पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चोटिल हो गईं। वे दुर्गापुर में चुनाव प्रचार करने गई थीं। जहां हेलिकॉप्टर में चढ़ते समय उनका पैर स्लिप हो गया। इसके पहले वे 14 मार्च को कोलकाता में अपने घर में गिरने से गंभीर रूप से चोटिल हो गईं थीं।
तब उनके माथे पर गंभीर और गहरी चोट आई थी। उन्हें SSKM अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्हें कुछ टांके लगे थे।
ममता को पहले कब- कब लगी चोट
- 27 जून 2023 को विदेश यात्रा के दौरान बाएं घुटने में चोट लग गई थी। इसी घुटने में उन्हें साल की शुरुआत में हेलिकॉप्टर से उतरते समय भी चोट लगी थी। उनके घुटनों की जांच SSKM अस्पताल में की गई। जांच में ममता के बाएं पैर के घुटने के लिगामेंट में चोट का पता चला था। साथ ही उनके बाएं कूल्हे के जोड़ में भी चोट के निशान थे। अस्पताल में उन्हें भर्ती होने की सलाह दी गई थी, लेकिन उन्होंने अपना इलाज घर पर ही करवाया था।
- 10 मार्च 2021 को ममता नंदीग्राम में विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने के दौरान घायल हुई थीं। ममता के पैर में चोट लग गई थी। इसके बाद उन्हें कोलकाता के SSKM हॉस्पिटल में तीन दिन तक एडमिट रहना पड़ा। डॉक्टरों ने उनके पैर पर प्लास्टर चढ़ाया था। इसके बाद ममता ने व्हीलचेयर पर बैठकर ही विधानसभा चुनाव प्रचार किया था।
इधर, खालिस्तानी समर्थक अलगाववादी और वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेगा। यह बात उनकी मां बलविंदर कौर ने कही। सिंह की मां ने यह भी दावा किया कि उन पर चुनाव लड़ने के लिए दबाव डाला जा रहा है। खालिस्तानी समर्थक नेता फिलहाल असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं।
हालांकि एक दिन पहले अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह ने उनके लोकसभा चुनाव लड़ने की खबरों को खारिज कर दिया था। अमृतपाल सिंह को पिछले साल अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था। अमृतपाल और उसके 9 साथियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगाया गया है।