वॉशिंगटन:-अमेरिका की GE एयरोस्पेस और हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड के बीच फाइटर प्लेन के इंजन बनाने का समझौता हो गया है। GE ने इसको लेकर हुए MOU की जानकारी दी है। GE के मुताबिक भारत में बनने वाले फाइटर प्लेन इंजन का इस्तेमाल इंडियन एयरफोर्स करेगी। GE ने मोदी के अमेरिका दौरे के समय हुए इस समझौते को ऐतिहासिक बताया है।
इधर न्यूज एजेंसी ANI ने व्हाइट हाउस ने जानकारी दी है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी के साझा बयान में भारत को हथियारबंद ड्रोन बेचे जाने का ऐलान करेंगे।
बाइडेन ने मोदी के लिए प्राइवेट डिनर होस्ट किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे के दूसरे दिन बुधवार को रात करीब 9 बजे (अमेरिकी समय के मुताबिक) प्राइवेट डिनर के लिए व्हाइट हाउस पहुंचे। यहां राष्ट्रपति बाइडेन और फर्स्ट लेडी ने उनका स्वागत किया। डिनर में भारतीय NSA अजित डोभाल और अमेरिका के NSA जेक सुलिवन मौजूद थे। डिनर मेन्यू में बाइडेन का पसंदीदा पास्ता और आइसक्रीम शामिल थी।
PM मोदी ने उन्हें मैसूर के चंदन से बना एक खास बॉक्स गिफ्ट किया, जिसे जयपुर के कारीगरों ने बनाया है। इस बॉक्स के अंदर भगवान गणेश की एक मूर्ति और एक दिये के साथ छोटी-छोटी डिब्बियों में 10 गिफ्ट्स हैं। ये सभी गिफ्ट्स भारतीय परंपरा के मुताबिक तय किए गए हैं।
PM मोदी ने बाइडेन को गिफ्ट किया 10 दानम् का बॉक्स
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडेन को दस दानम् की भेंट दी है। दस दानम् के तहत एक हजार फुल मून देखने वाले व्यक्ति को दस चीजें गिफ्ट की जाती हैं। कैलेंडर कैलकुलेशन के मुताबिक किसी भी व्यक्ति की उम्र 80 साल 8 महीने होने पर वह एक हजार पूर्णिमा के चांद (फुल मून) देख चुका होता है। बाइडेन लगभग इसी उम्र के हैं। नवंबर में वे अपना 81वां जन्मदिन मनाएंगे।
PM ने बाइडेन को चंदन की लकड़ी से बने बॉक्स में दस दानम् के प्रतीक दिए हैं। इस बॉक्स के अंदर चांदी के दस छोटे डिब्बे हैं।
फर्स्ट लेडी को गिफ्ट किया इको-फ्रेंडली डायमंड
PM मोदी ने राष्ट्रपति बाइडेन को ’10 प्रिंसिपल्स ऑफ उपनिषद’ किताब के फर्स्ट एडिशन भी गिफ्ट किया। वहीं, अमेरिका की फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन को 7.5 कैरेट के इको-फ्रेंडली ग्रीन डायमंड की भेंट दी।
दौरे के दूसरे दिन PM मोदी वॉशिंगटन पहुंचे; फ्लाइट लाइन सेरेमनी के साथ स्वागत, CEOs से मिले
अमेरिका दौरे के दूसरे दिन PM मोदी वॉशिंगटन पहुंचे। भारतीय समय के मुताबिक, बुधवार रात करीब 12:00 बजे जॉइंट बेस एंड्रयूज पर मोदी का स्वागत फ्लाइट लाइन सेरेमनी के साथ किया गया। इस दौरान अमेरिकी एयरफोर्स ने दोनों देशों के राष्ट्रगान की धुन बजाई। PM मोदी को अमेरिका के चीफ प्रोटोकॉल ऑफिसर रूफस गिफर्ड ने रिसीव किया। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।
फर्स्ट लेडी के साथ नेशनल साइंस फाउंडेशन पहुंचे PM मोदी
इससे पहले भारतीय समय के मुताबिक, बुधवार देर रात करीब 1:30 बजे, PM मोदी ने जिल बाइडेन के साथ अलेक्जेंड्रिया (वर्जीनिया) में नेशनल साइंस फाउंडेशन का भी दौरा किया। PM मोदी ने कहा- भारत और अमेरिका, दो ऐसे इन्क्लूसिव देश हैं जो सस्टेनेबल ग्रोथ का इंजन बनेंगे। इस दौरान अमेरिका में भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू और भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी भी मौजूद रहे।
PM मोदी ने अमेरिका और भारत के छात्रों से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा- मुझे बेहद खुशी है कि यहां आते ही मुझे इतने युवा और क्रिएटिव लोगों से जुड़ने का मौका मिला। जिल बाइडेन ने इतना व्यस्त होने के बावजूद इस कार्यक्रम का आयोजन किया, मैं इसके लिए आभारी हूं। उनके साथ शामिल होना सम्मान की बात है।
नेशनल साइंस फाउंडेशन में PM मोदी के संबोधन की 4 बड़ी बातें…
- हमारी वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित करना हम सभी का दायित्व है, इस उज्जवल भविष्य के लिए शिक्षा, स्कीम, इनोवेशन आवश्यक है और भारत में हमने इस दिशा में कई प्रयास किए हैं।
- हमने नेशनल एजुकेशन पॉलिसी में शिक्षा और स्किलिंग को बढ़ावा दिया है। हमने स्कूलों में 10,000 अटल टिंकरिंग लैब्स की स्थापना की है जहां बच्चों को कई तरह के इनोवेशन करने के लिए हर सुविधाएं दी जा रही हैं।
- हमारा लक्ष्य तकनीकी दशक- टेकएड (Techade) बनाने का है। आज भारत-अमेरिका को ग्रोथ की गति बनाए रखने के लिए एक पाइपलाइन ऑफ टैलेंट की भी जरूरत है। जहां एक ओर अमेरिका के पास उच्च कोटि के शिक्षण संस्थान और तकनीक हैं तो वहीं भारत के पास विश्व की सबसे बड़ी युवा फैक्ट्री है।
- स्किल इंडिया मिशन के तहत हमने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन, ड्रोन और अन्य क्षेत्र में अब तक 50 मिलियन लोगों को स्किल किया है।
व्हाइट हाउस ने कहा- मोदी-बाइडेन की मुलाकात दोनों देशों के बीच 10-15 साल की पार्टनरशिप की शुरुआत
अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (NSC) के स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन कॉर्डिनेटर और व्हाइट हाउस प्रवक्ता जॉन किर्बी ने राष्ट्रपति बाइडेन से PM मोदी की होने वाली द्विपक्षीय बैठक पर कहा कि अगले कुछ दिनों में दोनों नेता कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी।
यह मुलाकात दोनों देशों के बीच अगले 10 से 15 सालों की पार्टनरशिप को परिभाषित करने जा रही है। हम रक्षा सहयोग, साइबर, स्पेस, सप्लाई चेन और क्लाइमेट चेंज जैसे मुद्दों पर चर्चा करेंगे।. इससे भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे। हम इसे बहुत उम्मीदें हैं।