मुंबई:-मुंबई के ग्रैंड हयात में आज (31 अगस्त) इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल अलायंस (I.N.D.I.A) की तीसरी बैठक शुरू हुई। इसमें नेताओं ने कहा कि वे देश और संविधान को बचाने साथ आए हैं। भाजपा से निपटने के लिए एक साझा प्रोग्राम तैयार किया जाएगा। दो दिन की बैठक कल (1 सितंबर) भी जारी रहेगी। बैठक में 28 दलों के नेता शामिल हुए।
किसने क्या कहा?
लालू प्रसाद यादव (आरजेडी): देश की एकता और संप्रभुता को मजबूत रखने की जरूरत है। देश के संविधान और लोकतंत्र को बचाना होगा। मोदी सरकार गरीबी, बेरोजगारी और किसानों के कल्याण के मुद्दे पर फेल रही है। हम साझा प्रोग्राम तैयार कर रहे हैं।
तेजस्वी यादव (आरजेडी): पिछले साल लालू यादव और नीतीश कुमार ने एकसमान सोच वाली विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने का काम किया था। अब एक साल बाद विपक्ष के इंडिया गठबंधन की तीसरी बैठक हो रही है। अगर हम उम्मीदें पूरी नहीं कर पाए तो लोग माफ नहीं करेंगे।
महबूबा मुफ्ती (पीडीपी): जवाहर लाल नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह ने देश और युवाओं को दिशा दी। जेएनयू, आईआईएम और इसरो जैसे संस्थान बनाए।
राघव चड्ढा (आप): भाजपा को इंडिया गठबंधन से डर है। वे इंडिया शब्द से नफरत कर रहे हैं और इसे आतंकी संगठनों से जोड़ रहे हैं। उन्हें इस बात को लेकर भी डर है कि कहीं गठबंधन सफल ना हो जाए।
आदित्य ठाकरे (शिवसेना, उद्धव गुट): गठबंधन के नेता संविधान और लोकतंत्र बचाने साथ आए हैं।
सीताराम येचुरी (सीपीएम): इंडिया गठबंधन को जैसा रिस्पॉन्स मिल रहा है, उससे पीएम मोदी और भाजपा सकते में आ गए हैं।
सुप्रिया सुले (एनसीपी, शरद पवार गुट): इंडिया गठबंधन को उन चुनौतियां का सामना करना पड़ेगा, जो मोदी सरकार की नीतियों के कारण पैदा हुई हैं। इन्हीं के चलते देश में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है। भाजपा को गठबंधन के नाम से दिक्कत है, इसका मतलब है कि हम अच्छा कर रहे हैं।
राहुल की प्रेस कॉन्फ्रेंस, फिर अडाणी पर निशाना
राहुल गांधी ने शाम सवा 5 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने एक बार फिर अडाणी मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा। इसके बाद 8 बजे उद्धव ठाकरे डिनर होस्ट करेंगे। कल यानी 1 सितंबर को सुबह 10 बजे से आधिकारिक बैठक शुरू होगी। इसमें गठबंधन का लोगो (LOGO) और कन्वीनर (संयोजक) का नाम सामने आ सकता है।
सबसे प्रमुख ये तय होना है कि कौन सा दल, कहां से, कितनी सीटों पर चुनाव (सीट शेयरिंग) लड़ेगा। गठबंधन में शामिल दल कई राज्यों में एक-दूसरे के विरोधी हैं। इससे पहले कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा था- लोकसभा चुनाव I.N.D.I.A. गठबंधन को जीत मिलने के बाद ही PM पद के लिए नाम तय किया जाएगा। चुनकर आए सांसद ही PM चुनेंगे।
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव 29 अगस्त को, जबकि बंगाल CM ममता बनर्जी 30 अगस्त को मुंबई पहुंचीं। ममता अमिताभ बच्चन और उनके परिवार से मिलीं। इसके बाद उन्होंने उद्धव ठाकरे को राखी बांधी। सपा प्रमुख अखिलेश यादव सैफई से और तमिलनाडु CM एमके स्टालिन आज चेन्नई से मुंबई पहुंचे।
बैठक से जुड़े बड़े अपडेट…
- भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने विपक्ष की बैठक पर तंज कसते हुए कहा- आज मुंबई में ‘घमंडिया गठबंधन’ की बैठक होने जा रही है। इन पार्टियों ने 20 हजार लाख करोड़ रुपए के घोटाले और भ्रष्टाचार किए हैं। यह एक स्वार्थी गठबंधन है। उनका एजेंडा भ्रष्टाचार से अधिकतम लाभ है।
- AAP सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि हम PM पद के लिए इस गठबंधन से नहीं जुड़े हैं। अरविंद केजरीवाल प्रधानमंत्री बनने की रेस में नहीं हैं। हम इस गठबंधन से इसलिए जुड़े हैं ताकि बेहतर भारत का ब्लूप्रिंट तैयार हो सके। अगर कोई पार्टी ये कहती है कि हमने पीएम पद के लिए INDIA अलायंस को जॉइन किया है, तो इसका मतलब है कि हमारे पास पीएम बनने लायक कई चेहरे हैं।
- बिहार डिप्टी CM और RJD लीडर तेजस्वी यादव ने कहा- हम सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने के लिए एकजुट हुए हैं। इस देश के लोगों को गठबंधन चाहिए। हर कोई जानता है कि पीएम चुनने की प्रक्रिया क्या है। सांसद मिलकर अपना पीएम चुनेंगे। हमारा ये गठबंधन पीएम मोदी से ज्यादा ईमानदार और लोगों के प्रति वफादार होगा।
सीट बंटवारे को लेकर चर्चा, 11 सदस्यीय कोऑर्डिनेशन कमेटी
मुंबई में होने वाली तीसरी मीटिंग में सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा होनी है। इसमें 11 सदस्यीय कोऑर्डिनेशन कमेटी को भी अंतिम रूप दिया जाएगा। इसमें कांग्रेस, TMC, DMK, आप, JDU, RJD, शिवसेना (यूबीटी), NCP, झारखंड मुक्ति मोर्चा, समाजवादी पार्टी और CPI(M) से एक-एक सदस्य होंगे। गठबंधन में शामिल अन्य छोटे दलों को समिति में जगह नहीं मिलेगी।
एक संयुक्त सचिवालय की घोषणा
2024 लोकसभा चुनावों को देखते हुए संयुक्त विरोध प्रदर्शनों और रैलियों को आयोजित करने के एक अन्य पैनल की घोषणा करने की भी संभावना है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी दलों के बीच बेहतर तालमेल बनाए रखने के लिए एक संयुक्त सचिवालय की भी जल्द घोषणा की जाएगी।
राज्यों में आपसी मतभेद को दूर करना होगा
बैठक के दौरान सभी पार्टियों के आपसी मतभेद को दूर किया जाएगा। खासकर उन राज्यों में जहां वे सीधे चुनावी लड़ाई में हैं। केरल में कांग्रेस और लेफ्ट, पश्चिम बंगाल में लेफ्ट और TMC, पंजाब और दिल्ली में AAP और कांग्रेस, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर में PDP और नेशनल कॉन्फ्रेंस एक-दूसरे के धुर-विरोधी हैं। ऐसे में इस मसलों को सुलझाना होगा।
I.N.D.I.A के 26 दलों में से 14 पिछली बार 326 सीटों पर दूसरे नंबर पर थे
बैठक में सीट बंटवारे का फॉर्मूला प्रमुख मुद्दा है। सहमति इस बात पर है कि भाजपा के खिलाफ एक मजबूत उम्मीदवार हो। 2019 में जिस पार्टी का प्रत्याशी दूसरे नंबर पर था, उसे मजबूत दावेदार माना जाएगा। पिछली बार कांग्रेस 209, TMC 19, SP 31, RJD 19, NCP 15 सहित इंडिया के 26 में से 14 दल 326 सीटों पर दूसरे नंबर पर थे। BJD, YSRC, BRS जैसे जो दल साथ नहीं हैं, वहां ऐसे उम्मीदवार को मजबूत दावेदार माना जाएगा, जिससे भाजपा को फायदा न हो।
I.N.D.I.A के सियासी गणित में SC-ST और OBC इतने अहम क्यों
- MP, UP, राजस्थान, छत्तीसगढ़, बिहार, बंगाल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, केरल और झारखंड में SC-ST 26.8% व OBC करीब 42% हैं। इन्हीं राज्यों में I.N.D.I.A के दल सरकार में हैं या मजबूत विपक्ष की भूमिका में हैं।
- जिन राज्यों में कांग्रेस लड़ाई में है, वहां SC-ST को जोड़ने पर काम चल रहा है।
- लंबे समय से मायावती दलित राजनीति का चेहरा हैं, पर उनके घटते जनाधार से स्पेस बन गया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ लड़ी BSP को 10 सीटें (3.7% वोट) मिलीं। 2014 में 4.2% वोट थे, पर एक भी सीट नहीं थी। 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी को 22.2% वोट के साथ 19 सीटें मिलीं। 2022 में वोट घटकर 12.9% और सीट एक रह गई।
- कर्नाटक में जीतने के बाद कांग्रेस में कोर वोट के लौटने का भरोसा जगा है। कर्नाटक में 17.15% दलित वोटर्स हैं। ऐसे में कांग्रेस दलित समुदाय से आने वाले खड़गे को मायावती की जगह प्रोजेक्ट कर रही है।
- जातिगत जनगणना का समर्थन कर कांग्रेस इन वर्गों को साध रही है। दूसरी ओर, बिहार में जातिगत सर्वे पर भाजपा लगातार ऊहापोह में है।
ये दल हैं I.N.D.I.A. का हिस्सा
गठबंधन में कांग्रेस, TMC, DMK, AAP, JDU, RJD, JMM, NCP (शरद गुट), शिवसेना (उद्वव गुट), SP, एनसी, PDP, CPM, CPI, RLD, MDMK, केएमडीके, वीसीके, आरएसपी, सीपीआई-एमएल (लिबरेशन), फॉरवर्ड ब्लॉक, आईयूएमएल, केरल कांग्रेस (जोसेफ), केरल कांग्रेस (मणि), अपना दल (कामेरावादी) और एमएमके शामिल हैं।
आप-कांग्रेस में खींचतान सामने आई थी
बीते दिनों कांग्रेस प्रवक्ता अलका लांबा ने बयान दिया कि पार्टी की मीटिंग में दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों तैयारी करने को कहा गया है। अलका के बयान पर काफी विवाद हुआ। कांग्रेस के कई नेताओं ने अलका लांबा के बयान से किनारा कर लिया था। इस पर आप ने कहा कि जब अकेले चुनाव लड़ना है तो I.N.D.I.A. का क्या मतलब।
हालांकि, कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने अलका का बचाव करते हुए कहा थी, ‘आम आदमी पार्टी बेवकूफों की फौज है। तैयारी का क्या मतलब होता है? तैयारी का मतलब, क्या हमने कैंडिडेट तय कर दिए हैं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि उनके साथ गठबंधन हो रहा है। वह (आम आदमी पार्टी) झूठ में जीती है। झूठ, ब्लैकमेल बस यही करती है।’