Ahmedabad : गुजरात के मोरबी पुल हादसे में मृतकों की संख्या सोमवार सुबह 141 पहुंच गई। इनमें 45 की उम्र 18 साल से कम है। बच्चे हैं। मृतकों में महिलाओं और बुजुर्गों की संख्या ज्यादा है। 170 लोग रेस्क्यू किए गए हैं। हादसा रविवार शाम 6.30 बजे तब हुआ, जब 765 फीट लंबा और महज 4.5 फीट चौड़ा केबल सस्पेंशन ब्रिज टूट गया। 143 साल पुराना पुल ब्रिटिश शासन काल में बनाया गया था।
यह पुल पिछले 6 महीने से बंद था। कुछ दिन पहले ही इसकी मरम्मत की गई थी। हादसे से 5 दिन पहले 25 अक्टूबर को यह ब्रिज आम लोगों के लिए खोला गया। रविवार को यहां भीड़ क्षमता से ज्यादा हो गई। हादसे की भी यही वजह बताई जा रही है। हादसे का 30 सेकंड का वीडियो भी सामने आया है। इसमें 15 सेकेंड के बाद पुल टूट गया और लोग मच्छू नदी में समा गए।
मोरबी हादसे के बड़े अपडेट्स…
- पुलिस ने ठेकेदार के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है।
- पुलिस ने मामले में पुल रिपेयरिंग करने वाली कंपनी के 9 लोगों को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया।
- फॉरेंसिक सूत्र के अनुसार, ब्रिज का पुराना केबल भारी दबाब के कारण टूटा।
- PM मोदी मंगलवार दोपहर बाद मोरबी जाएंगे।
- मोरबी हादसे में मारे गए लोगों का पोस्टमॉर्टम नहीं किया जाएगा। ये फैसला गुजरात सरकार ने लिया है।
- राजकोट के भाजपा सांसद मोहनभाई कुंडारिया के परिवार के 12 लोग हादसे में मारे गए।
- हेल्पलाइन नंबर 02822243300) जारी। मोरबी और राजकोट हॉस्पिटल में इमरजेंसी वार्ड बना।