कोटा :- भारतीय फुटबॉलर पद्मश्री बाइचंग भूटिया ने आज कोटा में एलन कोचिंग द्वारा आयोजित टैलेंटेक्स परीक्षा का पुरस्कार वितरण समारोह शिरकत की। उन्होंने कक्षा 5 से 10वीं तक टॉपर्स स्टूडेंट्स को पुरस्कार दिए साथ ही स्टूडेंट्स को मोटिवेट किया। भूटिया ने प्रेसवार्ता में भारत में स्पोर्ट्स की स्थिति को लेकर खुलकर बातचीत की।
बाइचंग भूटिया ने कहा कि गांव में खासकर स्टेट व लेवल पर बच्चों के साथ कंपटीशन रखना बहुत जरूरी है, क्योंकि जितने भी प्लेयर इंडिया के लिए खेलने आते हैं। वह सब स्टेट से आते हैं। जब हम लोग स्टेट, डिस्ट्रिक्ट लेवल पर फुटबॉल को प्रमोटर व बच्चों को ट्रेनिंग नहीं देंगे। तब तक टैलेंट निकलना बहुत मुश्किल रहता है। मुझे लगता है खासकर बच्चों के लिए फोकस स्टेट व डिस्ट्रिक लेवल पर होना जरूरी है। ताकि भविष्य के लिए प्लेयर तैयार हो सके।
खेलों में राजनीतिक दखल अंदाजी को लेकर उन्होंने कहा- खेलों में राजनीति, अभी से नहीं बहुत पहले से चल रहा है। दुख की बात है कि भारत में ज्यादातर जगह पर बहुत सारे स्पोर्ट्स में स्टेट व डिस्ट्रिक्ट लेवल व फेडरेशन लेवल पर खुद के फायदे के लिए लोग कुर्सियों पर बैठे हैं। स्पोर्ट्स की तरफ ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। यह बदलाव लाना बहुत जरूरी है।स्पोर्ट्स कोई भी हो, जो भी स्टेट व डिस्ट्रिक लेवल पर पद पर बैठे है,उन्हें इंटरेस्ट, हार्ड वर्क से काम करना चाहिए, ताकि उस जगह के बच्चे को अच्छा प्लेटफार्म,अच्छी ट्रेनिंग मिल सके। भारत में ये सबसे बड़ा चैलेंज है। पॉलिटिशन, ब्यूरोक्रेट्स, स्पोर्ट्सपर्सन को आईडिया, नॉलेज के साथ काम करना चाहिए जो स्पोर्ट्स को बढ़ा सकता है।
उन्होंने कहा कि कोटा एजुकेशन हब है। कोचिंग स्टूडेंटस का पढ़ाई के साथ-साथ एक्सरसाइज पर भी ध्यान करना जरूरी है। जिससे शरीर स्वस्थ व फिट रहता है। शरीर स्वस्थ व फिट रहने से दिमाग भी अच्छा रहता है। भारत में खेलों को बढ़ावा देने के लिए एक कल्चर डेवलप करना जरूरी है।भारत में अभी टीवी कल्चर ज्यादा है। उसे सोफे से निकालकर ग्राउंड पर ले जाना जरूरी है। माता-पिता भी बच्चों को खेलों की तरफ जाने के लिए प्रोत्साहित करें।