सरकार के विधायकों को मिल रही लगातार धमकियां:राजस्थान में गैंगस्टर आम आदमी से वसूल रहे प्रोटेक्शन मनी:-राठौड़

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सीकर:-नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ रविवार को पहली बार सीकर आए। यहां उनका भाजपा कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। इस दौरान मीडिया से रूबरू होते हुए राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार पर जमकर तंज कसे। राठौड़ ने कहा, राजस्थान में विधायकों को गैंगस्टर धमकी दे रहे हैं। इससे साफ है कि प्रदेश में आज भी आम आदमी से प्रोटेक्शन मनी वसूली जा रही है।

राठौड़ ने कहा कि जैसे-जैसे सरकार का कार्यकाल खत्म होता जा रहा है वैसे-वैसे उनका पुलिस पर नियंत्रण कम होता जा रहा। बाड़मेर ही नहीं राजस्थान में 2 महीने पहले ऐसी ही घटना दौसा में हुई। एक महिला लिफ्ट मांगने के लिए खड़ी थी। उसका अपहरण कर उसको जलाया गया। उस मामले में भी 7 दिन बाद सरकार चेती। जयपुर में हुए सीरियल बम ब्लास्ट की घटना में 71 लोगों की जान गई और सरकार की लचर पैरवी के कारण जिन लोगों को सेशन कोर्ट से फांसी की सजा हुई वे हाईकोर्ट से बरी हो गए। सरकार ने AAG को बर्खास्त कर मान लिया कि हम से गलती हुई। इस गलती में दोष मुख्यमंत्री, गृहमंत्री का भी है। राजस्थान में यह सबसे बड़ा नरसंहार था जिसमें सरकार सावधान नहीं रही। अब जब सरकार का जनाधार खत्म हो रहा है तो महंगाई के विरुद्ध कैंप लगाने की बात सरकार करती है।

राठौड़ ने कहा कि लैंड रेवेन्यू एक्ट के सेक्शन 15 में सरकार को नए जिलों की घोषणा करने का सरकार को अधिकार है। सेक्शन 16 में बाउंड्री तय करने का अधिकार भी सरकार को है। कब सरकार उस पर आपत्ति लेगी। कब सरकार वहां जिला कलेक्ट्रेट बनाएगी। राठौड़ ने कहा कि सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि कुचामन और डीडवाना दोनों में 35 किलोमीटर का फर्क है। पहली बार ऐसा हुआ है जब दो बड़े शहरों के नाम से जिला मुख्यालय की घोषणा की गई हो। राठौड़ ने कहा कि सरकार के खुद के विधायकों को धमकियां मिल रही हैं। इसका मतलब है कि आज भी राजस्थान में गैंगस्टर आम आदमी से प्रोटेक्शन मनी वसूल कर रहा है।

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मैं खुद को पार्टी का एक जमीनी कार्यकर्ता मानता हूं। एक जमीनी कार्यकर्ता को इतना बड़ा दायित्व दिया यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। सीकर शेखावाटी का हार्ट माना जाता है। शेखावाटी के तीनों जिलों सीकर चूरू और झुंझुनूं को सीकर प्रभावित करता है। पिछले चुनावों में कांग्रेस की घोषणाओं के मायाजाल में शेखावाटी के लोग आ गए। जिसके कारण हम कुछ प्रतिशत से सरकार बनाने में रह गए। राठौड़ ने कहा कि अक्टूबर के नजदीक आचार संहिता लागू हो जाएगी। इसके बाद बूथ की लड़ाई शुरू हो जाएगी।

राठौड़ ने कहा कि रोज महिला अत्याचारों की घटनाएं सामने आती हैं। हाल ही में बाड़मेर में जो घटना हुई। वह दिल को दहला देने वाली घटना थी। दुष्कर्म करने के बाद महिला की बॉडी को जला दिया गया। 24 घंटे तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहते हैं कि बलात्कार की घटनाएं झूठी घटनाएं होती हैं और सरकार के मंत्री कहते हैं कि राजस्थान में बलात्कार की घटनाएं इसलिए होती हैं क्योंकि यह मर्दों का प्रदेश है। जब वीरांगना अपनी बात कहती है तो उन पर चारित्रिक हमला करने वाली यह सरकार है।

अब गहलोत सरकार महंगाई के विरोध में कैंप लगाने जा रही। इसमें मुख्यमंत्री के कार्ड बांटे जाएंगे। सरकार ने एक साल पहले महिलाओं को मोबाइल फोन देने की घोषणा की। इस बार उसकी पुनरावृत्ति की गई। अब सरकार वह मोबाइल अगस्त में देगी। सरकार अन्नपूर्णा किट बांटेगी लेकिन वह भी मई में। वह भी तभी मिलेंगे जब लोग सरकार से मांगने जाएंगे। इन कैंपों के जरिए लोगों को ठगने का काम सरकार कर रही है जहां गहलोत के बड़े-बड़े पोस्टर लगे रहेंगे। ऐसे में अब हमें समय के विपरीत दौड़ना पड़ेगा।

राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत जब भी सरकार से जाते हैं तो कांग्रेस का सूपड़ा साफ करके जाते हैं। पिछली बार 22 लोगों को छोड़कर गए थे। जो एक मिनी बस की सवारी के बराबर थी। इस बार तो सरकार के खुद के मंत्री ही कह रहे हैं कि फॉर्च्यूनर में जितने आ जाएं वही बड़ी बात है। राठौड़ ने कहा कि ऐसे में जरूरी है कि हम डबल इंजन वाली सरकार बनाएं। मोदी के सपनों का हिंदुस्तान बनाने के लिए जरूरी है कि उनके सपनों का राजस्थान भी बने।