रांची:-जमीन घोटाले में घिरे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ करने ED सोमवार को उनके दिल्ली स्थित आवास पर पहुंची। वे यहां नहीं मिले। एजेंसी यहां जरूरी कागजात खंगाल रही है।
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि हेमंत सोरेन ED को ईमेल पर पूछताछ के लिए समय दिया है। इसमें लिखा- 31 जनवरी को दोपहर 1 बजे पूछताछ के लिए सीएम तैयार हैं। ED की कार्रवाई अलोकतांत्रिक है।
वहीं, ED की कार्रवाई के विरोध में JMM कार्यकर्ता रांची के मोरहाबादी इलाके से सीएम हाउस होते हुए राजभवन के लिए निकले। ED और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इससे पहले सुबह खबर आई थी कि झारखंड के मुख्यमंत्री का कहीं पता नहीं चल रहा। वे 27 जनवरी की रात 11:30 बजे दिल्ली स्थित आवास पहुंचे थे। देर रात उन्होंने पार्टी नेताओं और करीबियों के साथ बैठक भी की थी। वे अपने पिता और राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन के आवास पर भी नहीं है।
इस पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा था कि अगर मुख्यमंत्री आज जवाब नहीं दे रहे हैं तो उन्हें कल जवाब देना होगा। एक सच्चे नागरिक के रूप में हमें आज्ञा माननी चाहिए। कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत संतोषजनक नहीं है। मैं ये बात कई बार व्यक्त कर चुका हूं। कार्रवाई तो करनी ही पड़ेगी।
इधर, इस बात की भी चर्चा है कि सोरेन की गिरफ्तारी हो सकती है। इसे देखते हुए झारखंड में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। रांची स्थित CM हाउस के अलावा भाजपा ऑफिस और बड़े नेताओं के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिसकर्मियों की छुटि्टयां भी रद्द कर दी गई हैं।
सीएम आवास पर महागठबंधन की बैठक टली
हेमंत सोरेन से ED की पूछताछ की खबर के बीच महागठबंधन के विधायकों को रांची बुलाया गया। चर्चा तेज थी कि सभी विधायकों को तीन बजे सीएम आवास पहुंचना है। विधायक चंपई सोरेन, मिथिलेश ठाकुर समेत कई नेता पहुंचे, लेकिन थोड़ी ही देर में सभी सीएम आवास से बाहर निकल गए। अब सूचना आ रही है कि बैठक किसी वजह से टाल दी गई है। हालांकि, सभी विधायकों को रांची और आसपास में रहने का निर्देश दिया हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राजभवन में बीटिंग रिट्रीट समारोह में शामिल होने के बाद देर शाम दिल्ली पहुंच गए थे। हेमंत सोरेन दिल्ली किससे मिलने गए, इसे लेकर भी कई तरह के कयास थे। ED ने हेमंत सोरेन से पूछताछ के लिए 10वां समन भेजा और 31 जनवरी से पहले मौजूद रहने को कहा। इस बीच CM दिल्ली रवाना हो गए तो ED की टीम उनके आवास पहुंच गई।
राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश: कांग्रेस
ED की कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि फवाह फैलाई जा रही है कि सीएम लापता हैं। मुख्यमंत्री ने पहले ही 31 जनवरी का समय ले लिया है। फिर इस तरह की खबर कैसे आ रही है। यह गलत है। यह खबर इसलिए फैलाई जा रही है कि राज्य में अफरा-तफरी का माहौल बने और राज्यपाल लॉ एंड ऑर्डर की समस्या बताकर राष्ट्रपति शासन लगा दें। यह एक साजिश है, जिसे हम सफल नहीं होने देंगे।
निशिकांत दुबे ने सोरेन पर साधा निशाना
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया पर लिखा कि मैंने पहले ही कहा था कि झारखंड सरकार का महाधिवक्ता मेरे झारखंड के आन बान और शान वीर शिबू सोरेन जी के बेटे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी को भगौड़ा घोषित कर देगा। आज मेरी बात सही साबित होती दिख रही है। मीडिया की खबरों के अनुसार या तो हेमंत सोरेन जी भाग गए दिल्ली से या तो बीमार हो गए या तो अपहरण हो गया। झारखंड के राज्यपाल जी को उनके सुरक्षा अधिकारी को बर्खास्त करना चाहिए। झारखंड की नाक कट गई।
भाजपा बोली- जांच से भाग रहे हेमंत सोरेन
दिल्ली में ED की कार्रवाई पर झारखंड भाजपा के प्रवक्ता प्रत्तुल शाहदेव ने कहा- हेमंत सोरेन पर भ्रष्टाचार का मामला है। वे जांच से क्यों भाग रहे हैं। महागठबंधन के नेता इसे बेवजह राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं। CM आवास पर हुई रेड से साफ है कि यह तो होना तय था।
20 जनवरी को CM हाउस में साढ़े 7 घंटे हुई पूछताछ
इससे पहले ED ने 20 जनवरी को CM हाउस में हेमंत सोरेन से करीब साढ़े 7 घंटे पूछताछ की थी। तब एजेंसी ने उनसे सोर्स ऑफ इनकम और आयकर रिटर्न में दिए गए ब्योरे संबंधित सवाल किए थे।यह पूछताछ DAV बरियातू के पीछे स्थित 8.46 एकड़ जमीन से जुड़ी हुई थी।
पूछताछ के बाद CM सोरेन ने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा था कि मैंने ED के सभी सवालों के जवाब दिए हैं। आगे भी पूछताछ होती है तो मैं जवाब देने को तैयार हूं। इसके बाद ED ने उन्हें दूसरी बार पूछताछ के लिए 27 से 31 जनवरी के बीच समय और स्थान बताने को कहा था।
ऐसे हुआ था स्कैम का खुलासा
जमीन से जुड़े मामले को लेकर खुलासा तब हुआ जब रांची के अफसर अली को ED ने गिरफ्तार किया। इससे पहले साल 2022 के चार नवंबर को जमीन घोटाले में विष्णु अग्रवाल के कई ठिकानों पर ED ने छापेमारी की थी। बाद में तीन बार विष्णु अग्रवाल को पूछताछ के लिए समन भेजा गया।
जमीन के तमाम मामलों के साथ चेशायर होम रोड की जमीन की खरीद में हेमंत सोरेन का नाम सामने आया था। जांच में ED ने पाया कि जमीन की इस डील में प्रेम प्रकाश की भूमिका भी सामने आई थी। वहीं पुगडू में 9.30 एकड़ खास महल जमीन की खरीद में भी फर्जीवाड़े की बात सामने आई थी।
CM पर कैसे कसा शिकंजा
19 जुलाई साल 2022 को गिरफ्तार किए गए मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के घर पर 8 जुलाई को छापेमारी के दौरान ED को सीएम हेमंत सोरेन के बैंक खाते से जुड़ी चेक बुक मिलने की खबर सामने आई थी। ED के पास कई और भी ऐसे सबूत हैं जिनके संबंध में मुख्यमंत्री से सवाल किए जाने हैं।
ED ने PMLA कोर्ट में दाखिल चार्जशीट में जिक्र किया है कि 2 ब्लैंक चेक पर मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर भी थे। प्रेम प्रकाश की गिरफ्तारी के बाद भी कई खुलासे हुए हैं। अब जमीन घोटाला मामले में भी CM और उनके परिवार का नाम सामने आ रहा है।