चेन्नई/मुंबई:-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (10 अप्रैल) को तमिलनाडु और महाराष्ट्र में जनसभा की। उन्होंने सुबह 10.30 बजे वेल्लोर और दोपहर 1.45 बजे मेट्टुपालयम में जनसभा की थी। शाम 6 बजे पीएम महाराष्ट्र के नागपुर पहुंचे थे।
यहां उन्होंने रामटेक में जनसभा को संबोधित हुए कहा कि I.N.D.I गठबंधन वाले समाज को लड़वाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। ये सिर्फ देश को बांटने में लगे हैं। क्योंकि इन्हें मालूम है कि देश की जनता एकजुट रहेगी तो इनकी राजनीति खत्म हो जाएगी।
19 अप्रैल को आपको (जनता) सिर्फ एक सांसद नहीं चुनना है, बल्कि देश की नींव को अगले 1000 साल के लिए मजबूत करने के लिए वोट करना है। पिछले 10 सालों में बहुत सारे विकास कार्य किए गये हैं। ये तो सिर्फ ट्रेलर है। पिछले 10 सालों में किया गया काम सिर्फ ऐपेटाइजर की तरह है। मेन कोर्स अभी बाकी है।
वहीं, मेट्टुपालयम में पीएम ने कहा था कि DMK और कांग्रेस जैसी ‘फैमिली’ पार्टियों का एक ही एजेंडा रहता है कि किसी भी तरह झूठ बोलकर सरकार में बने रहो। कांग्रेस ने इतने दशकों तक गरीबी हटाओ का नारा दिया, लेकिन गरीबी नहीं हटी। ये NDA सरकार है जिसने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है।
इसके पहले वेल्लोर में उन्होंने DMK के पास करप्शन का कॉपीराइट होने की बात कही थी। पीएम ने कहा था कि पूरी फैमिली मिलकर तमिलनाडु को लूटने का काम कर रही है। पार्टी एक फैमिली की कंपनी बन गई है। इन्होंने एंटी-तमिल कल्चर को भी बढ़ावा दिया है।
तमिलनाडु और महाराष्ट्र में मोदी की स्पीच की 10 मुख्य बातें..
1.जम्मू-कश्मीर में सभी वर्गों को संवैधानिक अधिकार मिला
नागपुर में पीएम ने कहा कि कांग्रेस के अध्यक्ष कहते हैं कि मोदी जहां जाते हैं तो 370 की बात करते रहते हैं। वो कहते हैं कि अनुच्छेद 370 हटाने से देश को फायदा क्या हुआ? ये भी कांग्रेस की दलित, आदिवासी, महिला विरोधी और वोट बैंक की राजनीति का जीता-जागता प्रमाण है। अनुच्छेद 370 से जम्मू-कश्मीर में इन सभी वर्गों को पहली बार संवैधानिक अधिकार मिला है।
2. परिवारवादी पार्टियों ने हमेशा संविधान की इस भावना का अपमान किया
सबका साथ, सबका विकास का हमारा मंत्र, संविधान की सच्ची भावना है। लेकिन परिवारवादी पार्टियों ने हमेशा संविधान की इस भावना का अपमान किया। सामाजिक न्याय का झूठ बोलकर ये लोग अपने ही परिवार को आगे बढ़ाते रहे। इनके शासन में दशकों तक एससी, एसटी, ओबीसी परिवार मूल सुविधाओं से वंचित थे।
3. DMK अहंकार में डूबी हुई पार्टी
पीएम मोदी ने कहा कि DMK अहंकार में डूबी हुई पार्टी है। जब उनके एक नेता से हमारे युवा नेता अन्नामलाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने अहंकार में कहा- अन्नामलाई, वह कौन हैं? और अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया। यह अहंकार तमिलनाडु की महान संस्कृति के खिलाफ है। तमिलनाडु के लोग इस अहंकार को कभी पसंद नहीं करेंगे।
4. DMK ने राम मंदिर निर्माण का विरोध किया
पीएम ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का भव्य निर्माण होता है, ये लोग उसका भी विरोध करते हैं। मैं तमिलनाडु में भगवान राम से जुड़े स्थानों पर आता हूं, इन्हें उससे भी तकलीफ होती है। ये लोग तो सनातन धर्म को समाप्त करने की धमकी दे रहे हैं। नए संसद भवन में तमिलनाडु की संस्कृति से जुड़े पवित्र सेंगोल की स्थापना होती है, DMK उसका बहिष्कार करती है।
5. 2014 के पहले भारत की इकोनॉमी बहुत खराब थी
2014 के पहले भारत को हमारी इकॉनॉमी बहुत कमजोर थी। देश में केवल स्कैम की खबरें आती थीं। भारत के बारे में बहुत बुरा कहा जाता था। भारत की इकोनॉमी कभी भी फेल हो सकती थी, लेकिन अब वही भारत दुनिया की बड़ी शक्ति के रूप में उभरा है। इसमें तमिलनाडु की बड़ी भूमिका रही है।
6. NDA सरकार ने तमिलनाडु के लोगों के लिए विकास किया
NDA सरकार वेल्लोर के लोगों को ध्यान में रखकर काम कर रही है। वेल्लोर का एयरपोर्ट जल्द ही पूरा हो जाएगा। इससे वेल्लोर एयर कन्कटेविटी के मैप में आजाएगा। 2014 के बाद से यहां रेलवे का भी विकास हुआ है। स्टेशनों की संख्या के साथ रेलों की संख्या भी बढ़ाई गई है।
7. पूरे राज्य में लूट का खेल चल रहा है
अभी खुलासा हुआ है सैंड स्मगलर्स ने 2 साल में राज्य का 4600 करोड़ रुपए का लॉस किया है। पूरे राज्य में लूट का खेल चल रहा है। हम केंद्र सरकार से राज्य के विकास के लिए हजारों करोड़ रुपए भेजते हैं। ये पैसा DMK के करप्शन के भेंट चढ़ जाता है।
8.राज्य के स्कूलों में ड्रग्स कारोबारी
DMK ने राज्य के भविष्य और छोटे बच्चों को नहीं छोड़ा। स्कूल में भी ड्रग्स कारोबारी हैं। NCB ने जिस ड्रग लॉर्ड को गिरफ्तार किया है। उसके संबंध स्टालिन फैमिली से है। इन चुनाव में तमिलनाडु की जनता DMK के पापों का हिसाब करेगी।
9. DMK ने एंटी-तमिल कल्चर को बढ़ावा दिया
मोदी ने कहा कि DMK के पास करप्शन का कॉपीराइट है। पूरी फैमिली मिलकर तमिलनाडु को लूटने का काम कर रही है। पार्टी एक फैमिली की कंपनी बन गई है। इन्होंने एंटी-तमिल कल्चर को भी बढ़ावा दिया है।
10. यूथ को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल रहा
DMK तमिलनाडु को पुरानी सोच में फंसा कर रखना चाहती है। DMK की फैमिली पॉलिटिक्स की वजह से यहां के यूथ को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल रहा है। इस पार्टी में आगे बढ़ने के लिए 3 क्राइटेरिया है। पहला- फैमिली पॉलिटिक्स, दूसरा- करप्शन और तीसरा एंटी तमिल कल्चर।