शेखावत बोले:भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण का दौर,राम मंदिर से फिर उदित हुआ भाग्य का सूर्य:बाड़मेर में मीडिया से बातचीत में केंद्रीय संस्कृति मंत्री का बयान

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बाड़मेर, 07 अप्रैल। केंद्रीय संस्‍कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्‍द्र सिंह शेखावत ने कहा कि यह भारत के सांस्‍कृतिक पुनर्जागरण का दौर है। अयोध्‍या में भगवान श्रीराम का मंदिर बनने के बाद देश में भारत के भाग्‍य का जो सूर्य अस्‍तांचल में चला गया था, वह फिर से उदित हो गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत के भाग्‍य के उदित सूर्य की रश्मियों से पूरा विश्‍व आलोकित हो रहा है और पूरा विश्‍व भारत को बदलते हुए देख रहा है।

सोमवार को बाड़मेर दौरे के दौरान पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को अपने व्‍यक्तिगत स्‍वार्थ और हितों से ऊपर उठकर संकल्‍पबद्ध होना होगा, जिससे प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी जी के नेतृत्‍व में विकसित भारत बनाने की के संकल्‍प को पूरा किया जा सके।

इतिहास को अपने हिसाब से तोड़ा-मरोड़ा गया
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आजादी से पहले और आजादी के बाद हमारे इतिहास और इतिहास के नायकों के साथ खिलवाड़ किया गया, जिससे बर्दाश्‍त नहीं किया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि कुछ लोगों ने अपने हितों के अनुरुप इतिहास के पन्‍नों का उल्‍लेख किया था और उसी से प्रेरित होकर कुछ दूषित मानसिकता के लोग इतिहास के खिलाफ बयानबाजी करते हैं, जिसे देश की जनता बिल्‍कुल भी स्‍वीकार नहीं करेगी।

राजस्‍थान में पर्यटन के विकास पर फोकस
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजस्‍थान में किस तरह पर्यटन का विकास किया जा सकता है, उस पर केंद्र और राज्‍य सरकार का पूरा फोकस है। शेखावत ने कहा कि वैसे तो संविधान के अनुरूप पर्यटन राज्‍य का विषय है, लेकिन राज्‍य सरकार ने अभी तक जो भी प्रस्‍ताव भेजे हैं, उन्‍हें केंद्र ने मंजूरी दी है, चाहे इसमें खाटू श्‍याम मंदिर के विकास से जुड़ा प्रस्‍ताव हो, धनोट मंदिर से जुड़ा प्रस्‍ताव हो या फिर पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित करने से संबंधित प्रस्‍ताव हो, केंद्र ने सभी को मंजूरी दी है और आने वाले समय में भी राज्‍य सरकार द्वारा भेजे जाने वाले सभी प्रस्‍तावों को प्राथमिकता के साथ मंजूरी दी जाएगी।

वक्फ संशोधन बिल गरीब मुसलमानों के हित में
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल को लेकर अब कोई भी संशय नहीं रह गया है, इसको लेकर सरकार ने पूरी पारदर्शिता बरती है। उन्‍होंने कहा कि कुछ लोग गरीब मुसलमानों की जमीन का दुरुप्रयोग अपने व्‍यक्तिगत हितों के लिए कर रहे थे, उनको जरूर इस बिल से दिक्‍कत है, लेकिन गरीब मुसलमान जानता है कि सरकार ने उनके हित में कितना बड़ा फैसला लिया है और इसमें पूरी पारदर्शिता बरती गई है।