आरपीएससी के अध्यक्ष और सदस्यों की चयन प्रक्रिया में बदलाव की जरूरत,भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलना पार्टी विरोधी गतिविधि नहीं:पायलट

Ajmer Rajasthan

अजमेर:-पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की भ्रष्टाचार  के विरोध में और  युवाओं की बात सुनने को लेकर जनसंघर्ष पद यात्रा के दूसरे दिन शुक्रवार को किशनगढ़ टोल से चलकर बिरला स्कूल के पास बांदर सिंदरी पर 11 किलोमीटर की यात्रा पूरी हो गई।  यहां पद यात्रियों के लिए दोपहर की भोजन की व्यवस्था की गई है और कुछ आराम भी करेंगे। इसके बाद शाम 4 बजे से  पदयात्रा शुरू होगी। 

सचिन पायलट ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामला उठाना पार्टी विरोधी गतिविधियों में कैसे आता है।उन्होंने कहा कि 25 सितंबर को पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के स्पष्ट निर्देश के बावजूद भी दोनों पर्यवेक्षकओं के सामने जो कुछ घटित हुआ उनके दोषियों के खिलाफ आज तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई। उन्होंने कहा कि विधायकों की बैठक तो मुख्यमंत्री के सरकारी निवास पर ही हो रही थी आखिर वह क्यों नहीं हुई और विधायकों ने बाद में इस्तीफे दे दिए। आखिरी  विधायकों ने इस्तीफे किसके कहने से दिए गए वोट में यह स्पष्ट हो गया कि विधायकों ने इस्तीफे दिए थे वो खुद की मर्जी से नहीं दिए। उन्होंने कहा कि उस समय सरकार संकट में नहीं आई थी क्या ऐसे में अनुशासनहीनता का मामला कब कैसे बनता है यह तो सब बता सकते हैं।

पायलट ने कहा कि हम नेतृत्व परिवर्तन के लिए दिल्ली गए थे हमने किसी ने भी इस्तीफा नहीं दिया था ।इसके बाद अब ने सोनिया गांधी के समक्ष अपनी बात रखी थी और जो समझौता हुआ अभी तक लागू नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि मैं सामूहिक रूप से अपने साथियों की मांग रख रहा हूं व्यक्तिगत रूप से कोई मांग नहीं है।

सचिन पायलट ने 11 जून को पार्टी छोड़ देने की बात पर कहा कि जो लोग अफवाह फैला रहे हैं वह गलत है उन्होंने कहा कि मैंने पार्टी की सेवा की है और मेरे परिवार ने भी पार्टी में रहकर अपनी बात रखी है हम पार्टी छोड़ना नहीं चाहते जबरदस्ती अफवाह फैलाई जा रही है । उन्होंने कहा कि मैं चोरी-छिपे कुछ नहीं कहता जो कुछ कहता हूं सबके सामने कहता हूं और करता भी वही हूं ।

पायलट ने कहा कि युवाओं की बात सुननी पड़ेगी और आरपीएससी में अध्यक्ष और सदस्यों की  चयन प्रक्रिया को पूरी तरह से बदलना होगा। इसमें पारदर्शी तरीके से अच्छे लोगों की नियुक्ति हो इस तरह के नियम बनाने पड़ेंगे नहीं तो जिस प्रकार से पेपर लीक में आरपीएससी का सदस्य बाबूलाल कटारा पाया गया और सरकार की बदनामी हुई।जिस प्रकार का चयन होता है उसकी प्रक्रिया को बदलना होगा अच्छे लोगों की नियुक्ति होनी चाहिए इसके लिए जो कुछ करना होगा किया जाना चाहिए ।

उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत किस प्रकार से गलत बयानबाजी करते हैं और अमर्यादित भाषा का उपयोग  करते हैं यह सबको पता है। उन्होंने कहा कि मैंने कभी भी मर्यादा का उल्लंघन नहीं किया नहीं किसी को गलत नहीं कहा। उन्होंने कहा कि मैंने वसुंधरा राजे जब सीएम थी उनका जमकर विरोध किया और उनके घोटालों को उजागर करने में कमी नहीं छोड़ी। उन्होंने कहा कि सीएम गहलोत कुछ भी कहे लेकिन सब जानते हैं कि उनके अंदर क्या कुछ भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि अब तक सरकार रिपीट कराने में हम सक्षम नहीं हो पाए लेकिन मैंने सरकार को रिपीट करने के लिए हाईकमान के समक्ष सभी सुझाव रखे हुए हैं  उन्हें माना नहीं जा रहा है। ऐसा नहीं करने से पार्टी में जिस तरह की स्थिति बन रही है वह ठीक नहीं दी जा सकती ।