नई दिल्ली/पटना:-दिल्ली में शुक्रवार को जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में सक्रियता को देखते हुए मैंने ये फैसला लिया है।
ललन ने ही नीतीश कुमार को जनता दल यूनाइटेड (जदयू) का नया अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव रखा, जो सर्वसम्मति से मंजूर हो गया। राष्ट्रीय परिषद की बैठक में इसकी औपचारिक घोषणा कर दी गई है। नीतीश दूसरी बार पार्टी के अध्यक्ष बने हैं।
यह जानकारी जेडीयू के राष्ट्रीय महासचिव दसई चौधरी ने दी। उन्होंने बताया- पार्टी के सभी नेताओं की राय थी कि प्रमुख चेहरा होने के नाते 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले नीतीश को संगठन की कमान संभालनी चाहिए।
इसके बाद नीतीश ने कहा कि आप लोगों का आग्रह है तो मैं इसके लिए तैयार हूं। ललन सिंह ने कहा- मैं बहुत समय तक पार्टी अध्यक्ष रह चुका हूं। मुझे चुनाव लड़ना है, पार्टी में दूसरे काम भी करने हैं।
बता दें कि 21 जुलाई 2021 को ललन सिंह को जदयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया गया था। राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल 2 साल का होता है। ललन सिंह अपना कार्यकाल पूरा कर चुके हैं।
राष्ट्रीय परिषद की बैठक में 4 प्रस्तावों पर मुहर
जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक साढ़े 3 बजे शुरू हुई। इसमें 4 प्रस्तावों पर मुहर लगी। पहला-ललन सिंह आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाए गए। दूसरा-सभी राजनीतिक मुद्दों पर निर्णय लेने के लिए सीएम और राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को अधिकृत कर दिया गया। तीसरा-149 सांसदों के निलंबन पर निंदा प्रस्ताव लाया गया और इसे गलत बताया गया। चौथा- महंगाई और बेरोजगारी पर आर्थिक प्रस्ताव में मोदी सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया गया।
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले शुक्रवार को जनता दल यूनाइटेड (JDU) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में सुबह साढ़े 11 बजे से शुरू हुई और डेढ़ घंटे से भी कम समय में खत्म हो गई। हालांकि इसके लिए 3 बजे तक का समय रखा गया था।
मीटिंग से पहले कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के बाहर पोस्टर लगाए गए। इनमें लिखा है, ‘गठबंधन को अगर जीत चाहिए तो चेहरा नीतीश कुमार चाहिए।
इससे पहले गुरुवार को सीएम नीतीश ने पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय में सभी राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी।
कब-कब हुई राष्ट्रीय परिषद की बैठक
- जेडीयू की पहली राष्ट्रीय परिषद की बैठक 2003 में हुई थी। जब जॉर्ज फर्नांडिस और नीतीश कुमार की समता पार्टी और शरद यादव की लोक शक्ति पार्टी का विलय हुआ था। दोनों पार्टी को मिलाकर जनता दल यूनाइटेड का गठन हुआ था। शरद यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया था।
- 2021 में, जब नीतीश कुमार ने पहली बार अपनी जगह आरसीपी सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया था।
- 2022 में ललन सिंह को औपचारिक रूप से राष्ट्रीय अध्यक्ष (दूसरी बार) बनाया गया था।
- इससे पहले जुलाई 2021 में केंद्रीय मंत्री बनने पर आरसीपी सिंह ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। तब उनके बाकी के कार्यकाल के लिए ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष (पहली बार) बनाया गया था।
तेजस्वी का विदेश दौरा रद्द
बिहार में सियासी हलचल के बीच तेजस्वी यादव ने अपना विदेश दौरा रद्द कर दिया है। तेजस्वी यादव 6 से 18 जनवरी 2024 तक ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जाने वाले थे। 23 दिसंबर को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने इसकी अनुमति दे दी थी। वहीं ईडी ने तेजस्वी यादव को 5 जनवरी को समन भेजा है।
तेजस्वी यादव ईडी के सामने इस बार भी पेश होंगे कि नहीं, इस पर संशय है। इसके पहले भी ईडी ने 22 दिसंबर को तेजस्वी यादव को समन भेजा था, लेकिन वे ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे। लैंड फॉर जॉब मामले में लालू प्रसाद भी ईडी के सामने पेश नहीं हुए हैं।
पटना पार्टी ऑफिस में जश्न
नीतीश कुमार के पार्टी अध्यक्ष बनने की खुशी पटना में जेडीयू ऑफिस में मनाई गई। ऑफिस के बाहर नेताओं ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर बधाई दी। पार्टी नेताओं ने नीतीश कुमार को जन-जन का नेता बताते हुए मिठाइयां बांटी।
ये जेडीयू का अंदरूनी मामला: बीजेपी
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के इस्तीफे पर बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि यह जनता दल यूनाइटेड का अपना मामला है, वहां की लड़ाई है। भारतीय जनता पार्टी को उससे कोई लेना-देना नहीं है। हम आज भी तैयार हैं कि जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय जनता दल मिलकर चुनाव लड़े हम दोनों को हराने का काम करेंगे।