भारतीय हॉकी टीम एक बार फिर जूनियर एशिया कप चैंपियन बनी। भारतीय टीम ने ओमान के सलालाह में खेले गए फाइनल में पाकिस्तान को 2-1 से हराया। भारत ने चौथी बार यह खिताब जीता है। इसी के साथ भारतीय टीम टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम बन गई।
जूनियर एशिया कप का नौवां सीजन था। भारतीय टीम छठी बार टूर्नामेंट का फाइनल खेल रही थी। खिताबी मुकाबले में भारत ने शुरुआत से ही आक्रामक खेल दिखाया। भारत को पहले ही मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिल गया, हालांकि टीम गोल नहीं कर सकी।
अंगदबीर सिंह और अरिजीत सिंह हुंदल ने भारत की ओर से किए गोल
मैच के 13वें मिनट में अंगद बीर सिंह ने गोल कर भारत को 1-0 से आगे किया। 15 मिनट में पाक को मिले पेनल्टी कॉर्नर पर भारत ने गोल नहीं होने दिया। मैच के 20वें मिनट में अरिजीत सिंह हुंडल ने गोल कर बढ़त दोगुनी कर दी। इसके बाद पहले हाफ में कोई गोल नहीं हुआ।
पाकिस्तान के लिए बशरत अली ने किया गोल
मैच के 38वें मिनट में पाकिस्तान के बशरत अली ने गोल किया और बढ़त कम की। इसके बाद दोनों टीमें गोल नहीं कर सकीं और मुकाबला 2-1 से भारत के पक्ष में रहा। भारत ने टूर्नामेंट में कुल 50 गोल किए और सबसे ज्यादा गोल करने वाली टीम रही।
हॉकी इंडिया ने की इनाम की घोषणा
हॉकी इंडिया कार्यकारी बोर्ड ने खिलाड़ियों के लिए 2 लाख और सहायक स्टाफ के लिए 1 लाख के नकद पुरस्कार की घोषणा की। टीम को बधाई देते हुए, हॉकी इंडिया के अध्यक्ष पद्मश्री दिलीप टिर्की ने कहा, “भारतीय जूनियर पुरुष टीम ने जूनियर एशिया कप में अपने नाबाद प्रदर्शन से हम सभी को गौरवान्वित किया है। जोहोर कप में ऐतिहासिक जीत से उनका दबदबा कायम हो गया है और मुझे विश्वास है कि यह बड़ी जीत उन्हें इस साल के अंत में होने वाले जूनियर विश्व कप के लिए अच्छी स्थिति में रखेगी।”