भोपाल:-हमारे देश में कुछ लोग हैं, जो 2014 के बाद से ही ये ठानकर बैठे है, उन्होंने अपना संकल्प घोषित किया है कि वे मोदी की छवि को धूमिल करके रहेंगे। इसके लिए उन्होंने तरह-तरह के लोगों को ‘सुपारी’ दे रखी है। इन लोगों का साथ देने के लिए कुछ लोग देश के भीतर हैं और कुछ बाहर भी बैठकर अपना काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को भोपाल में ये बातें कही।
PM मध्यप्रदेश की पहली और देश की 11वीं वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाने भोपाल आए थे। यह ट्रेन रानी कमलापति से रोज सुबह 5:40 बजे रवाना होगी और दोपहर 1:10 बजे हजरत निजामुद्दीन पहुंचेगी। इस दौरान ट्रेन झांसी, ग्वालियर और आगरा स्टेशन पर रुकेगी। जबकि निजामुद्दीन स्टेशन से दोपहर 2:40 बजे निकलकर रात 10:10 बजे रानी कमलापति स्टेशन पहुंचेगी।
जिस ट्रेन को PM नें झंडी दिखाई है वह आज आगरा तक जाएगी। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 2 अप्रैल को निजामुद्दीन से रानी कमलापति आएगी। 3 अप्रैल को फिर रानी कमलापति से निजामुद्दीन जाएगी। इसी दिन से ये नियमित हो जाएगी। इसके लिए टिकट बुकिंग भी शुरू हो गई है।
प्रधानमंत्री मोदी आज सुबह 9:30 बजे भोपाल पहुंचे और सीधे कमांडर कॉन्फ्रेंस में शामिल होने कुशाभाऊ ठाकरे हॉल पहुंचे। वे यहां करीब 4 घंटे रुके और इसके बाद दोपहर 3:10 बजे रानी कमलापति स्टेशन पहुंचे। यहां उन्होंने वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। PM ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर तंज किया।
उन्होंने कहा- जब यह कार्यक्रम तय हुआ, तो मुझे बताया गया कि 1 तारीख को कार्यक्रम है। मैंने कहा कि 1 अप्रैल को क्यों रखा है? जब अखबार में खबर आएगी कि मोदी जी 1 अप्रैल को हरी झंडी दिखाने वाले हैं, तो हमारे कांग्रेस के मित्र बयान देंगे कि मोदी अप्रैल फूल बनाएगा, लेकिन हमारी ट्रेन तो आज ही चल पड़ी है।
पीएम मोदी ने इंदौर मंदिर हादसे पर जताया दुख
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन से पहले इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हुए हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा, मैं इंदौर मंदिर में रामनवमी पर जो हादसा हुआ, उस पर अपना दुख व्यक्त करता हूं। इस हादसे में जो लोग असमय हमें छोड़ गए, उन्हें श्रद्धांजलि देता हूं। उन परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। जो श्रद्धालु जख्मी हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज जारी है, उनके जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।
कमलापति स्टेशन के लोकार्पण को याद किया
पीएम मोदी ने कहा कि आज मध्यप्रदेश को अपनी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन मिली है। इससे भोपाल और दिल्ली का सफर और तेज हो जाएगा। यह ट्रेन प्रोफेशनल्स के लिए, नौजवानों के लिए, कारोबारियों के लिए नई-नई सुविधा लेकर के आएगी। उन्होंने कहा कि रेलवे के इतिहास में बहुत कम ऐसा हुआ होगा कि एक ही स्टेशन पर इतने कम अंतराल में किसी प्रधानमंत्री का दोबारा आना हुआ हो।
यह आयोजन जिस आधुनिक और भव्य रानी कमलापति स्टेशन पर हो रहा है, उसका लोकार्पण करने का सौभाग्य भी आप सबने मुझे दिया था। आज मुझे यही से दिल्ली के लिए भारत की आधुनिकतम वंदे भारत ट्रेन को रवाना करने का अवसर दिया है। इस आधुनिक भारत में नई व्यवस्थाएं बन रही हैं, नई परंपराएं बन रही हैं… आज का कार्यक्रम इसी का एक उत्तम उदाहरण है।
कांग्रेस एक ही परिवार को देश का प्रथम परिवार मानती रही
आज एक अप्रैल के इस कार्यक्रम पर हमारे कांग्रेस के मित्र यह बयान ज़रूर देंगे कि ये मोदी तो ‘अप्रैल फूल’ बना रहा है। लेकिन आप देखिए…एक अप्रैल को ही यह ट्रेन चल पड़ी है। यह हमारे कौशल, सामर्थ्य और हमारे आत्मविश्वास का प्रतीक है। कांग्रेस एक ही परिवार को देश का प्रथम परिवार मानती रही।
तुष्टीकरण में देशवासियों के संतुष्टीकरण पर ध्यान नहीं दिया
21वीं सदी का भारत अब नई सोच और नए अप्रोच के साथ काम कर रहा है। पहले की सरकारें तुष्टीकरण में ही इतना व्यस्त रहीं कि देशवासियों के संतुष्टीकरण पर उनका ध्यान ही नहीं गया। वे वोटों के तुष्टीकरण में जुटे हुए थे और हम देशवासियों के संतुष्टीकरण में समर्पित हैं।
आजादी के बाद उन्हें बना-बनाया रेलवे नेटवर्क मिला था, अगर तब की सरकारें चाहती तो बहुत तेजी से रेलवे को आधुनिक बना सकती थीं, लेकिन राजनीतिक स्वार्थ के लिए, रेलवे के विकास को ही बलि चढ़ा दिया गया। हाल तो यह था कि आजादी के दशकों बाद भी हमारे नॉर्थ-ईस्ट के राज्य रेलवे से नहीं जुड़े थे।
9 साल में हमारा प्रयास रहा कि रेलवे को सर्वश्रेष्ठ नेटवर्क बनाना है
वर्ष 2014 में आपने जब मुझे सेवा का मौका दिया, तो मैंने तय किया कि अब ऐसा नहीं होगा, रेलवे का कायाकल्प होकर रहेगा। बीते 9 वर्षों में हमारा ये निरंतर प्रयास रहा है कि भारतीय रेल दुनिया का श्रेष्ठ रेल नेटवर्क कैसे बने। आज रेलवे स्टेशनों का आधुनिकरण किया जा रहा है। आज देश के 6,000 स्टेशनों पर वाई-फाई की सुविधा दी जा रही है। देश के 900 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी लगाने का काम पूरा हो चुका है।
आज सांसद ट्रेन रूकवाने के लिए नहीं, वंदे भारत की मांग करते हैं
पहले सांसद चिट्ठी लिखते थे कि ट्रेन इस स्टेशन पर रुकने की व्यवस्था हो, यहां रोकी जाए, वहां रोकी जाए…यही आता था। आज मुझे गर्व है कि जब सांसद चिट्ठी लिखते हैं और मांग करते हैं कि हमारे यहां भी ‘वंदे भारत ट्रेन’ जल्दी से जल्दी चालू हो।