New Delhi : राज्यसभा में बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस और भाजपा सांसदों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। राहुल गांधी के बाद विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम नरेंद्र मोदी से कई सवाल पूछे और आरोप लगाए।
उन्होंने कहा, आज नफरत हर जगह फैल रही है। हमारे ही प्रतिनिधि उसको बढ़ावा दे रहे हैं। मैं प्रधानमंत्री जी से पूछता हूं कि आप चुप क्यों बैठे हो। आप सबको डराते हो, नफरत फैलाने वालों को क्यों नहीं डराते हो। एक नजर पड़ी आपकी तो वो समझ जाएगा कि टिकट नहीं मिलेगा, चुप हो जाएगा। आप मौनी बाबा बनकर बैठे हैं इसलिए ये हालात बने हैं।
खड़गे ने कहा, ‘कहीं क्रिश्चियन का धार्मिक स्थल, उस पर निगाहें हैं। शेड्यूल कास्ट मंदिर गया तो उसे मारते हैं, सुनवाई नहीं होती। शेड्यूल कास्ट को हिंदू मानते हैं ना तो उसे मंदिर में क्यों नहीं जाने देते। उसके घर जाकर खाना खाकर मंत्री फोटो शेयर करते हैं। जब धर्म एक है तो उसे मंदिर में क्यों नहीं जाने देते हो। एक तरफ वो हमारे साथ भी नफरत करते हैं। धर्म-जाति-भाषा के नाम पर नफरत कर रहे हैं। नफरत छोड़ो और भारत को जोड़ो। राष्ट्रपति राधाकृष्णन ने कहा था कि हिंदू हो या मुसलमान, राजा हो या किसान…सबका सम्मान करना चाहिए।’
पब्लिक सेक्टर होते तो लाखों जॉब्स होते, अडाणी के पास सिर्फ 20 हजार लोग काम करते हैं
इस व्यक्ति को जो प्रोत्साहन मिला है। बैंकों ने 82 हजार करोड़ लोन दिया। मोदीजी को मालूम होगा कि गुजरात में एक किसानों को 31 पैसे बकाया के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट नहीं मिला। पैसा भी हमारा, पोर्ट, एयरपोर्ट भी हमारे। हमारे ही पैसे से ये सेक्टर खरीद रहे हैं। अगर पब्लिक सेक्टर जिंदा होते तो उसमें रिजर्वेशन होता, नौकरियां होतीं। बीएसएनल होता, या ऐसे पब्लिक सेक्टर होते तो 30 लाख रोजगार होता और 15 लाख रिजर्वेशन मिलता। 10 फीसदी इकोनॉमिकली वीकर सेक्शन को मिलता। सब प्राईवेट कर दे रहे हैं। जो रोजगार था, वो खत्म कर दे रहे हैं। आप तो गरीबों की बात करते हैं ना, आप पब्लिक सेक्टर क्यों खत्म कर रहे हैं। 10 लाख रोजगार यहां पर है। अडाणी को 82 हजार करोड़ दे दिए और उसके पास 20 हजार लोग काम करते हैं।