआत दी। गिल-किशन की जोड़ी ने 143 रनों की साझेदारी की। जिसकी बदौलत मिडिल ऑर्डर और ऑलराउंडर्स ने 350 रनों का पहाड़-सा स्कोर खड़ा किया। गिल ने 85, किशन ने 77, पंड्या ने 70 और सैमसन ने 51 रन का योगदान दिया।
भारतीय टीम की ऐतिहासिक जीत में जहां बैटर्स ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, तो पोर्ट ऑफ स्पेन की ग्रासी पिच पर तेज गेंदबाज भी पीछे नहीं रहे। हमारे पेसर्स ने विंडीज के 10 में से 8 विकेट चटकाए।
नए नवेले गेंदबाज मुकेश कुमार ने लगातार 3 विकेट लेकर वेस्टइंडीज के टॉप ऑर्डर को बिखेर दिया। उसके बाद जयदेव उनादकट ने शार्दूल ठाकुर और कुलदीप यादव के साथ मिलकर कैरेबियंस के मिडिल ऑर्डर की कमर तोड़ दी।
आगे 3 पॉइंट्स में जानिए सीरीज से क्या मिला?
- पहला: टॉप ऑर्डर सफल रहा सीरीज की शुरुआत से ही भारतीय टीम मैनेजमेंट प्रयोग के मूड में दिखा और पहले, दूसरे और तीसरे मुकाबले में लगातार प्रयोग किए, लेकिन बदलाव के दौर में भी भारतीय ओपनर्स ने अपनी जिम्मेदारी निभाई। इससे टीम को ओपनिंग के कई विकल्प मिले।
- दूसरा : मिडिल ऑर्डर की अग्नि परीक्षा तीनों ही मुकाबलों में भारतीय टीम ने अपने बैटिंग ऑर्डर कई बार बदला, लेकिन बदलती बैटिंग पोजिशन पर टीम का मिडिल ऑर्डर परफॉर्म नहीं कर पा रहा था। यहां तक कि पहले वनडे में 115 रन के मामूली से टारगेट को चेज करने में 5 विकेट गंवा दिए थे। सबसे बड़ी समस्या नंबर-4 पर थी। टीम ने इस पोजिशन पर कप्तान ने 3 बैटर्स आजमाए थे। आखिरी मुकाबले में इस पोजिशन पर संजू सैमसन ने 41 गेंद पर 51 रन की आतिशी पारी खेली। यह पारी इसलिए भी अहम है, क्योंकि वर्ल्ड कप टीम में संजू सैमसन दिल्ली के श्रेयस अय्यर के फिट न होने की स्थिति में दावेदारों में शामिल हैं और चोट के कारण टीम से बाहर थे।
- तीसरा: गेंदबाज भी सफल रहे इस सीरीज के दौरान भारतीय गेंदबाजों की भी परीक्षा हुई। इसमें स्पिन और तेज गेंदबाज सफल रहें। पहले वनडे में स्पिनर्स और तीसरे में पेसर्स का जलवा देखने को मिला। यहां लंबे समय बाद टीम में वापसी कर रहे जयदेव उनादकट और युवा पेसर मुकेश कुमार की भी परीक्षा हुई, क्योंकि शमी की गैरमौजूदगी में भारतीय पेसर बैटरी को लीड कर रहे सिराज के चोटिल होने पर मुकेश ने शार्दूल उनादकट के साथ बखूबी जिम्मेदारी संभाली। जो एशिया कप और वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट के लिए सिलेक्टर्स के लिए विकल्प लेकर आया।
अब मैच रिपोर्ट…
यहां से वेस्टइंडीज की पारी…
लगातार विकेट गंवाकर हारी वेस्टइंडीज, बॉलर भी इनडिसीप्लिन रहे
352 रन का स्कोर चेज करते हुए विंडीज की टीम 35.3 ओवर में 151 रन पर ऑलआउट हो गई। टीम ने मुकाबले में लगातार विकेट गंवाए। एक समय टीम ने 88 रन पर 8 विकेट गंवा दिए थे। टीम को 20 के अंदर 3 झटके लग चुके थे।
इससे पहले, गेंदबाजों ने भर-भर के रन लुटाए। चार गेंदबाजों ने 7.5+ की इकोनॉमी से गेंदबाजी की। जेडन सील्स ने तो 8 ओवर में 75 रन दिए।
शार्दूल-मुकेश की कमाल गेंदबाजी
तेज गेंदबाज शार्दूल ठाकुर और मुकेश कुमार ने शानदार गेंदबाजी की। शार्दूल ने 37 रन देकर चार तो मुकेश ने 30 रन खर्च करके 3 विकेट लिए।
यहां से भारतीय पारी…
भारत ने बनाए 351 रन; पंड्या, गिल, किशन और सूर्या की फिफ्टी
टीम ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट पर 351 रन बनाए। पोर्ट ऑफ स्पेन में पहली पारी में भारतीय कप्तान हार्दिक पंड्या 70, शुभगन गिल ने 85, ईशान किशन ने 77 और संजू सैमसन 51 ने अर्धशतकीय पारियां खेलीं। सूर्यकुमार यादव ने 35 रन का योगदान दिया।
वेस्टइंडीज के लिए रोमारियो शेफर्ड ने दो विकेट लिए। अल्जारी जोसेफ, गुडाकेश मोटी और यानिक कारिया को एक-एक विकेट मिला।
पंड्या ने 52 बॉल पर 70 रन बनाए
रोहित शर्मा की जगह भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे हार्दिक पंड्या ने अर्धशतकीय पारी खेली। उन्होंने वनडे करियर का 10वां अर्धशतक पूरा किया। पंड्या ने 52 बॉल पर 70 रन बनाए।
संजू सैमसन ने जमाई तीसरी फिफ्टी
संजू सैमसन ने वनडे करियर की तीसरी फिफ्टी जमाई। वे 51 रन बनाकर आउट हुए। सैमसन ने गिल के साथ 53 गेंद पर 69 रनों की पार्टनरशिप की। गिल ने करियर की छठी हाफ सेंचुरी जमाई है।
गिल-किशन की शतकीय साझेदारी
शुभमन गिल और ईशान किशन ने पहले विकेट के लिए शतकीय साझेदारी की है। दोनों ने 143 रनों की ओपनिंग साझेदारी की।
ईशान किशन का लगातार तीसरा अर्धशतक
ओपनर ईशान किशन ने अर्धशतकीय पारी खेली। वे 77 रन बनाकर आउट हुए। किशन ने लगातार तीसरे वनडे में अर्धशतक जमाया है। यह किशन के वनडे करियर का छठा अर्धशतक है।
यहां जानिए कौन-कैसे आउट हुआ…?
ऐसे गिरे वेस्टइंडीज…
- पहला: ब्रैंडन किंग (0 रन)- मुकेश कुमार ने पहले ओवर की 5वीं बॉल ऑफ स्टंप के बाहर डाली। ब्रैंडन इस बॉल पर ड्राइव करना चाहते थे, लेकिन बॉल बल्ले का बाहरी किनारा लेकर विकेटकीपर ईशान किशन के दस्तानों में चली गई।
- दूसरा: काइल मेयर्स (4 रन)- दूसरे ओवर की छठी बॉल मुकेश कुमार ने बैक ऑफ लेंथ डाली, 5वें स्टंप की यह बॉल बल्ले का अंदरुनी किनारा लेकर विकेट पर चली गई।
- तीसरा: शाई होप (5 रन)- मुकेश कुमार की वाइड लाइन की बैक ऑफ लेंथ बॉल को होप शरीर के दूर से खेलना चाहता। बॉल ने बल्ले का बाहरी किनारा लिया और गिल ने कैच पकड़ा।
- चौथा: केसी कार्टी (6 रन)- पहले स्लिप पर गिल ने कैच किया। उनादकट ने गुड लेंथ की बॉल डाली थी, जो दाएं हाथ के बैटर के लिए एंगल बनाती बाहर जा रही थी।
- पांचवां: हेटमायर (4 रन)- शार्दूल ठाकुर की ऑफ स्टंप के बाहर की फुल लेंथ बॉल पर हेटमायर ड्राइव करना चाहते थे, लेकिन सफल नहीं हुए और बॉल कवर पर खड़े सूर्यकुमार के पास चली गई।
- छठा: रोमारियो शेफर्ड (8 रन)- 14 ओवर की आखिरी बॉल शार्दूल ठाकुर ने शार्ट लेंथ पर डाली, शेफर्ड पुल करना चाहते थे, लेकिन डीप बैकवर्ड स्क्वैयर की दिशा में बॉल को बाउंड्री से बाहर नहीं पहुंचा सके और उनादकट को कैच थमा बैठे।
- सातवां: एलीट एथनाज (32 रन)- कुलदीप ने ऑफ स्टंप के पास गुगली डाली, जो लेट टर्न हुई। एथनाज बॉल की स्पीड नहीं समझ सके और बोल्ड हो गए।
- आठवां: यानिक कारिया (19 रन)- प्लंब हुए…कुलदीप ने मिडिल स्टंप की फुल लेंथ बॉल फेंकी और कारिया LBW हुए।
- नौवां: अल्जारी जोसेफ (26 रन)- ठाकुर की शार्ट बॉल को अल्जारी जोसेफ पुल करना चाहते थे। बॉल बल्ले का एज लेते हुए ईशान किशन के हाथ चली गई।
ऐसे गिरे टीम इंडिया के विकेट
- पहला: ईशान किशन (77 रन)- यानिक कारिया की ऑफ स्टंप की लेंथ बॉल पर शाई होप ने स्टंप कर दिया।
- दूसरा: ऋतुराज गायकवाड (8 रन)- 5वें स्टंप की लेंथ बॉल बल्ले के हल्के एज के साथ स्लिप के पास खड़े ब्रैंडन किंग के हाथों कैच कराया।
- तीसरा: संजू सैमसन (51 रन) – 33वें ओवर की पांचवी बाॅल पर रोमारियो शेफर्ड की बाॅल पर मिड ऑन पर शिमरन हेटमायर को कैच थमा बैठे।
- चौथा: शुभमन गिल (85 रन)- 39वें ओवर की चौथी बॉल पर मोटी ने शॉर्ट बॉल डाली, जिस पर गिल पुल करना चाहते थे, लेकिन कारिया के हाथों कैच आउट हुए।
- पांचवां: सूर्यकुमार यादव (35 रन)- शेफर्ड ने 47वें ओवर की 5वीं बॉल स्लोअर डाली, जिस पर सूर्या पॉइंट्स के ऊपर से ड्राइव करना चाहते थे, लेकिन बॉल एज लेकर बैकवर्ड पॉइंट की दिश में गई, जहां कारिया ने कैच किया।
रोहित-कोहली को मिला था आराम
रोहित शर्मा और विराट कोहली को इस मुकाबले से भी आराम दिया गया था। ऐसे में हार्दिक पंड्या फिर टीम इंडिया की कप्तानी की। टीम दो बदलाव के साथ उतरी।
देखिए प्लेइंग इलेवन
भारत: हार्दिक पंड्या, शुभमन गिल, ईशान किशन (विकेटकीपर), संजू सैमसन, ऋतुराज गायकवाड, सूर्यकुमार यादव, रवींद्र जड़ेजा, शार्दूल ठाकुर, कुलदीप यादव, जयदेव उनादकट और मुकेश कुमार।
वेस्टइंडीज: ब्रैंडन किंग, काइल मेयर्स, एलिक एथनाज, शाई होप (कप्तान और विकेटकीपर), शिमरोन हेटमायर, केसी कार्टी, रोमारियो शेफर्ड, यानिक कारिया, गुडाकेश मोटी, जेडन सील्स और अल्जारी जोसेफ।