प्रधानमंत्री को जान से मारने की धमकी देने वाला गिरफ्तार:गुजरात ATS ने UP के बदायूं से उठाया, PMO को भेजा था धमकी भरा ई-मेल

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बदायूं, उत्तर प्रदेश :- गुजरात ATS ने शनिवार देर रात उत्तर प्रदेश के बदायूं से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। बदायूं के आदर्श नगर में रहने वाले इस अमन सक्सेना ने प्रधानमंत्री कार्यालय यानी PMO को ई-मेल भेजकर प्रधानमंत्री को जान से मारने की धमकी दी थी। पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि PMO को ई-मेल भेजने में गुजरात की एक लड़की और दिल्ली का एक लड़का भी शामिल है।

गुजरात ATS ने शनिवार देर रात उसे पकड़कर सिविल लाइंस थाने लाई थी, जहां उससे करीब एक घंटे तक पूछताछ की गई। थाने पर मीडिया को जुटते देखकर ATS ने उसे बंदायूं SSP के घर पर शिफ्ट कर दिया। उससे आगे की पूछताछ यहीं की जा रही है।

पढ़ाई छोड़ चुका आरोपी, परिवार से भी बेदखल
आरोपी अमन अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है। परिवार ने उसे खराब चाल-चलन के चलते अखबार में इश्तिहार देकर बेदखल कर दिया था, लेकिन वह रात को घर पहुंच जाता था। आरोपी बरेली के राजर्षि कॉलेज में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था, जिसे उसने बीच में ही छोड़ दिया था। मोहल्‍ले के लोगों ने बताया कि उन्होंने अमन को कई साल से नहीं देखा। वह कब आता और कब जाता था, यह किसी को नहीं पता है।

सर्विलांस के जरिए ट्रेस हुई आरोपी की लोकेशन
बदायूं में सिविल लाइंस थाने के इंस्पेक्टर सहंसरवीर सिंह ने बताया कि गुजरात ATS ने आरोपी को एक ई-मेल की जांच के संबंध में पकड़ा है। उसे सर्विलांस पर लिया गया था और उसकी लोकेशन ट्रेस होते ही ATS टीम पहुंच गई थी। ATS टीम के एक मेंबर से जब ई-मेल भेजने के मकसद के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने जांच का हवाला देकर कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया।

सादे कपड़े में रेकी करने पहुंची थी पुलिस टीम
स्थानीय लोगों ने बताया कि शुक्रवार को दो लोग सादे कपड़ों में आए थे। उन्होंने मोहल्ले वालों से CCTV कैमरों के बारे में पूछताछ की थी। लोगों का कहना है कि वही ATS की तरफ से भेजे गए पुलिसकर्मी थे। पुलिस ने बताया कि गुजरात ATS की दो मेंबर की टीम दिल्ली होते हुए शनिवार रात को बदायूं पहुंची थी। यहां स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया गया।

चोरी के मामलों में पकड़ा जा चुका आरोपी
एटीएस ने जिस अमन सक्सेना को पकड़ा है वह पहले भी लैपटॉप चोरी के मामले में पकड़ा जा चुका है। उस समय छात्र होने के नाते पुलिस ने लैपटॉप बरामद कर उसे छोड़ दिया था। इसके बाद भी उसकी गतिविधियां लगातार संदिग्ध रही हैं।

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