अगरतला:-त्रिपुरा में आज यानी बुधवार को मुख्यमंत्री माणिक साहा दूसरी बार CM पद की शपथ ली। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह भी मौजूद रहे। समारोह अगरतला के स्वामी विवेकानंद मैदान में हुआ। CM माणिक साहा के बाद उनकी कैबिनेट के 9 मंत्रियों ने भी शपथ ली।
मंत्री के तौर पर सांतना चकमा, प्रणजीत सिंह, सुशांता चौधरी, रतन लाल नाथ, टिंकू रॉय, बिकाश देबबर्मा, सुधांशु दास और सुक्ला चरण नोआतिया ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इनमें 8 मंत्री BJP कोटे से और एक मंत्री IPFT कोटे का है।
BJP-IPFT गठबंधन को 11 सीटों का नुकसान
त्रिपुरा में BJP और IPFT ने गठबंधन में चुनाव लड़ा। जिसे 2018 के चुनाव के मुकाबले 11 सीटों का नुकसान हुआ। इसके बाद भी इस गठबंधन ने 33 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। राज्य में BJP को 32 सीटें और IPFT को सिर्फ 1 सीट मिली। उधर, CPI (M) और कांग्रेस गठबंधन को राज्य में पिछले चुनाव के मुकाबले 2 सीटों के नुकसान के साथ 14 सीटें मिलीं। वहीं, राज्य में TPM ने 13 सीटों पर जीत दर्ज की।
राज्य की 60 विधानसभा सीटों पर 16 फरवरी को मतदान हुआ था। 2 मार्च को नतीजे आए, जिसमें BJP ने बहुमत हासिल किया। 2023 के चुनाव में भाजपा ने सभी 60, लेफ्ट-कांग्रेस के गठबंधन ने (क्रमश: 47 और 13 सीटों) पर चुनाव लड़ा था। टिपरा मोथा पार्टी ने 42 सीटों पर चुनाव लड़ा। 2018 के चुनाव में भाजपा को 35, CPI(M) को 16 और IPFT को 7 सीटें मिली थीं। भाजपा ने सरकार बनाई थी।
त्रिपुरा में 86.10% मतदान, यह पिछले चुनाव से 4% कम
त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव में 16 फरवरी को 60 सीटों पर 86.10% मतदान हुआ। यह पिछले चुनाव से 4% कम रहा। 2018 में त्रिपुरा में 59 सीटों पर 90% मतदान हुआ था। BJP 35 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। इसके साथ ही भाजपा ने लेफ्ट के 25 साल के गढ़ को ध्वस्त कर दिया था। पिछले चुनाव में जीत के बाद पार्टी ने बिप्लब देव को CM बनाया था, लेकिन मई 2022 में माणिक साहा को मुख्यमंत्री बनाया गया। पार्टी ने साहा के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था।