गाजा पहुंचे इजराइली PM नेतन्याहू:सैनिकों से मिले;हमास ने तीसरे बैच में 17 बंधकों को आजाद किया,इसमें एक रूसी नागरिक

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इजराइल और हमास के बीच सीजफायर के तीसरे दिन इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा पहुंचे। उन्होंने नॉर्थ गाजा में मौजूद सैनिकों से मुलाकात की। उन्होंने कहा- हम अपने बंधकों को वापस लाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा- जंग में हमारे तीन लक्ष्य हैं। पहला- हमास का खात्मा, दूसरा- बंधकों की वापसी और तीसरा- यह सुनिश्चित करना कि गाजा फिर से इजराइल के लिए खतरा न बने।

इस बीच हमास ने आज बंधकों के तीसरे बैच में 13 इजराइलियों को आजाद कर दिया। इसमें एक रूसी नागरिक है। बदले में इजराइल 39 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा।

वेस्ट बैंक में 2 फिलिस्तीनियों को मारकर खंभे पर लटकाया
इधर, वेस्ट बैंक में शुक्रवार की रात भीड़ ने 2 फिलिस्तीनियों को गोली मारकर बिजली के खंभे से लटका दिया। टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक उन पर इजराइल के लिए जासूसी करने के आरोप लगे थे।

एक फिलिस्तीनी पत्रकार ने टाइम्स ऑफ इजराइल को बताया कि भीड़ ने पहले तो दोनों को पीटा, उन्हें गोली मारी और उनके शवों को लातें मारीं। सोशल मीडिया पर इसके वीडियो वायरल हुए हैं। इनमें सैकड़ों लोग दिखाई दे रहे हैं। जबकि कुछ लोग मारे गए फिलिस्तीनियों को बिजली के खंभे पर लटका रहे हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ लोगों ने दोनों फिलिस्तीनियों को इजराइली इंटेलिजेंस के लोगों से मिलते देखा था। आरोप है कि उन्हें इंटेलिजेंस शेयर करने के बदले हजारों डॉलर भी दिए गए थे। मारे जाने के बाद भीड़ ने उनके शवों को खंभे से उतारकर कचरे में फेंक दिया। अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो पाई है कि इस घटना के दौरान वहां फिलिस्तीनी अथॉरिटी मौजूद थी या नहीं।

यमन में इजराइली शिप हाईजैक
यमन के अदन तट पर अज्ञात लोगों ने इजराइली शिप को हाईजैक कर लिया है। हालांकि अब तक किसी संगठन ने ऐसा करने की जिम्मेदारी नहीं ली है। दरअसल, 19 नवंबर को यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर से एक कार्गो शिप गैलेक्सी लीडर को हाइजैक कर लिया था। ये जहाज तुर्किये से भारत आ रहा था। हूती विद्रोहियों ने इसे इजराइली जहाज समझ कर हाइजैक किया था।

हमास के कैदियों का अपनों से मिलन
सीजफायर के दूसरे दिन हमास ने शनिवार देर रात इजराइली बंधकों के दूसरे बैच को रिहा कर दिया। बदले में 39 फिलिस्तीनियों को इजराइली जेलों से छोड़ा गया। इजराइली सेना का कहना है कि युद्धविराम समझौते के तहत अदला-बदली के दूसरे दौर में हमास ने 13 इजराइलियों और चार विदेशियों को रिहा किया। ये चारों थाईलैंड के नागरिक हैं।

रिहाई के बाद दोनों तरफ के लोग और उनके परिवार खुशी मना रहे हैं। हमास ने जिन बंधकों को रिहा किया, उनमें 8 बच्चे और 5 महिलाएं शामिल हैं। इनमें से 3 बच्चों की उम्र 10 साल से भी कम है। हमास की कैद से आजाद हुई 5 साल की रज अपनी 3 साल की बहन अवीव और मां के साथ बंधक थी। शनिवार को पिता से मिलने के बाद उसने कहा कि वो कैद में घर लौटने के सपने देखती थी। रिहा हुए कई बंधक ऐसे हैं, जिनके परिजन अब भी हमास के बंधक हैं।

वहीं, शुक्रवार को रिहा हुई 9 साल की एमिली लगभग 50 दिन बाद शनिवार को अपने पिता से मिली। एमिली के पिता थॉमस हैंड को लगा था कि वो 7 अक्टूबर को हुए हमास के हमले में मारी गई है। इजराइली सेना ने उनसे कहा था कि उन्हें शक है कि एमिली जिंदा बची होगी। थॉमस सिंगल डैड हैं, उनकी पत्नी की कुछ साल पहले कैंसर से मौत हो गई थी। हमास की कैद में रहते हुए ही एमिली 9 साल की हुई।

इजराइल पर सीजफायर की शर्तें नहीं मानने का आरोप
इससे पहले सीजफायर के दूसरे दिन हमास ने बंधकों के दूसरे बैच की रिहाई टाल दी थी। अलजजीरा के मुताबिक हमास का कहना है कि इजराइल जरूरत का सामान लेकर पहुंचे ट्रकों को गाजा में एंट्री दे। साथ ही गोलीबारी रोके। उधर हमास ने इजराइल पर सीजफायर की शर्तें नहीं मानने का भी आरोप लगाया है।

दरअसल, गाजा की हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा कि युद्धविराम के बीच इजराइली सेना ने सेफ कॉरिडोर से गुजर रही मेडिकल टीम पर हमला किया। इस दौरान रेस्क्यू के लिए पहुंचा एक शख्स घायल हो गया। उसे गोली लगी। वहीं, शनिवार देर रात इजराइली सैनिकों ने वेस्ट बैंक की ओफर जेल के बाहर भी गोलीबारी की। यहां सैकड़ों लोग फिलिस्तीनी कैदियों के रिहा होने का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान एक शख्स के घायल होने की खबर है।

गाजा में महंगाई की मार
सीजफायर के दूसरे दिन यानी 25 नवंबर को 200 ट्रक मदद लेकर गाजा पहुंचे। इसे लेने बाजारों में लोगों की भीड़ उमड़ी। अलजजीरा के मुताबिक, सीजफायर के बीच गाजा में महंगाई देखने को मिली। यहां फूड आइटम्स के दाम 10% बढ़ गए हैं। सब्जियां 32% महंगी बिक रही हैं। वहीं आटा 65 प्रतिशत महंगा हो गया है। पानी के दाम में 100 प्रतिशत इजाफा हुआ है।

पिता ने हमास की कैद से आजाद हुई बेटी से कहा- हम जल्द घर पहुंचेंगे
हमास ने 24 नवंबर को 13 इजराइली बंधकों को आजाद किया। इनमें 4 साल की रजा, 2 साल की अवीव और उनकी मां डोरोन हैं। तीनों इजराइल वापसी के बाद पति और पिता योनी आशेर से मिलीं। सभी के आंखों में आंसू थे। पिता के सीने से लिपटकर रजा ने कहा कि कैद में उसने सपना देखा था कि वो दोबारा घर जाएगी। इस पर पिता ने कहा- तुम्हारा सपना पूरा हो रहा है। हम सब जल्द घर पहुंचेंगे।

गाजा लौटे लोग बोले- हम दोबारा घर बसा लेंगे
इजराइली हमले रुकने के बाद लोग गाजा लौट रहे हैं। नॉर्थ गाजा लौटीं 58 साल की निजार ने कहा- यहां हमारा घर था, यादें थीं। अब सब तबाह हो गया है। आंखों में आंसू लिए उन्होंने मलबे से अपने घर का सामान उठाते हुए कहा- हम दोबारा यहां घर बसा लेंगे। वो (इजराइली सेना) हमारी उम्मीदों को नहीं तोड़ सकते हैं।

सीजफायर को एक-दो दिन बढ़ाया जा सकता है : मिस्र
टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक इजराइल और हमास के बीच सीजफायर एक या दो दिन के लिए बढ़ाया जा सकता है। जिससे ज्यादा बंधकों को आजाद किया जा सके। अभी मिस्र और कतर की मध्यस्थता के बाद 4 दिन के युद्धविराम पर सहमति बनी है। सीजफायर 24 नवंबर की सुबह शुरू हो गया है।

जंग में 67 पत्रकारों ने जान गंवाई
इजराइल-हमास जंग के 49वें दिन सीजफायर हुआ। इसके पहले गाजा पर हुए इजराइली हमलों में 67 पत्रकारों ने जान गंवाई। इनमें से 7 महिला पत्रकार थीं। गाजा के अधिकारियों ने यह जानकारी अपनी टेलीग्राम चैनल पर शेयर की। पोस्ट के साथ लिखा- सच्चाई की शहादत।

वेस्ट बैंक में 221 फिलिस्तीनियों की मौत
अलजजीरा के मुताबिक, जंग के बीच वेस्ट बैंक में 221 फिलिस्तीनी मारे गए। इनमें 56 बच्चे थे। 7 अक्टूबर के बाद से ही इजराइली सेना हमास आतंकियों को पकड़ने के लिए वेस्ट बैंक में रेड कर रही थी। यहां 2 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। दरअसल, हमास वेस्ट बैंक में रह रहे फिलिस्तीनियों को इजराइली लोगों पर हमला करने के लिए उकसा रहा है। इसको लेकर सेना रेड कर रही है।

‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’
हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।

वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।