जयपुर:-राजस्थान की भजनलाल सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने मलमास खत्म होने के बाद बुधवार को सचिवालय में कार्यभार ग्रहण किया। इस दौरान शर्मा ने विधि विधान से पूजा कर अपनी मां (तारा शर्मा) को सबसे पहले कुर्सी पर बिठाया और मंत्री पद संभाला। उन्होंने कहा कि राजस्थान के वन और पर्यावरण की सुरक्षा करना मेरी पहली प्राथमिकता है। ताकि राजस्थान के पर्यटन का विकास हो और ज्यादा से ज्यादा पर्यटक राजस्थान आए।
इससे प्रदेश की आर्थिक व्यवस्था मजबूत होने के साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोगों तक रोजगार पहुंच सके। शर्मा ने कहा की राजस्थान में लगातार प्रदूषण भी बढ़ रहा है। ऐसे में बढ़ते प्रदूषण पर किस तरह काबू किया जाए। इसको लेकर भी जल्द ही कार्य योजना तैयार की जाएगी। जिसे मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद धरातल पर लागू किया जाएगा।
वन और पर्यावरण के क्षेत्र में विकास किया जाए
शर्मा ने कहा कि राजस्थान में किस तरह वन और पर्यावरण के क्षेत्र में विकास किया जाए। इसको लेकर जल्द ही अधिकारियों के साथ बैठक कर नई योजनाएं तैयार करेंगे। इसके साथ ही विभाग की जो भी योजनाएं फिलहाल चल रही है। उन्हें और बेहतर बनाने की कोशिश की जाएगी। ऐसे में अगर उनमें कमी हुई, तो उन्हें ठीक किया जाएगा। लेकिन अगर कोई योजना ऐसी हुई। जो धरातल पर सही साबित नहीं हो रही है। उसका रिव्यू किया जाएगा।
बता दें कि अलवर शहर से संजय शर्मा दूसरी बार के विधायक है। जिन्हें भजनलाल सरकार में राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) की जिम्मेदारी दी गई है। इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी अजय अग्रवाल को 9087 मतों से करारी शिकस्त दी थी। इससे पाले 2018 में बीजेपी के टिकट पर यहां से चुनाव लड़े संजय शर्मा ने कांग्रेस की श्वेता सैनी को 22,008 वोटों से हराया था। ब्राह्मण चेहरे के तौर पर संजय शर्मा का नाम काफी मजबूत रहा है। इससे पहले संजय शर्मा तीन बार बीजेपी के जिलाध्यक्ष भी रहे हैं। शर्मा को संघ और ओम माथुर का करीबी माना जाता है।