जोधपुर:-सब इंस्पेक्टर भर्ती-2021 पेपर लीक के मास्टरमाइंड को सीकर से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी मार्च 2024 से ही फरार चल रहा था। पुलिस ने 2 महीने में 2 हजार किलोमीटर तक पीछा कर आरोपी का पीछा किया। जोधपुर रेंज आईजी की स्पेशल टीम ने शुक्रवार को यह कार्रवाई की।
आईजी विकास कुमार ने बताया कि आरोपी पौरव कालेर चूरू के छापर क्षेत्र के रामपुर गांव का रहने वाला है। उसे पकड़ने के लिए ऑपरेशन पताका चलाया गया था। दो महीने से टीम राजस्थान, गुजरात, गोवा, दिल्ली और पंजाब राज्यों में तलाश कर रही थी। आखिर टीम ने आरोपी को सीकर से पकड़ा है।
सीकर में गाड़ी सर्विस करवाने गया और पकड़ा गया
आईजी ने बताया कि- आरोपी अपनी गाड़ी की सर्विस करवाने के लिए सीकर आया था। गाड़ी सर्विस कराने का उसके मोबाइल पर नोटिफिकेशन भी आया था, जिसका पुलिस को पता चल गया था। इसके बाद जोधपुर और सीकर पुलिस ने तलाश शुरू की। गाड़ी नंबर के आधार पर सीकर के गणेशम अपार्टमेंट पर पहुंची। वहां गार्ड से गाड़ी के बारे में पूछा। उसने बताया कि कुछ गेस्ट अपार्टमेंट के किसी फ्लैट में आए हैं, किसके आए हैं, इसकी जानकारी नहीं है।
इसके बाद पुलिस ने आरोपी को दबोचने के लिए प्लान बनाया। अपार्टमेंट के बाहर खड़ी मास्टरमाइंड की गाड़ी के नीचे धुआं कर अनाउसमेंट करवाया कि लाल रंग की गाड़ी में आग लग गई है। इस पर आरोपी फ्लैट से नीचे आया और उसे दबोच लिया।
आरोपी का चाचा पुलिस विभाग से हो चुका बर्खास्त
रेंज आईजी टीम ने आरोपी को दबोचने के लिए पहले दिल्ली,अहमदाबाद और जयपुर में दबिश दी थी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह भाग जाता था। आरोपी का चाचा पुलिस से बर्खास्त हो चुका है और वह भी पेपर लीक का आरोपी रहा है। आरोपी पौरव कालेर ब्लूटूथ से नकल कराने में एक्सपर्ट है। अक्टूबर 2021 पटवारी परीक्षा में ब्लूटूथ से नकल कराने में गिरफ्तार किया गया था। अब उसे एसओजी को सौंपा है।
पेपर लीक मामले में नाम सामने आने के बाद फरार हो गया था
आरोपी ने पूछताछ में बताया- वह चाणक्य के नाम से बीकानेर में कोचिंग चलाता था। 10 से 15 लाख रुपए प्रति अभ्यर्थी लेता था। आरोपी ने कई अभ्यर्थियों के नाम बताए। पुलिस उनकी भी तलाश कर रही है।