New Delhi :
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद के लिए सबसे प्रबल दावेदार मलिकार्जुन खड़गे हैं इसके अलावा शशि थरूर और केएन त्रिपाठी ने भी नामांकन पत्र भरा है।
कांग्रेस मुख्यालय में चुनाव अधिकारी मधुसूदन मिस्त्री के समक्ष सबसे पहले शशि थरूर ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इसके बाद गांधी फैमिली की पसंद मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी नामांकन भरा। जबकि शशि थरूर के साथ सिर्फ तीन नेता दिखे। जी-23 ग्रुप के नेता पूरी प्रोसेस से नदारद रहा।
मल्लिकार्जुन खड़गे की वरिष्ठता के चलते दिग्विजय सिंह उनके प्रस्तावक बने और जी-23 के नेता मनीष तिवारी और आनंद शर्मा ने उनका समर्थन किया। इस नई स्थिति के चलते अब यह तय हो गया है कि उन्हें कोई हरा नहीं पाएगा। कहने को तो शशि थरूर और झारखंड के कांग्रेस नेता केएन त्रिपाठी भी चुनाव लड़ रहे हैं। शशि थरूर ने कहा कि मल्लिकार्जुन जी बेहद सम्मानित साथी हैं। जितने ज्यादा लोग चुनाव में उतरेंगे, कांग्रेस उतनी ही बेहतर होगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी खड़गे से मिलने पहुंचे। इस मुलाकात के बाद कहा- खड़गे अनुभवी नेता हैं। उनका चुनाव लड़ने का फैसला सही है। कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव अब फ्रेंडली मैच है। हम सभी लोग एकजुट हैं। गांधी परिवार के बैकडोर सपोर्ट की वजह से खड़गे का कांग्रेस अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है। सब कुछ सही रहा तो मजदूर आंदोलन से करियर की शुरुआत करने वाले खड़गे देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की कमान संभाल सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो खड़गे बाबू जगजीवन राम के बाद दूसरे दलित अध्यक्ष बनेंगे।