पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए व्रत रखती हैं।
इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर भगवान शिव, माता पार्वती और चंद्रदेव की भी पूजा करती हैं। करवा चौथ के दिन महिलाएं स्नान आदि करने के बाद व्रत का संकल्प लेती हैं और दिनभर व्रत रखने के बाद शाम को चंद्रमा को अर्ध्य देने के बाद ही व्रत खोलती है।
इस बार करवा चौथ के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। इस दिन से कन्या राशि में शुक्र और बुध ग्रह की युति हो रही है जिसके कारण लक्ष्मी-नारायण योग बन रहा है। इसके अलावा बुध और सूर्य की युति होने से बुधादित्य योग भी बन रहा है। इस दिन करवा चौथ का व्रत रखने से सुख-समृद्धि और वैवाहिक जीवन में खुशहाली आएगी।
करवा चौथ का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और चंद्रोदय का समय:
13 अक्टूबर 2022 को सुबह 01 बजकर 59 मिनट से चतुर्थी तिथि प्रारम्भ होगी
14 अक्टूबर 2022 को सुबह 03 बजकर 08 मिनट के बाद चतुर्थी तिथि समाप्त
करवा चौथ पूजा का सबसे अच्छा मुहूर्त 13 अक्टूबर शाम को 5 बजकर 54 मिनट से लेकर 7 बजकर 09 मिनट तक है।
अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 21 मिनट से दोपहर 12 बजकर 07 मिनट तक का है।
करवा चौथ पर चंद्रोदय रात 8 बजकर 09 मिनट पर होगा
व्रत का समय – सुबह 06 बजकर 20 मिनट से रात 08 बजकर 09 मिनट तक