यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि पिछले 10 महीनों में सीएम भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में प्रदेश में सरकार बेहतर काम कर रही हैं। सरकार ने जनहित और प्रदेश के विकास में कई निर्णय़ लिए हैं।
सरकार के कामों को देखकर कांग्रेस पूरी तरह से बौखला गई हैं। यह लोग विकास कार्यों में अड़ंगा लगाने और उन्हें रोकने का प्रयास कर रहे हैं।
इनके प्रदेशाध्यक्ष बिना मतलब का प्रलाप करके जिस तरह के बयान दे रहे है। उन्हें यह ध्यान देना चाहिए कि जिन्होंने पूरे पांच साल होटलों में बैठकर सरकार चलाई, छिप-छिपकर सरकार चलाई। वो किस मुंह से हमारी सरकार के खिलाफ अर्नगल बयान दे रहे हैं।
खर्ची का बंदोबस्त करने वाले सलाखों के पीछे होंगे मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि हमारी सरकार ने पेपरलीक करने वालों, युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों और संगठित अपराध करने वाले गिरोह के खिलाफ जिस तरह से कड़ी कार्रवाई की हैं। उस कार्रवाई से कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से बौखला गई हैं।
उन्होने कहा कि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अपने बयानों से सोशल मीडिया पर केवल झूठी वाहवाही लूटना चाहते हैं। मंत्री ने कहा कि ऐसा सुनने में आता है कि पिछली कांग्रेस सरकार के पनपाए हुए भ्रष्टाचारी जो कांग्रेसी नेताओं की खर्ची का बंदोबस्त करते थे, वे ज़रूर सलाखों के पीछे होंगे।
डोटासरा लगातार सरकार पर हमलावर है कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पिछले कई दिनों से लगातार सरकार पर हमलावर हैं। उन्होने दो दिन पहले सीकर में कहा था कि दिसंबर से पहले कई मंत्रियों की पर्ची बदलेगी और कोई बड़ी बात नहीं कि बड़ी पर्ची भी बदल जाए।
किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफे पर उन्होंने कहा- सीएम भजनलाल शर्मा क्यों गले में जिंदा सांप को डालकर घूमना चाहते हैं। भाजपा में आपस में जूते बज रहे हैं। किरोड़ीलाल मीणा कहते हैं कि मुख्यमंत्री जी मेरा इस्तीफा स्वीकार कर लो। आखिर ऐसी क्या मजबूरी है कि सरकार का ही एक आदमी उनसे छुटकारा चाहता है। उसे नेतृत्व में विश्वास नहीं है।
गांधी जयंती पर राजस्थान यूनिवर्सिटी में छुट्टी कैंसिल होने पर गोविंद सिंह डोटासरा ने एक्स पर लिखा- गोडसे के पद चिन्हों पर चलने वाले क्या कभी गांधी के हो सकते हैं? ये सवाल इसलिए क्योंकि गांधी जी के लिए संघ की शाखाओं से निकली नफरत किसी न किसी रूप में भाजपा सरकारों के निर्णयों में बाहर आ ही जाती है।
डोटासरा ने कहा था, सीएम की बातों से मंत्री ही संतुष्ट नहीं है कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एसआई भर्ती मामले में किरोड़ीलाल मीणा के बयान को लेकर सरकार पर तंज कसा। डोटासरा ने X पर लिखा- जब एक मंत्री कहे कि सरकार का मुखिया लीपापोती कर रहा है तो इसके क्या मायने हैं? जब एक मंत्री अपने ही मुख्यमंत्री की निर्णय क्षमता पर सवाल उठाए तो इसके क्या मायने हैं?
आखिर मुख्यमंत्री इतने लाचार और मजबूर क्यों हैं और किन ‘मगरमच्छों’ से डर रहे हैं? जब SOG कह रही है, मंत्री कह रहे हैं, अतिरिक्त महाधिवक्ता (एएजी) कह रहे हैं तो फिर SI भर्ती निरस्त करने को लेकर उन्हें कौन रोक रहा है? मुख्यमंत्री की बातों से उनके मंत्रिमंडल का एक सदस्य ही संतुष्ट नहीं है, तो न्याय और नौकरी के इंतजार में बैठे युवा उनकी बातों पर कैसे भरोसा करेंगे?