हमास के खिलाफ जंग के चौथे दिन इजराइल के PM बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन किया। इस दौरान उन्होंने PM मोदी को जंग के बारे में पूरी जानकारी दी। इसके बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा- भारत के लोग इस मुश्किल घड़ी में इजराइल के साथ हैं। हम हर तरह के आतंकवाद के खिलाफ हैं।
इजराइल में 1973 के बाद पहली बार यूनिटी गवर्नमेंट बनेगी। इसके लिए सत्ताधारी लिकुड पार्टी के गठबंधन ने हामी भर दी है। यानी इजराइल में ऐसी सरकार बनेगी, जिसमें सभी पार्टियां शामिल होंगी। यूनिटी गवर्नमेंट या वॉर कैबिनेट जंग के वक्त बनती है।
दूसरी तरफ हमास के हमलों में थाईलैंड के अब तक 18 नागरिकों की मौत हो चुकी है। कई लोग लापता हैं। रात भर इजराइल ने गाजा पर हमले किए। हमास ने इजराइल बॉर्डर के पास अश्कलों शहर को रात साढे 8 बजे तक खाली करने की चेतावनी दी है। वहीं, हमास के हमले में किबुत्ज शहर की 10% लोग मारे गए हैं। इससे पहले हमास ने धमकी दी थी कि वो इजराइल से पकड़े गए करीब 150 बंधकों की हत्या कर देगा।
गाजा बॉर्डर पर इजराइल का कब्जा
इससे पहले इजराइल की सेना ने घोषणा की- हमने गाजा के बॉर्डर पर कब्जा कर उसे पूरी तरह से सील कर दिया है। सेना ने रातभर गाजा में 200 जगहों पर स्ट्राइक की। अब तक हमास के 1500 लड़ाके मारे जा चुके हैं। वहीं, जंग में इजराइल के 123 सैनिकों की मौत हो चुकी है।
नेतन्याहू बोले- हम पर जंग थोपी गई, अब इसे हम ही खत्म करेंगे
जंग के बीच नेतन्याहू ने कहा कि हमास ने हम पर हमले कर बड़ी गलती की है। हम इसकी ऐसी कीमत वसूलेंगे, जिसे हमास और इजराइल के बाकी दुश्मनों की पीढ़ियां दशकों तक याद रखेंगी।
PM नेतन्याहू ने कहा- हम युद्ध नहीं चाहते थे। हम पर बहुत क्रूर तरीके से यह थोपा गया। हमने भले ही युद्ध शुरू नहीं किया, लेकिन इसका अंत हम ही करेंगे। इजराइल सिर्फ अपने लोगों के लिए नहीं बल्कि बर्बरता के खिलाफ खड़े हर देश के लिए लड़ रहा है।
7 अक्टूबर से शुरू हुई इस जंग में अब तक कुल 1,665 लोगों की मौत हो चुकी है। इजराइल में 900 लोग मारे गए हैं, जबकि 2300 लोग घायल हैं। वहीं गाजा पट्टी में 140 बच्चों, 120 महिलाओं समेत 765 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। 3,726 लोग घायल भी हुए हैं। इसके अलावा इजराइल की सेना ने अपने क्षेत्र में हमास के 1500 लड़ाकों को भी मार गिराया है।
इजराइल ने अब तक गाजा में 1707 जगहों पर किए हमले
टाइम्स ऑफ इजराइल ने हिब्रू मीडिया के हवाले से बताया कि इजराइल शनिवार को जंग की शुरुआत से लेकर अब तक गाजा में 1,707 टारगेट्स पर हमला कर चुका है। इस दौरान करीब 475 रॉकेट सेंटर्स, 23 स्ट्रैटजिक साइट्स और 22 अंडरग्राउंड ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इजराइली सुरक्षा बलों ने सोमवार देर रात पुष्टि की कि लेबनानी सीमा पर संघर्ष के दौरान एक डिप्टी सेना कमांडर की मौत हो गई है।
दिल्ली में इजराइली दूतावास के बाहर सुरक्षा बढ़ाई गई
इजराइल-हमास जंग को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने इजराइली दूतावास और चाबड हाउस के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, कतर ने हमास के अधिकारियों से जंग में कैद किए गए लोगों के बारे में बात की। उन्होंने इजराइली महिला और बच्चों की रिहाई के बदले 36 फिलिस्तीनी महिलाओं और बच्चों को स्वैप करने पर चर्चा की।
दूसरी तरफ मिस्र भी लगातार दोनों पक्षों से जंग रोकने के लिए बातचीत कर रहा है। उसने हमास से बंधकों को प्रताड़ित नहीं करने को कहा है। इजराइल के पूर्व प्रधानमंत्री येर लैपिड ने कहा- जंग की स्थिति में विरोधी पार्टी को राजनीति से कोई मतलब नहीं है। हम आर्मी और सरकार को पूरा सपोर्ट करते हैं।
जंग से जुड़े अहम अपेडट्स…
- अमेरिका में सोमवार रात इजराइल के समर्थन में व्हाइट हाउस को नीले और सफेद की लाइट से उजागर किया गया।
- पेरिस का एफिल टावर भी इजराइल के झंडे के रंग (नीला और सफेद) में रंगा दिखा।
- अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन इजराइल-हमास की जंग के मुद्दे पर दोपहर 1 बजे (अमेरिकी समय के मुताबिक) संबोधित करेंगे।
- अमेरिका ने कहा – फिलहाल ऐसा कोई पुख्ता सबूत नहीं है जो बता पाए कि इजराइल पर हमास के हमले के पीछे ईरान का हाथ हो।
- अर्जेंटीना के विदेश मंत्रालय ने कहा कि जंग में उनके करीब 7 नागरिकों की मौत हो गई है।
इजराइल ने दिया पूरी गाजा पट्टी पर कब्जे का आदेश
9 अक्टूबर को इजराइल सरकार ने अपनी सेना को पूरी गाजा पट्टी पर कब्जे के आदेश दिए थे। इजराइल ने 1 लाख सैनिकों को गाजा बॉर्डर पर तैनात किया। साथ ही 3 लाख सैनिकों को तैयार रहने के लिए कहा गया। इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने अधिकारियों को गाजा पट्टी में खाना, पानी, बिजली और फ्यूल की सप्लाई बंद करने के भी आदेश दिए।
इजराइल में मरने वाले अमेरिकी नागरिकों की संख्या 11 पहुंच गई है। वहीं ब्रिटेन के 10 नागरिकों की मौत हुई है। इससे पहले फ्रांस, जर्मनी और यूक्रेन ने भी हमास के अटैक में अपने नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि की थी। हालांकि सेना ने बॉर्डर के इजराइली इलाकों को हमास के लड़ाकों से छुड़ा लिया है।
हालांकि फिलिस्तीन की तरफ से अभी भी लड़ाके इजराइल में घुस रहे हैं। दूसरी तरफ, हमास ने दावा किया कि इजराइल की तरफ से किए गए हमलों में 4 इजराइलियों की भी मौत हुई है। ये हमास की कैद में थे।
हिजबुल्लाह की अमेरिका को धमकी
लेबनान के संगठन हिजबुल्लाह ने अमेरिका को धमकी दी। उसने कहा- अमेरिका ने अगर सीधे तौर पर जंग में दखल दिया तो वो मिडिल ईस्ट में अमेरिकी ठिकानों पर हमला कर देगा। फिलिस्तीन यूक्रेन नहीं है।
हमास ने दावा किया है कि उसने 150 लोगों को अगवा किया है। इन्हें गाजा पट्टी में सुरंगों में रखा है। वह इन बंधकों का इस्तेमाल मानव ढाल के रूप में करेगा, ताकि इजराइल हमला करे तो उसके ही लोग मारे जाएं। इजराइल की डिफेंस फोर्स ने बताया है कि बंधकों में महिलाएं, बच्चे और परिवार शामिल हैं।
इधर, अमेरिका ने इजराइल को मिलिट्री सपोर्ट देने की बात कही है। US डिफेंस सेक्रेटरी लॉयड ऑस्टिन ने कहा- मदद के लिए हमारे जहाज और लड़ाकू विमान इजराइल की तरफ बढ़ रहे हैं। हमने USS जेराल्ड आर फोर्ड एयरक्राफ्ट कैरियर को अलर्ट कर दिया है।
इजराइल के कर्नल रिचर्ड ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि हमास के लड़ाके अब भी इजराइल में घुस रहे हैं। ट्रैक्टर से घुस रहे एक लड़ाके को इजराइली सैनिकों ने मार गिराया।
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल में 7 से 8 लोकेशन्स पर लड़ाई जारी है। इसमें उसके 73 सैनिकों की मौत हुई है। जहां-जहां से हमास के लड़ाकों को बाहर निकाला जा रहा है वहां, इजराइलियों के शव मिल रहे हैं।
हमले से पहले मिस्र ने इजराइल को चेताया था
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक, मिस्र का कहना है कि उसने ‘जंग’ के सिलसिले में इजराइल को वॉर्निंग दी थी। मिस्र के इंटेलिजेंस अफसर ने कहा- हमने इजराइल को ‘कुछ बड़ा’ होने की चेतावनी दी थी, लेकिन इजराइल ने इस पर ध्यान नहीं दिया। मिस्र अक्सर इजराइल और हमास के बीच मध्यस्थता करवाता है।
दरअसल, पहले मिस्र उन अरब देशों में शामिल था, जो इजराइल को अपना दुश्मन मानते थे। मिस्र ने इजराइल के खिलाफ कई जंग भी लड़ी है। हालांकि 1973 की अरब-इजराइल जंग के 7 साल बाद ही मिस्र ने इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दी थी। तब से इसे इजराइल और फिलिस्तीन के बीच मध्यस्थता कराने वाले देश के तौर पर देखा जाता है।
इजराइल में 18 हजार भारतीय, सभी सुरक्षित
तेल अवीव स्थित भारतीय दूतावास के मुताबिक, इजराइल में 18,000 भारतीय रह रहे हैं। फिलहाल सभी सुरक्षित हैं। इजराइल पहुंचे भारतीय पर्यटकों ने दूतावास से सुरक्षित निकाले जाने की अपील की है।
दूसरी तरफ, नेपाल के विदेश मंत्री ने कहा है कि उनके देश के 11 स्टूडेंट मारे गए हैं, जबकि 4 स्टूडेंट घायल हैं। नेपाल के विदेश मंत्री के मुताबिक, उनके 17 छात्र किबुत्ज इलाके में थे। जहां हमास ने फायरिंग की।
दरअसल, हमास ने इजराइल में मौजूद दूसरे देशों के नागरिकों को भी कब्जे में लेना शुरू कर दिया है। वहां थाइलैंड के 2 नागरिकों की मौत हो गई है। थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने बताया है कि उनके 11 नागरिक हमास के कब्जे में है।
‘अल-अक्सा फ्लड’ के खिलाफ इजराइल का ऑपरेशन ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन ‘
हमास ने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया है। वहीं इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया है।
हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने शनिवार को कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच क्यों है विवाद
मिडिल ईस्ट के इस इलाके में यह संघर्ष कम से कम 100 साल से चला आ रहा है। यहां वेस्ट बैंक, गाजा पट्टी और गोलन हाइट्स जैसे इलाकों पर विवाद है। फिलिस्तीन इन इलाकों समेत पूर्वी यरुशलम पर दावा जताता है। वहीं, इजराइल यरुशलम से अपना दावा छोड़ने को राजी नहीं है।
गाजा पट्टी इजराइल और मिस्र के बीच में है। यहां फिलहाल हमास का कब्जा है। ये इजराइल विरोधी समूह है। सितंबर 2005 में इजराइल ने गाजा पट्टी से अपनी सेना वापस बुला ली थी। 2007 में इजराइल ने इस इलाके पर कई प्रतिबंध लगा दिए। फिलिस्तीन का कहना है कि वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी में स्वतंत्र फिलिस्तीन राष्ट्र की स्थापना हो।
हमास में करीब 27 हजार लोग हैं
- ‘टाइम्स ऑफ इजराइल’ के मुताबिक, हमास में करीब 27 हजार लोग हैं। इन्हें 6 रीजनल ब्रिगेड में बांटा गया है। इसकी 25 बटालियन और 106 कंपनियां हैं। इनके कमांडर बदलते रहते हैं।
- हमास में 4 विंग हैं। मिलिट्री विंग के चीफ हैं- इज अद-दीन अल कासिम। पॉलिटिकल विंग की कमान इस्माइल हानिया के हाथों में हैं। इस विंग में नंबर दो पर हैं मूसा अबु मरजूक। एक और नेता हैं खालिद मशाल। इंटरनेशनल अफेयर्स के लिए यह मुस्लिम ब्रदरहुड पर निर्भर है। एक सोशल विंग भी है।
- हमास का मकसद है- इजराइल के उन हिस्सों पर कब्जा करना, जहां ज्यादातर फिलिस्तीनी हैं। एक स्वतंत्र देश के रूप में खुद को स्थापित करना।
- कई साल बाद अब हमास इजराइल को परेशान कर पाया है। इसके सदस्य आम लोगों की भीड़ में शामिल होकर इजराइली सैनिकों पर हमले करते हैं। इजराइल की ताकत के चलते अब ज्यादा मदद नहीं मिल पा रही। हर बार झड़प में हमास को ही नुकसान हुआ।