तेल अवीव:-हमास और इजराइल के बीच शनिवार को शुरू हुई जंग दूसरे दिन भी जारी है। इजराइल ने कहा है कि रविवार को जंग में उसके 30 सैनिक मारे गए हैं। वहीं, इजराइल की डिफेंस मिनिस्ट्री ने बताया है कि उनकी कार्रवाई में अब तक हमास के 400 लड़ाके मारे गए हैं और कई को पकड़ लिया है। दूसरी तरफ, रविवार सुबह लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने भी इजराइल पर मोर्टार अटैक किया है।
जवाब में इजराइल ने लेबनान पर एयर स्ट्राइक शुरू कर दी है। हमास ने 7 अक्टूबर को 5 हजार रॉकेट से इजराइल पर हमला किया था। जंग के दूसरे दिन गाजा बॉर्डर पर तैनात इजराइली डिफेंस फोर्स के कमांडर नहल ब्रिगेड समेत 350 लोगों की मौत हो गई है। जंग में 313 फिलिस्तीनी भी मारे गए हैं। इजराइल में 1,864 और फिलिस्तीन में 1700 से ज्यादा लोग घायल हैं। हमास ने इजराइल के अश्कलोन अस्पताल पर भी रॉकेट दागे हैं।
हमास ने 200 से ज्यादा इजराइलियों को बंदी बनाया
इजराइली डिफेंस फोर्स के स्पोक्सपर्सन जॉनथन कॉनरिकस ने वीडियो जारी कर आरोप लगाया कि हमास ने महिलाओं और बच्चों समेत करीब 200 इजराइली लोगों को बंधक बना लिया है। इन्हें गाजा की तरफ ले जाया गया है।
जॉनथन ने आशंका जताई कि यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है। उन्होंने कहा- हमास ने हो सकता है कि कई महिलाओं और बच्चों को मार भी दिया हो। इस बारे में हमारे कोई ठोस जानकारी नहीं है। उन्हें बचाने की कोशिश की जा रही है।
दरअसल, सोशल मीडिया पर कई वीडियोज वायरल हो रहे हैं जिनमें हमास के लड़ाके इजराइली नागरिकों को जबरदस्ती गाड़ियों में बैठाकर ले जाते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, BBC ने लोकल मीडिया की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि कुछ बंधकों को छुड़ा लिया गया है।
अहम अपडेट्स…
- प्रधानमंत्री नेतन्याहू तेल अवीव में सेना हेडक्वार्टर में सिक्योरिटी चीफ के साथ बैठक कर रहे हैं।
- जर्मनी और फ्रांस ने अपने यहूदी इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है।
- UNSC ने जंग को लेकर आज अहम बैठक बुलाई है।
- इजराइल में मेघालय के 27 ईसाई तीर्थ यात्री और नेपाल के 7 लोग फंसे हैं।
- सऊदी अरब ने इजराइल और फिलिस्तीन से हमले रोकने की अपील की है।
- टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, ईरान के कई शहरों में इजराइल पर हुए हमले का जश्न मनाया जा रहा है। सोशल मीडिया पर इसके वीडियो वायरल हो रहे हैं।
- इजराइल में बिगड़ते हालात के बीच इंडियन एम्बेसी ने वहां मौजूद अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। उन्हें सतर्क और सुरक्षित रहने को कहा है।
- एयर इंडिया ने इजराइल से फ्लाइट्स को रोक दिया है।
नेतन्याहू बोले- ये जंग लंबी चल सकती है, हम इसे जरूर जीतेंगे
जंग के बीच शनिवार रात को इजराइल के PM बेंजामिन नेतन्याहू ने जनता को संबोधित किया। उन्होंने कहा- ये जंग लंबी चल सकती है। हम अपनी डिफेंस फोर्स की पूरी ताकत का इस्तेमाल करके हमास को तबाह कर देंगे। गाजा में रह रहे लोगों को बाहर निकल जाना चाहिए।
उन्होंने कहा- शनिवार को जो हुआ वो इजराइल ने आज तक कभी नहीं देखा था और हम दोबारा ऐसा कभी होने नहीं देंगे। हमास हम सबकी हत्या करना चाहता है। वो मांओं और बच्चों को उनके घरों में मार रहा है। वो एक ऐसा दुश्मन है जो बुजुर्गों, बच्चों और लड़कियों को निशाना बनाता है। वो छुट्टियों का आनंद ले रहे बच्चों और आम नागरिकों का नरसंहार कर रहे हैं।
इसके पहले शनिवार को नेतन्याहू ने जंग का ऐलान किया था। कैबिनेट के साथ इमरजेंसी मीटिंग के बाद उन्होंने कहा था- ये जंग है और हम इसे जरूर जीतेंगे। दुश्मनों को इसकी कीमत चुकानी होगी।
7 अक्टूबर को हुए हमले की 3 अहम वजह…
1. इजराइल अभी घरेलू मोर्चे पर व्यस्त था। ज्यूडिशियल सिस्टम की शक्तियां कम करने का कदम उठाने से जनता विरोध में थी।
2. यहूदियों के पवित्र त्योहार सिमचैट टोरा के आखिरी दिन था, लोग जश्न में थे।
3. 6 अक्टूबर को 1973 में हुई जंग की 50वीं एनिवर्सिरी थी। 6 अक्टूबर 73 को पड़ोसी देशों ने इजराइल पर हमला किया था। यहूदी इस दिन पापों के प्रायश्चित के लिए उपवास रखते हैं। यानी उनकी आस्था पर हमला किया गया है।
अप्रैल से बनने लगे थे बड़े हमले के हालात
ताजा हमले के संकेत अप्रैल से मिलने लगे थे। दरअसल, वेस्ट बैंक इलाके में बार-बार इजराइली सैन्य अभियान चलाए जा रहे थे। तब गाजा ने इजराइल को उसी भाषा में जवाब देना तय किया। मई में इजराइल और हमास में छोटी लड़ाई हुई। एक हफ्ते बाद इजराइली हवाई हमलों में हमास के 3 नेता मारे गए। उस संघर्ष को मिस्र, यूएन ने खत्म कराया था।
1000 से ज्यादा फिलिस्तीनी इजराइल में घुसे
इजराइली सेना ने गाजा पट्टी के 7 इलाकों में लोगों से घर छोड़कर शहर में बने शेल्टर होम में जाने को कहा है। सेना यहां पर हमास के ठिकानों पर हमला करेगी। अलजजीरा के मुताबिक, 1000 से ज्यादा फिलिस्तीनी इजराइल में घुस गए हैं। 1948 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है।
‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘स्वॉर्ड्स ऑफ आयरन ‘
हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। वहीं इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘स्वॉर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया है।
हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने शनिवार को कहा था- ये हमला यरूशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।
ईरान हमास तो पश्चिमी देश इजराइल के साथ
हमास और इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष को लेकर दुनियाभर से प्रतिक्रिया आ रही हैं। पश्चिमी देशों अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने हमास के हमले की निंदा की है। वहीं ईरान ने हमास का समर्थन किया है।
किस देश ने क्या कहा?
भारत- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- इजराइल में हुए आतंकी हमले की खबर से स्तब्ध हूं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों और मृतकों के परिवार के साथ हैं। मुश्किल घड़ी में हम इजराइल के साथ हैं।
चीन- चीन ने इजराइल और फिलिस्तीन के बीच हो रही हिंसा के बढ़ने पर गहरी चिंता जताई है।
यूक्रेन- यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने इजराइल के खिलाफ हमास के हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा- हम इस जंग में इजराइल के साथ हैं। उन्हें अपनी और अपने नागरिकों की रक्षा करने का हक हैं।
ब्रिटेन- प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा है कि मैं हमास के हमले से हैरान हूं। इजराइल को अपनी सुरक्षा का पूरा अधिकार है।
फ्रांस- राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि दुख की घड़ी में वो हमास के हमले में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के साथ हैं।
EU- यूरोपियन यूनियन की चीफ उर्सला ने कहा है कि इजराइल को जवाबी कार्रवाई का पूरा हक है। हिंसा को रोकना जरूरी है।
अमेरिका- राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हमास के आतंकवादी इजराइली सैनिकों और नागरिकों को सड़कों और उनके घरों में मार रहे हैं, ये गलत है। इजराइल की मदद के लिए हम हर तरह से तैयार हैं। उसे अपनी और अपने लोगों की रक्षा करने का अधिकार है। उन्होंने अपनी टीम से इजराइल, फिलिस्तीन, UAE, तुर्किये के कॉन्टैक्ट में रहने के लिए कहा है। वहीं, अमेरिकी डिफेंस सेक्रेटरी लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि वो इस बात का ध्यान रखेंगे कि इजराइल को अपनी सुरक्षा में किसी तरह की कमी न रहे।
ईरान- सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई के एडवाइजर ने कहा है कि हम फिलिस्तीन के इजराइल पर किए अटैक का समर्थन करते हैं।
कतर- कतर ने इजराइलियों को फिलिस्तीनी लोगों के साथ हिंसा करने का जिम्मेदार ठहराया है ।
ऑस्ट्रेलिया– प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने कहा कि हम इस समय अपने मित्र इजराइल के साथ खड़े हैं। इजराइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है।
तुर्किये और रूस– दोनों ही देशों ने किसी की साइड न लेते हुए कहा है कि मसले का हल बातचीत से सुलझाया जाना चाहिए।
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद
मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है।
गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।
हमास में करीब 27 हजार लोग हैं
- ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ के मुताबिक, हमास में करीब 27 हजार लोग हैं। इन्हें 6 रीजनल ब्रिगेड में बांटा गया है। इसकी 25 बटालियन और 106 कंपनियां हैं। इनके कमांडर बदलते रहते हैं।
- हमास में 4 विंग हैं। मिलिट्री विंग के चीफ हैं- इज अद-दीन अल कासिम। पॉलिटिकल विंग की कमान इस्माइल हानिया के हाथों में हैं। इस विंग में नंबर दो पर हैं मूसा अबु मरजूक। एक और नेता हैं खालिद मशाल। इंटरनेशनल अफेयर्स के लिए यह मुस्लिम ब्रदरहुड पर निर्भर है। एक सोशल विंग भी है।
- इजराइल के उन हिस्सों पर कब्जा करना, जिनमें ज्यादातर फिलीस्तीनी हैं। एक स्वतंत्र देश के रूप में खुद को स्थापित करना।
- कई साल बाद अब हमास इजराइल को परेशान कर पाया है। इसके सदस्य आम लोगों की भीड़ में शामिल होकर इजराइली सैनिकों पर हमले करते हैं। इजराइल की ताकत के चलते अब ज्यादा मदद नहीं मिल पा रही। हर बार झड़प में हमास को ही नुकसान हुआ।