नई दिल्ली:-कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ असंसदीय टिप्पणी के मामले में नोटिस का जवाब दिया है। राहुल ने अपनी टिप्पणी को सही ठहराया है। उन्होंने लोकसभा सचिवालय में एक रिपोर्ट पेश की है जिसमें अलग-अलग कानूनों का हवाला दिया गया है। इसके साथ राहुल ने कई पन्नों में अपने बयान को डिटेल से समझाया भी है।
बता दें कि राहुल ने 7 फरवरी को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान हिंडनबर्ग-अडाणी मुद्दे को लेकर PM मोदी के खिलाफ टिप्पणी की थी। इसके बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और प्रह्लाद जोशी ने 10 फरवरी को लोकसभा सचिवालय में उनके खिलाफ असंसदीय और अपमानजनक भाषा के इस्तेमाल पर विशेषाधिकार हनन नोटिस जारी किया था। लोकसभा सचिवालय ने नोटिस पर राहुल को 15 फरवरी तक जवाब देने को कहा था।
तीन दिन पहले राहुल ने केरल में कहा था- मैंने संसद में जो भी कहा सच कहा
राहुल गांधी ने पिछले सोमवार (13 फरवरी) को केरल के वायनाड में एक सभा को संबोधित किया। वहां उन्होंने लोकसभा से अपने बयान के कुछ हिस्से हटाए जाने पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा- इस देश में हर किसी के लिए संसद की कार्यवाही देखना, देश में क्या हो रहा है यह जानना महत्वपूर्ण है। PM और अडाणी के बीच साठगांठ को समझना इंपॉर्टेंट है।
राहुल बोले- कुछ दिन पहले मैंने संसद में हमारे प्रधानमंत्री और अडाणी के रिश्ते के बारे में भाषण दिया था। मैंने बेहद विनम्र और सम्मानजनक ढंग से अपनी बात रखी। मैंने किसी भी तरह की खराब भाषा का इस्तेमाल नहीं किया, ना किसी को अपशब्द कहे, मैंने केवल कुछ तथ्यों को उठाया।
राहुल ने कहा कि PM खुद को बहुत ताकतवर समझते हैं। उन्हें लगता है कि सब उनसे डर जाएंगे, लेकिन उन्हें शायद पता नहीं कि वे आखिरी शख्स होंगे जिनसे मुझे डर होगा। मैंने संसद में जो भी कहा सच कहा था और इसलिए मेरे मन में डर नहीं था। मेरे अपमान से कुछ नहीं होगा। सच तो सामने आ ही जाएगा।
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लोकसभा में राहुल बोले- अडाणी अमीरों की लिस्ट में 2 नंबर पर
लोकसभा में पिछले मंगलवार (7 फरवरी) को राहुल ने 45 मिनट की स्पीच की शुरुआत भारत जोड़ो यात्रा से की। इसके बाद वे गौतम अडाणी के मुद्दे पर आ गए। उन्होंने अडाणी और हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछे।
राहुल ने कहा, “2014 में गौतम अडाणी दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 609वें नंबर पर थे। कुछ ही साल में न जाने क्या जादू हो गया, अडाणी इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आ गए।” इस पर कांग्रेस सांसदों ने नारा लगाया ‘मोदी है तो मुमकिन है।’
इस स्पीच के दौरान NDA मेंबर्स ने ऐतराज भी जाहिर किया कि आप प्रधानमंत्री पर बिना आधार के आरोप लगा रहे हैं। आपको इसका सबूत देना चाहिए और अगर नहीं है तो देश से माफी मांगनी चाहिए। हालांकि, राहुल की स्पीच इन छोटे-मोटे हंगामों के बीच भी चलती रही और ये अडाणी पर बयानों, सवालों और दावों पर ही फोकस थी।
तस्वीर दिखाते हुए मोदी से सवाल- अडाणी से रिश्ता क्या है?
राहुल ने एक तस्वीर सदन में दिखाई, इसमें मोदी और गौतम अडाणी नजर आ रहे थे। NDA मेंबर्स ने इसका विरोध किया। सभापति ओम बिड़ला ने राहुल को टोका और स्पीच फिर शुरू हुई। राहुल ने कहा, “इनका हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री के साथ क्या रिश्ता है और कैसा रिश्ता है?”
राहुल ने सवाल का जवाब भी खुद दिया
राहुल ने कहा, “अडाणी और मोदी जी के रिश्ते के बारे में बता देता हूं। ये रिश्ता कई साल पहले शुरू होता है, जब मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। मोदी जी और अडाणी साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहे। मोदी जी को आइडिया दिया गया कि आप बिजनेसमैन के ग्रुप को साथ लाइए और वाइब्रेंट गुजरात बनाइए।
मुझे लगता है कि तब असली जादू शुरू हुआ। प्रधानमंत्री जी दिल्ली आते हैं और 2014 में असली जादू शुरू होता है। 2014 में अडाणी 609 पर थे और कुछ साल में दूसरे नंबर पर कैसे पहुंचे?”