जाको राखे साइयां मार सके ना कोई:-वसुंधरा राजे:बोली- मेरे खिलाफ कितनी भी साजिश रच लें,हर साजिश होगी नाकाम

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जयपुर:-राजस्थान में चुनावी साल शुरू होने के साथ ही सियासी बयानबाजी का सिलसिला भी शुरू हो गया है। सचिन पायलट द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप के बाद गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने डूंगरपुर में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान राजे ने भगवान को याद करते हुए अपने विरोधियों पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कोई कितना भी दुष्प्रचार करें। मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचलें। लेकिन समय आने पर उनकी हर साजिश नाकाम हो जाएगी। इस दौरान राजे ने हनुमान चालीसा की चौपाई को दोहराते हुए कहा कि सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डरना।

दरअसल, डूंगरपुर के आसपुर में विधायक गोपीचंद मीणा द्वारा भागवत कथा का आयोजन किया गया था। जिसमें शामिल होने के लिए आज वसुंधरा राजे आसपुर पहुंची थी। इस दौरान जनसभा को सम्बोधित करते हुए राजे ने कहा कि ‘हमें चिंता नहीं उनकी, उन्हें चिंता हमारी है। हमारी नाव के रक्षक, सुदर्शन चक्रधारी हैं। वैसे भी जाको राखे साइयां, मार सके न कोय, बाल न बांका कर सकेजो जग बैरी होय।

इस दौरान राजे ने भगवान कर जिक्र करते हुए कहा कि भगवान ने कहा है कि हर विकट परिस्थिति में चट्टान की तरह डटे रहो। क्योंकि कई अपने पराए हो सकते हैं। लेकिन अगर आप ईश्वर में आस्था और खुद में लड़ने की क्षमता रखते हो तो कोई तुम्हारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।

दरअसल, डूंगरपुर के आसपुर में विधायक गोपीचंद मीणा द्वारा भागवत कथा का आयोजन किया गया था। जिसमें शामिल होने के लिए आज वसुंधरा राजे आसपुर पहुंची थी। इस दौरान जनसभा को सम्बोधित करते हुए राजे ने कहा कि ‘हमें चिंता नहीं उनकी, उन्हें चिंता हमारी है। हमारी नाव के रक्षक, सुदर्शन चक्रधारी हैं। वैसे भी जाको राखे साइयां, मार सके न कोय, बाल न बांका कर सकेजो जग बैरी होय।

राजे ने सुनाई कहानी
वसुंधरा राजे ने सभा को सम्बोधित करते हुए एक कहानी सुनाई। उन्होंने बताया की एक गांव में एक भगवान का सच्चा भक्त और एक अधर्मी रहते थे। दोनों में लड़ाई थी पर दोनों ही मंदिर जाते थे। एक दिन अधर्मी ने पुजारी के कान में कहा कि पिछले दिनों मंदिर से जो गहने चोरी हुए थे। वह उस दूसरे व्यक्ति (भक्त) ने चुराये थे। पुजारी ने मान लिया और दूसरे दिन भगवान की भक्ति में लीन उस व्यक्ति को चोर समझ मंदिर में नहीं घुसने दिया। पर वो रोज आता और भगवान की सीढ़ियों पर ही ढोक लगाकर चला जाता। एक दिन वह भगवान की सीढ़ियों पर ढोक लगाकर घर जा रहा था। तभी अचानक कार से टकरा गया।

घर आकर वह भगवान की तस्वीर के सामने बैठकर कहने लगा भगवान धर्म की राह पर चलने वालों पर इतने संकट। भगवान बोले जिस दिन तू गाड़ी से टकराया। वो तेरा आखिरी दिन था। लेकिन तेरी भक्ति से तेरी मौत छोटी सी चोट में बदल गई। मेरी भक्ति के कारण तुझे एक दिन बहुत ऊंचा मुक़ाम मिलेगा। भगवान ने उसे उस अधर्मी के बारे में भी बताया कि उसके भाग्य में राजयोग था। मगर उसने मेरे भक्त पर झूठा आरोप लगाकर उसका दिल दुखाया। मेरे गहने भी उसी ने चुराये, इसलिए भाग्य में होने के बावजूद उसे राजयोग कभी प्राप्त नहीं होगा। चाहे वह कितने ही झूठे आरोपों का सहारा ले लें। कितना ही षड्यंत्र रच लें, कामयाबी अंत में तुम्हारी ही होगी।

राजे के आने से पहले चले गए पूनिया
भागवत कथा में बीजेपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया भी शामिल होने के लिए म्याला गांव पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कथावाचक आचार्य उत्तम स्वामी महाराज से आशीर्वाद लेने के साथ ही जनसभा को सम्बोधित भी किया। उन्होंने कहा कि वागड़ अंचल से उनका गहरा नाता है। इसलिए वो अक्सर यहां आते रहते हैं। लेकिन लगभग 45 मिनट रुकने के बाद सतीश पूनिया वापस रवाना हो गए। वहीं पूनिया के रवाना होने के 1 घंटे बाद वसुंधरा राजे सभा सथल पहुंची।

इससे पहले आज सुबह वसुंधरा राजे उदयपुर के डबोक एयरपोर्ट पहुंची। जहां बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओ ने राजे का स्वागत किया। इसके बाद राजे सड़क मार्ग से म्याला गाँव के लिए रवाना हुई। जहां सड़क मार्ग ने उनका दो दर्जन से ज्यादा जगहों पर स्वागत किया गया। इस दौरान राजे के साथ सांसद कनक मल कटारा, अर्जुनलाल मीणा, विधायक धर्म नारायण जोशी, अमृतलाल मीणा, कैलाश मीणा, अर्जुन जीनगर, ललित ओस्तवाल, फूलचंद मीणा, पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी, अशोक परनामी, धन सिंह रावत मौजूद रहे।