प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को झारखंड विधानसभा के पहले चरण के चुनाव के लिए गढ़वा और चाईबासा में दो चुनावी रैलियों को संबोधित किया। गढ़वा के चेतना गांव में श्रीकृष्ण गौशाला मैदान में आयोजित पहली रैली आजादी के बाद गढ़वा में किसी प्रधानमंत्री की पहली चुनावी सभा है।
मोदी ने अपने भाषण में कहा, “कुछ लोग कहते थे कि हमारी छाती पर झारखंड बनेगा। उनकी छाती पर झारखंड बन गया, लेकिन झारखंड के कुछ नेता उनकी गोदी में जाकर बैठ गए।” उन्होंने पिछले 10 वर्षों में झारखंड के इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर केंद्र सरकार के प्रयासों पर जोर दिया।
भाषण की शुरुआत भोजपुरी में अभिवादन से करते हुए, मोदी ने छठ पूजा की भी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बिना नाम लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, कहते हुए कि मंत्री और विधायक सभी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
इसके अलावा, मोदी ने परिवारवाद का मुद्दा उठाया, और कहा कि जेएमएम, राजद और कांग्रेस जैसी पार्टियां सत्ता को अपने परिवार के हाथों में रखना चाहती हैं। उन्होंने कहा, “मेरे लिए देश के 140 करोड़ लोग मेरा परिवार हैं, जबकि उनके लिए उनका परिवार ही सब कुछ है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए गढ़वा और चाईबासा में रैलियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि झारखंड बीजेपी का संकल्प पत्र माताओं, बहनों और बेटियों के कल्याण के लिए समर्पित है, जिसमें “गोगो दीदी योजना” शामिल है, जिसके तहत माताओं और बहनों को हर महीने 2100 रुपये मिलेंगे।
मोदी ने बताया कि पहले उज्जवला योजना के तहत गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिए गए थे, और अब भाजपा सरकार झारखंड में 500 रुपये में गैस सिलेंडर उपलब्ध कराने का वादा कर रही है। उन्होंने आगामी दीपावली और रक्षाबंधन पर झारखंड की बहनों को दो मुफ्त सिलेंडर देने की योजना की भी जानकारी दी।
उन्होंने कांग्रेस और आरजेडी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन पार्टियों ने माताओं और बहनों के लिए कोई काम नहीं किया और केवल झूठे वादे किए। मोदी ने कहा, “भाजपा के पास नेक नीयत है, जबकि अन्य पार्टियों के वादे केवल दिखावे के हैं।”
अपने संबोधन में मोदी ने झारखंड में 16 लाख गरीबों के लिए पक्के घर बनाने का उल्लेख किया और कहा कि गढ़वा में एक लाख 15 हजार घर गरीब परिवारों को मिले हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे पहले प्रधानमंत्री हैं जो गढ़वा आए हैं।
मोदी ने आश्वासन दिया कि झारखंड के हर गरीब के पास पक्का घर होगा। उन्होंने युवाओं की बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि भाजपा सरकार बनने पर 3 लाख सरकारी पदों को पारदर्शी तरीके से भरा जाएगा। इसके अलावा, केंद्र सरकार ने माफिया के खिलाफ सख्त कानून भी बनाए हैं।
मोदी ने किसानों के लिए समर्थन मूल्य बढ़ाकर 3100 रुपये प्रति क्विंटल करने की घोषणा की और आदिवासी परिवारों के लिए वन उत्पादों की प्रोसेसिंग और स्टोरेज क्षमताओं को बढ़ाने का वादा किया।
प्रधानमंत्री ने हाल ही में झारखंड में अफवाह फैलाने के प्रयासों की भी आलोचना की और लोगों को जागरूक रहने की सलाह दी।
चुनाव के संदर्भ में, मोदी ने कहा कि इन रैलियों के माध्यम से भाजपा 23 सीटों पर जीतने की कोशिश कर रही है। 2019 में भाजपा ने इनमें से केवल 5 सीटें जीती थीं। पलामू प्रमंडल में जातिगत राजनीति का प्रभाव है, और यहां NDA और I.N.D.I.A गठबंधन के बीच कड़ी टक्कर की उम्मीद है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि भाजपा की स्थिति मजबूत है, लेकिन झामुमो का प्रभाव आदिवासी इलाकों में कायम है, जिससे चुनावी परिणाम पर असर पड़ सकता है।
कोल्हान में विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा गठबंधन के सामने सबसे बड़ी चुनौती खड़ी है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस क्षेत्र में चुनावी कमान संभाल ली है। चुनावी हलचल को देखते हुए यह स्पष्ट हो रहा है कि कोल्हान में सबसे तीखी लड़ाई होने वाली है, क्योंकि इस क्षेत्र का रुख तय करता है कि राज्य में किसकी सत्ता स्थापित होगी और किसकी जाएगी।
2019 के विधानसभा चुनावों का अनुभव इस बात का प्रमाण है कि कोल्हान में NDA का खाता न खुलने पर सरकार गिर गई थी। दोनों प्रमुख गठबंधनों को कोल्हान की राजनीतिक महत्ता का पूरा एहसास है।
चाईबासा में आयोजित होने वाली सभा के माध्यम से मोदी आदिवासी मतदाताओं के साथ-साथ कुर्मी और अन्य पिछड़ा वर्ग के वोटरों को भी आकर्षित करने का प्रयास करेंगे। कोल्हान की 14 विधानसभा सीटों पर लगभग 20 से 25 प्रतिशत मतदाता आदिवासी हैं, जबकि ईचागढ़, जुगसलाई और अन्य क्षेत्रों में कुर्मी वोटर्स की संख्या 15 से 18 प्रतिशत के करीब है, जो चुनाव परिणामों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
भाजपा ने कोल्हान क्षेत्र में चुनावी तैयारियों को मजबूत करने के लिए हर संभव प्रयास किया है। पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की बहु पूर्णिमा दास साहू को जमशेदपुर पूर्वी सीट और पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा को पोटका सीट से उम्मीदवार बनाया है। कोल्हान वह इकलौता क्षेत्र है, जहां भाजपा चार पूर्व मुख्यमंत्रियों के परिवार के सदस्यों को चुनावी मैदान में उतार रही है। इस रणनीति के माध्यम से भाजपा ने क्षेत्रीय राजनीति को साधने का प्रयास किया है, जिससे आपसी प्रतिस्पर्धा की संभावनाएं कम हो गई हैं।
2019 में कोल्हान क्षेत्र में बीजेपी का आजसू से गठबंधन तोड़ना पार्टी के लिए महंगा साबित हुआ था। उस समय भाजपा ने पांच सीटों पर जीत का अंतर अधिक होने के बावजूद वोट शेयर में पीछे रही। उस चुनाव में भाजपा ने 29% वोट हासिल किए, जबकि जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन को 42%, आजसू को 8%, और जेवीएम (पी) को 4% वोट मिले थे।