इजराइल-हमास जंग का आज 22वां दिन है। इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) का कहना है कि वो गाजा में घुस चुकी है। यहां जमीनी हमले कर रही है। IDF ने देर रात गाजा में जमीनी स्तर पर हमले को तेज कर दिया। हमले का एक वीडियो भी जारी किया।
IDF ने बताया- वे हमास आतंकियों की लोकेशन ट्रेस करके उनके ठिकानों को तबाह कर रहे हैं। उधर BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइली सेना ने गाजा का युद्धक्षेत्र घोषित कर दिया है और लोगों से गाजा छोड़ने को कहा।
वहीं भारतीय समयानुसार रात 11:00 बजे इजराइली PM बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रेस कांफ्रेंस करके बताया- हमास के खिलाफ युद्ध सेकेंड स्टेज पर पहुंच गया है। नेतन्याहू ने आगे कहा- यह एक लंबा युद्ध होगा। हम लड़ेंगे, जीतेंगे। हम आत्मसमर्पण नहीं करेंगे और न ही पीछे हटेंगे। नेतन्याहू ने इसे इजराइल का स्वतंत्रता का दूसरा युद्ध बताया।
टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बंधकों के परिजन से मुलाकात की है। हमास की कैद में 229 बंधक हैं। इनके परिजन काफी समय से PM नेतन्याहू से मिलने की मांग कर रहे थे। सभी लोग बंधकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित थे। उनका कहना था कि सेना हमास के अंडरग्राउंड ठिकानों को निशाना बना रही है। इन्हें सुरंगों में बंधकों को रखे जाने की खबर हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है।
टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारतीय समयानुसार रात 11:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। ये जंग के बाद पहली बार होगा जब वो मीडिया के सवालों का जवाब देंगे।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी से फोन पर बात की। दोनों लीडर्स ने जंग को लेकर चर्चा की। उन्होंने भारत-मिस्र के रिश्तों को मजबूत करने पर भी बातचीत की।
इजराइली सेना बोली- हम गाजा में जमीनी हमले कर रहे
इधर, इजराइल डिफेंस फोर्स (IDF) का कहना है कि वो गाजा में घुस चुकी है। यहां जमीनी हमले कर रही है। IDF के स्पोक्सपर्सन ने कहा- हम गाजा में अपना जमीनी ऑपरेशन बढ़ा रहे हैं। हम 2 हफ्तों से जमीनी हमलों की तैयारी कर रहे थे। अभी भी हमने पूरी तरह से हमला नहीं किया है पर हम धीरे-धीरे जमीनी हमले का दायरा बढ़ा रहे हैं।
इजराइली सेना पहली बार 26 अक्टूबर को टैंकों के साथ गाजा पट्टी में घुसी थी। इस दौरान हमास ने भी कहा था कि वो सैनिकों से भिड़े थे। सेना एयर स्ट्राइक के साथ समुद्री रास्तों से हमला कर रही है। अब जमीनी हमले भी शुरू किए हैं। जंग में अब तक 311 सैनिकों की मौत हुई है।
IDF के स्पोक्सपर्सन ने कहा- हवाई हमलों के दौरान भी हमास के अंडरग्राउंड ठिकानों को खासतौर पर टारगेट किया जा रहा है। शुक्रवार रात को हमास के ऐसे 150 ठिकानों पर हमले हुए। इसकी वजह से गाजा के इलाके में कम्यूनिकेशन टूट गया है और इंटरनेट बंद हो चुका है। करीब 23 लाख लोग दुनिया से कट चुके हैं।
इधर, सेना ने दावा किया कि उसने हमास की एयरफोर्स के हेड इस्साम अबू रुकबेह को मार गिराया है। IDF के मुताबिक 7 अक्टूबर को इजराइल में पैराग्लाइडिंग से हमले के लिए रुकबेह ही जिम्मेदार था।
UN में सीजफायर के लिए प्रस्ताव पास
इससे पहले UN की जनरल एसेंबली में शुक्रवार रात 2 बजे (भारतीय समयानुसार) इजराइल-हमास जंग रोकने का प्रस्ताव पास हुआ। प्रस्ताव के पक्ष में 120 वोट पड़े, वहीं विपक्ष में 14 देशों ने वोटिंग की। भारत सहित 45 देशों ने वोट नहीं किया।
अमेरिका और इजराइल ने इस प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया। न्यूयॉर्क में हुई UN की बैठक में इजराइल के राजदूत गिलाद एर्दान ने कहा, ‘हम हमास को इस तरह के अत्याचार करने की इजाजत देकर चुपचाप नहीं बैठेंगे। इजराइल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है। इस अधिकार का मतलब यह सुनिश्चित करना है कि इस तरह के अत्याचार कभी नहीं दोहराए जाएं। ऐसा तभी होगा जब हमास का पूरी तरह से खात्मा हो जाए।’
भारत ने UN प्रस्ताव से दूरी क्यों बनाई
जंग शुरू होने के बाद नेतन्याहू से फोन पर बातचीत के दौरान PM मोदी ने कहा था कि हम हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ हैं। भारत के लोग इस मुश्किल घड़ी में इजराइल के साथ हैं। विदेश मामलों के जानकार और ORF रिसर्चर कबीर तनेजा के मुताबिक पिछले 10 सालों में भारत सरकार की डिप्लोमेसी आतंकवाद के खिलाफ रही है। PM नरेंद्र मोदी का बयान उसी डिप्लोमेसी का हिस्सा है।
तनेजा मानते हैं कि भारत का अब भी फिलिस्तीन को लेकर वही स्टैंड है जो इंदिरा या दूसरी सरकारों के समय में होता था। भारत इस समस्या के समाधान के लिए टू स्टेट सॉल्यूशन का समर्थन करता है। जंग के बीच भी भारत ने फिलिस्तीनियों की मदद के लिए जरूरी सामान भिजवाया। यही वजह है कि भारत ने UN प्रस्ताव से दूरी बनाई।
इजराइल बोला- अल-शिफा अस्पताल के नीचे हमास का मुख्य बेस
इस बीच मिलिट्री का हवाला देते हुए इजराइली मीडिया कैन ने बताया कि हमास की कैद में 200 से ज्यादा बंधक हैं। इनमें से 30 बच्चे हैं। 20 लोगों की उम्र 60 साल से ज्यादा है। अलजजीरा के मुताबिक, 12 साल का एक बच्चा कैद में है। उसकी मां ने कहा- मेरे परिवार के कई सदस्य मारे गए। हमास लड़ाके मेरे बेटे को उठाकर ले गए। कैदियों के कुछ वीडियो वायरल हुए। उनमें मेरा बेटा दिखा। उसे देखकर खुशी हुई। वो जिंदा है।
इधर, इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) का कहना है कि हमास का मेन ऑपरेशन बेस गाजा के सबसे बड़े अल शिफा अस्पताल के नीचे है। IDF ने इससे जुड़ी सैटेलाइट इमेज जारी की है। IDF के स्पोक्सपर्सन ने कहा- हमारे पास इस बात के सबूत हैं कि सैंकड़ों लड़ाके अस्पताल में छिपे हैं। इन बेस तक जाने के लिए लड़ाके सुरंगें का इस्तेमाल करते हैं।