सेवानिवृत्त मजिस्ट्रेट और उसके पुत्र को बंधक बनाकर पर चार बदमाशों ने गहने-कैश और लैपटॉप लेकर हुए फरार
जयपुर :
मानसरोवर इलाके में शाम नौ बजे कुछ हथियारबंद बदमाशों ने धनवंतरी हॉस्पिटल के पीछे रहने वाले सेवानिवृत्त मजिस्ट्रेट राजेश नारायण और उनके बेटे को बंधक बनाकर अलमारी के लॉकर से गहने-10 हजार कैश, दो मोबाइल और लैपटॉप लेकर फरार हो गए। सेवानिवृत्त मजिस्ट्रेट राजेश नारायण ने इस वारदात की मानसरोवर थाने में मामला दर्ज कराया है।
मानसरोवर थाने के एसएचओ ने बताया कि घर में तीन लोग रहते हैं। रात को राजेश की पत्नी सुलेखा पड़ोसी के घर गई हुई थी। करीब 9 बजे राजेश और बेटा आदित्य घर में टीवी देख रहे थे। इस दौरान चार बदमाश आए। घर का गेट खुला था तो अंदर घुस आए। घर के अंदर घुसकर कहा कि हम एसीबी से हैं, क्या आप आर्मी से रिटायर्ड हैं। मना करने के बाद चारों ने दोनों को हथियारों के बल पर बंधक बना लिया।
बदमाश अपने साथ मेडिकल टेप लेकर आए थे। इससे दोनों पिता-पुत्र के हाथ पीछे की तरफ बांध दिए। फिर गहनों और कैश के बारे में पूछा। नहीं बताने पर दोनों के मूंह पर टेप लगाकर कमरे में बंद कर दिया। उसके बाद आधे घंटे तक चारों घर की तलाशी लेते रहे। इसमें साढ़े 10 हजार रुपए कैश और सोने चांदी के गहने, दो मोबाइल और एक लैपटॉप लूटकर ले गए।
उन्होंने बताया कि रात को करीब 9.30 बजे पत्नी वापस घर पहुंची। उसने देखा तो पति और बेटा कमरे में बंद थे। उनको खोलकर पुलिस को लूट की जानकारी दी।
पूछताछ में सामने आया कि चारों बदमाशों में से दो के पास देसी पिस्तौल थी। वहीं दो ने चाकू हाथ में ले रखा था। घटना की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंची। एफएसएल और डॉग स्क्वायड की मदद से सबूत जुटाए गए।
पुलिस ने घटना के बाद पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के खंगाला। फुटेजों में रात करीब 7.30 बजे से दो-दो के ग्रुप में चारों बदमाश रेकी करते दिख रहे हैं। पुलिस को शक है कि बदमाश करीब में रहने वाले एक रिटायर्ड फौजी के घर में लूट करने आए थे, लेकिन घर के बाहर नेम प्लेट दिखाई नहीं देने के कारण सेवानिवृत्त जज के घर में घुस गए।