जयपुर, 13 फरवरी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने गुरुवार को जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल और महात्मा गांधी अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पतालों की विभिन्न इकाइयों के गहन निरीक्षण के दौरान मरीजों से संवाद कर उनकी समस्याओं को समझा और समाधान के लिए अस्पताल प्रबंधन को आवश्यक दिशा—निर्देश दिए।
चिकित्सा मंत्री ने मथुरादास माथुर अस्पताल के आपातकालीन विभाग, आईसीयू-डी रेड ज़ोन, ट्रोमा वार्ड और मल्टी-लेवल आईसीयू वार्ड का निरीक्षण किया। उन्होंने टेलीमेडिसिन सेवाओं की जानकारी ली और अस्पताल में वेंटीलेशन को और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। अस्पताल में साफ-सफाई की सराहना करते हुए आगे भी इसे बनाए रखने पर जोर दिया।
मरीजों से किया संवाद—
खींवसर ने निरीक्षण के दौरान बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं से बात की और अस्पताल में मिल रही स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। आईसीयू रेड ज़ोन वार्ड में एक दुर्घटनाग्रस्त बच्चे के उपचार की जानकारी लेते हुए उन्होंने बेहतर उपचार के निर्देश दिए। महात्मा गांधी अस्पताल के एमआरआई सेक्शन, इंटेंसिव केयर यूनिट और क्रिटिकल केयर यूनिट का गहन निरीक्षण किया। डॉग बाइटिंग वार्ड में जाकर उन्होंने श्वानों के काटने के बढ़ते मामलों की जानकारी ली।
वरिष्ठ चिकित्सकों से प्रमुख मुद्दों पर चर्चा—
निरीक्षण के बाद एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल एवं कंट्रोलर बीएस जोधा के कक्ष में आयोजित बैठक में चिकित्सा मंत्री ने वरिष्ठ चिकित्सकों से अस्पताल से जुड़े प्रमुख मुद्दों, बजट संबंधित समस्याओं, दवाइयों की उपलब्धता और राजस्व सृजन के उपायों पर चर्चा की। उन्होंने निर्देश दिए कि अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों को गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री वाजिब दामों पर उपलब्ध करवाने के लिए फूड कोर्ट शुरू किए जाएं, जहां स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए। साथ ही, मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए भोजन की गुणवत्ता बेहतर रखने और स्वच्छता का पूरा ध्यान रखने के निर्देश दिए। बैठक में महापौर दक्षिण सुश्री वनिता सेठ ने भी ज़िले की स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं में सुधार के संबंध में सुझाव दिए।
व्यवस्थाओं की सराहना और सुधार के दिये निर्देश—
एमडीएम एवं महात्मा गांधी हॉस्पिटल के निरीक्षण के दौरान वहां की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए चिकित्सा मंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के संबंध में जरूरी निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन मरीजों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने की दिशा में रचनात्मक सोच के साथ काम करें। तकनीक का अधिकाधिक उपयोग कर उपचार सुविधाओं को सुगम बनाएं।
निरीक्षण के दौरान चिकित्सा विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़, चिकित्सा शिक्षा आयुक्त इकबाल खान, निदेशक (जन स्वास्थ्य) डॉ. रवि प्रकाश शर्मा, निदेशक (अराजपत्रित) राकेश शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ चिकित्सक एवं अधिकारीगण मौजूद रहे।