रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन कर रहे पहलवानों के समर्थन में शुक्रवार को हरियाणा के कुरुक्षेत्र में खापों और किसान संगठनों की महापंचायत हुई। लगभग 5 घंटे चली इस महापंचायत में केंद्र सरकार को 9 जून तक का अल्टीमेटम दिया गया।
किसान नेता राकेश टिकैत ने महापंचायत में लिए गए फैसलों की जानकारी दी। टिकैत ने कहा- अगर सरकार ने 9 जून तक बृजभूषण को गिरफ्तार न किया और पहलवानों पर दर्ज केस वापस नहीं लिए तो खाप नेता खुद पहलवानों को दोबारा जंतर-मंतर पर धरने पर बैठाने जाएंगे।
इससे पहले बृजभूषण ने 5 जून को अयोध्या में होने वाली अपनी महारैली रद्द कर दी। सूत्रों के मुताबिक, बृजभूषण ने BJP हाईकमान के कहने पर रैली को कैंसिल किया। हाईकमान ने उन्हें बयानबाजी से बचने की भी नसीहत दी है।
इस बीच बृजभूषण के खिलाफ दो FIR में पहलवानों ने आरोप लगाया है कि बृजभूषण ने कथित रूप से कई बार छेड़छाड़ की। गलत तरीके से उन्हें छुआ। यहां तक कि सांस चेक करने के बहाने उनकी टी-शर्ट उतारी। नाबालिग पहलवान का आरोप है कि बृजभूषण ने उससे फिजिकल रिलेशन की डिमांड की थी।
उधर, छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने महिला पहलवानों के समर्थन में बैनर लगाए हैं।
नाबालिग पहलवान के पिता ने कहा, “बेटी ने एशियन चैंपियनशिप में 62KG फ्री स्टाइल में गोल्ड मेडल जीता। फिर 16 साल की उम्र में झारखंड के रांची में नेशनल गेम्स में जूनियर रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीता। यहीं पर उनकी बेटी के साथ फोटो लेने के लिए बृजभूषण ने जबरन उसे अपने पास खींचा। उसे बाहों में इतना कसकर जकड़ लिया कि वह खुद को छुड़ाने के लिए हिल तक नहीं पाई।
फोटो लेने के बहाने बृजभूषण ने उसे जकड़ा और हाथ कंधे से नीचे ले गया। बृजभूषण ने नाबालिग पहलवान को कहा कि तुम मुझे सपोर्ट करो और मैं तुम्हें सपोर्ट करूंगा। पहलवान बोली कि मैं अपने बलबूते यहां तक आई हूं और मेहनत करके आगे तक जाऊंगी।
बृजभूषण ने कहा कि एशियन चैंपियनशिप के ट्रायल जल्द होने वाले हैं। कोऑपरेट नहीं किया तो खामियाजा ट्रायल्स में भुगतना पड़ेगा। बृजभूषण ने नाबालिग पहलवान को कमरे में बुलाया। नाबालिग पहलवान प्रेशर में थी कि उसका करियर बृजभूषण बर्बाद न कर दे इसलिए वह मिलने चली गई। वहां पहुंचते ही बृजभूषण ने उसे अपनी तरफ खींचा और जबरदस्ती शारीरिक संबध बनाने की कोशिश की।
नाबालिग पहलवान इससे पूरी तरह सहम गई। उसने किसी तरह खुद को बृजभूषण के चंगुल से छुड़ाया और कमरे से बाहर भाग निकली। 2022 के मई महीने में एशियन चैंपियनशिप के ट्रायल हुए। जहां बृजभूषण ने कहे मुताबिक नाबालिग पहलवान के साथ भेदभाव किया।
इसी ट्रायल में एक और बात हुई। ट्रायल के दौरान एथलीट के स्टेट से ही रेफरी और मैट चेयरमैन, दोनों नहीं हो सकते। नाबालिग पहलवान के ट्रायल के दौरान उसे दिल्ली के पहलवान के साथ लड़ाया गया। जिसमें रेफरी और मैट चेयरमैन दोनों दिल्ली से थे। जो बिल्कुल नियमों का उल्लंघन था।
नाबालिग पहलवान ने वहीं पर इसका विरोध किया। इस पर उसे दो-टूक कहा गया कि उसे खेलना होगा, अन्यथा मुकाबले के दूसरे एथलीट को वॉकओवर यानी विजेता घोषित कर दिया जाएगा। नाबालिग पहलवान के मैच के वक्त रिकॉर्डिंग को स्विच ऑफ और ऑन किया जाता रहा ताकि वीडियो में गड़बड़ी कर सकें।
ये सब बृजभूषण के कहने पर किया गया, क्योंकि मेरी बेटी ने उसकी यौन इच्छा पूरी करने से इनकार कर दिया था। 2022 में जब नाबालिग पहलवान लखनऊ ट्रायल्स में प्रैक्टिस कर रही थी तो बृजभूषण फिर उसके पास आया। बृजभूषण ने उसे पर्सनली मिलने को कहा। नाबालिग पहलवान ने कहा कि बार-बार परेशान न करें।”
1. इलाज खर्च के बदले सेक्सुअल फेवर मांगा
महिला पहलवान ने कहा, “अगस्त 2022 में बुल्गारिया में वर्ल्ड जूनियर रेसलिंग चैंपियनशिप के दौरान पहली बार बृजभूषण ने सेक्सुअली हैरेस किया। ट्रेनिंग पर थी। बृजभूषण ने अकेले बुलाया। मैंने इनकार कर दिया। इसके बाद बृजभूषण ने दोबारा बुलाया। टी-शर्ट ऊपर उठाई फिर सांस चेक करने के बहाने छूने लगे। बृजभूषण होटल में उसी फ्लोर पर कमरा लेते थे, जहां पहलवान ठहरते थे। लुंगी में घूमते थे। एक बार होटल में मुझे अकेले पकड़ लिया। मुझे कुछ खाने का ऑफर दिया। बृजभूषण ने कहा कि इससे परफार्मेंस सुधरेगी। यह आइटम मेरे डायटिशियन या कोच ने अप्रूव नहीं की थी। 2022 में एक कंपीटिशन में मुझे चोट लग गई। जापान से इंडिया लौटने पर मुझे फेडरेशन के ऑफिस बुलाया गया। जहां बृजभूषण ने इलाज के बदले सेक्सुअल फेवर मांगा।”
2. बृजभूषण ने टी-शर्ट ऊपर खींची, भागकर जान बचाई
उसने आरोप लगाया, “बिसकेक में चैंपियनशिप के दौरान मैं ग्राउंड के मैट पर स्ट्रेचिंग-वार्मअप कर रही थी। बृजभूषण वहां किनारे खड़े होकर मुझे देखने लगे। जब मैं मैट पर लेटी हुई थी तो अचानक बृजभूषण करीब आ गए। तब वहां मेरा कोच नहीं था। मेरी इजाजत के बगैर उसने मेरी टी-शर्ट ऊपर खींच दी और छाती पर हाथ रख दिया। सांस लेने की जांच करने का बहाना बनाया। बृजभूषण मेरा करियर बर्बाद न कर दें, इस वजह से मैं कुछ नहीं बोल सकी। 2019 में मैं फेडरेशन के ऑफिस दिल्ली गई। वहां नेशनल कैंप की क्वेरी के लिए सेक्रेटरी विनोद तोमर से मिलने गई तो उसने मेरे भाई को बाहर रुकने को कहा। अंदर बैठे आदमी को भी बाहर भेज दिया। इसके बाद दरवाजा बंद कर मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की। मैंने भागकर जान बचाई।”
3. ग्रुप फोटो के दौरान मेरे पीछे हाथ रखा
महिला पहलवान ने पुलिस को बताया, “मैंने लखनऊ में चैंपियनशिप में हिस्सा लिया। वहां ग्रुप फोटो के दौरान बृजभूषण ने मेरे पीछे कमर के नीचे हाथ रख दिया। जब मैंने वहां से जाने की कोशिश की तो बृजभूषण ने जोर से मेरा कंधा पकड़ लिया। किसी तरह में वहां से निकली। 2022 में लखनऊ कैंप में मैंने छुट्टी मांगी। छुट्टी चीफ कोच देते हैं, लेकिन उन्होंने मुझे कहा- तुमको खुद नेताजी से मिलना पड़ेगा और उसके बाद जो भी एक्शन होगा, उसके लिए तुम खुद जिम्मेदार होगे। मुझे कैंप से नाम काटने और ट्रायल में हिस्सा न लेने देने के लिए भी धमकाया गया।”
4. ज्यादा स्मार्ट बन रही हो, कंपीटिशन नहीं खेलने?
पहलवान का आरोप है, “कर्नाटक में मेडल सेरेमनी के दौरान बृजभूषण ने मुझे बुलाया। जहां मुझे पर्सनल सवाल पूछे। मेरे साथ फोटो खिंचवाने के लिए कंधे से पकड़कर जबरदस्ती मुझे अपनी तरफ खींचा। मैंने विरोध किया तो बृजभूषण ने कहा- ज्यादा स्मार्ट बन रही हो क्या, आगे कोई कंपीटिशन नहीं खेलने हैं क्या तुम्हें।”
5. बेड पर लेटने को कहा, जबरन गले लगाया
उसने कहा, “मैंने एक कंपीटिशन में गोल्ड मेडल जीता। उसके बाद रूम में रेस्ट कर रही थी तो फिजियोथेरेपिस्ट ने आकर कहा कि मुझे बृजभूषण ने बुलाया है। मुझे लगा कि शायद बधाई देनी हो। वहां बृजभूषण ने फोन पर पेरेंट्स से बात कराई। जैसे ही कॉल खत्म हुई तो बृजभूषण ने मुझे अपने बेड की तरफ बुलाया। अचानक बिना परमिशन के मुझे जबरन गले लगा लिया। मुझे इतना सदमा लगा कि मैं रोने लगी तो बृजभूषण कहने लगा- नहीं-नहीं, फादर की तरह। इसके बाद बृजभूषण मुझसे बात करने के लिए मेरी मां को फोन करने लगा। बृजभूषण फोन पर पूछता था- मैं कैसा लग रहा था आज?, प्रैक्टिस कैसी चल रही, मुझे बता दिया करो, कुछ चाहिए तो। नवंबर 2022 में बृजभूषण ने सेक्सुअल फेवर के बदले मुझे सप्लीमेंट दिलाने की बात कही।”
6. छाती-पेट पर हाथ रख बोला- तेरा सांस कैसा चल रहा है?
रेसलर ने कहा, “मैं 2016 में मंगोलिया गई थी। वहां मैं डिनर के लिए रेस्टोरेंट में गई थी। वहां बृजभूषण ने मुझे अपनी डिनर टेबल पर बुलाया। वहां जाते ही मेरी छाती पर हाथ रख दिया। उसने 3-4 बार ऐसा किया। इस वजह से अगले 3-4 दिनों तक मैं ढंग से सो व खा नहीं सकी। एक बार मैं बृजभूषण से अलग सोफे पर बैठी हुई थी। थोड़ी देर में ही वह मेरे करीब आकर बैठ गया। मेरे हाथ, घुटने, जांघ और कंधे को गलत तरीके से छूने लगा। दिल्ली में मैं मैच हार गई तो बृजभूषण ने कसकर गले लगाया और 15-20 सेकेंड तक नहीं छोड़ा। जकार्ता में मेडल जीतने के बाद बृजभूषण ने 15-20 सेकेंड के लिए गले लगाया और मेरी छाती पर हाथ रख बोला- मैं देखना चाहता हूं कि तुम्हारी सांस कैसी चल रही है।”
1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली क्रिकेट टीम ने किया रेसलर्स का समर्थन
वर्ष 1983 का वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम ने बृजभूषण के खिलाफ आंदोलन कर रहे पहलवानों का समर्थन किया है। कपिल देव की अगुवाई वाली टीम में शामिल सुनील गावस्कर, रोजर बिन्नी, दिलीप वेंगसरकर और मदनलाल समेत कई खिलाड़ियों ने जाइंट स्टेटमेंट में लिखा- ‘हम पहलवानों के साथ हो रही बदतमीजी से व्यथित हैं। हमें चिंता इस बात की है कि वे अपनी मेहनत की कमाई को गंगा नदी में बहाने की सोच रहे हैं। वे मेडल न केवल उनके अपने हैं बल्कि देश का भी गौरव है। हम आग्रह करते हैं कि पहलवान जल्दबाजी में कोई फैसला न लें। हम उम्मीद करते हैं कि उनकी शिकायतों को सुनकर जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा।
गौरतलब है कि कपिल देव की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम ने 25 जून 1983 को इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान में खेले गए फाइनल में यादगार प्रदर्शन करते हुए क्लाइव लॉयड के नेतृत्व वाली वेस्टइंडीज को हराकर पूरी दुनिया को हैरान कर दिया था।