कश्मीर में किसी की कंकड़ उठाने की हिम्मत नहीं:अमित शाह बोले-पहले लोग कहते थे 370 को हाथ लगाया तो खून की नदियां बहेंगी

Front-Page National Politics

हैदराबाद:-केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हैदराबाद में कहा कि पहले लोग कहते थे कि धारा 370 को हाथ लगाओगे तो खून की नदियां बह जाएंगी, नदियां तो छोडिए अब किसी की कंकड़ उठाने की भी हिम्मत नहीं है। राम मंदिर को लेकर 550 सालों तक लाखों लोगों ने आंदोलन किया। मोदी जी ने वहां राम मंदिर बनाने के लिए भूमि पूजन कर दिया। अगले साल भक्त मंदिर में दर्शन कर सकेंगे।

अमित शाह ने कहा कि मेरी KCR से विनती है कि अपने दोनों घोषणापत्रों को सार्वजनिक मंच पर एक बार पड़ लें। अगर हिम्मत है तो। केसीआर न अस्पतालों में भर्ती की, न यूनिवर्सिटी में। नौकरी देने के वादे में KCR सरकार फेल हो गई है, उन्हें जनता से वोट मांगने का अधिकार नहीं है। गृहमंत्री ने 10 अक्टूबर को तेलंगाना के हैदराबाद में बुद्धिजीवियों को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं।

अमित शाह के स्पीच की बड़ी बातें

  • आने वाले दिनों में तेलंगाना की जनता को तय करना है कि तेलंगाना का शासन किस पार्टी के हाथ में रहेगा। तीन ऑप्शन है, बीजेपी, कांग्रेस और तीसरी केसीआर की पार्टी। 2013 में देश में कांग्रेस की सरकार थी, तब देश में सारी परिवारवादी पार्टियों का जमघट था। देश की सुरक्षा को कोई ठौर-ठिकाना नहीं था। राजधानी दिल्ली में भी महिलाएं सुरक्षा नहीं थीं। आए दिन पाकिस्तान के आतंकवादी देश में घुसकर सैनिकों के सिर काटकर ले जाते थे और पीएम मौनी बाबा मनमोहन सिंह कुछ बोल नहीं पाते थे।
  • हाल ही में चंद्रयान 3 का सफल लैंडिंग हुई। 1996 में जब कपिल देव के नेतृत्व में देश वर्ल्ड कप जीता था, तब ऐसा माहौल बना था। मैं एक मंदिर में गया था, वहां एक महिला सालों से भीख मांगती है, मैंने सोचा उसे कुछ दे दूं। लेकिन उसने कुछ भी लेने से मना कर दिया। महिला ने कहा कि आज चंद्रयान चांद पर पहुंच गया। मैं आज भिक्षा नहीं लूंगा।
  • एयरस्ट्राइक जैसी चीजें पहले अमेरिका जैसे देशों के लिए रिजर्ब माना जाता था, लेकिन मोदी जी के नेतृत्व में देश दुश्मन के हर कदम का जवाब दे रहा है। मोदी जी ने परिवार की राजनीति को खत्म कर दिया है। अब लोग मोदी के खिलाफ एक साथ हो गए हैं। ये सभी परिवारवादी पार्टियां हैं। हम अपनी अगली पीढ़ी के लिए राजनीति में नहीं है, हम देश की सेवा के लिए राजनीति में हैं।
  • तेलंगाना के लिए निजाम के शासन से मुक्ति से बड़ी कोई बात नहीं हो सका। आप यहां बीजेपी की सरकार बना दो, उसके बाद 17 सितंबर को हर राज्य, हर जिले, हर गांव में हैदराबाद विमोचन दिवस मनाया जाएगा। मैं भाग्यलक्ष्मी माता के दर्शन करने गया था, उन्होंने कहा इससे अटमॉसपियर बिगड़ रहा है। वो लोग परिवार के लिए काम करते हैं, हम तेलंगाना के लिए, भारत के लिए काम करते हैं।
  • केसीआर कहते हैं कि हम एनडीए में जाएंगे तो यह होगा, वह होगा। लेकिन आज मैं तेलंगाना की जनता से साफ कह रहा हूं कि हम केसीआर के साथ नहीं बैठ सकते। जो मजलिस के साथ बैठा हो हम उसके साथ कभी नहीं बैठ सकते। KCR को वोट दोगे तो भी मजलिस के पास जाएगा, कांग्रेस को वोट दोगे वो भी मजलिस के पास जाएगा।

अमित शाह ने दोपहर 3:30 बजे तेलंगाना के आदिलाबाद में जन गर्जना रैली को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि KCR की पार्टी का चुनाव चिन्ह एम्बेसडर गाड़ी है, लेकिन उनकी गाड़ी की स्टियरिंग ओवैसी के हाथ में है। क्या आप यहां मजलिस के इशारे पर चलने वाली सरकार चाहते हैं। या लोगों के हित के बारे में सोचने वाली भाजपा सरकार। KCR का सिर्फ एक ही लक्ष्य है, अपने बेटे KTR को मुख्यमंत्री बनाना। जबकि भाजपा का लक्ष्य है, हर युवा को रोजगार देना। अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं देना।

उन्होंने कहा कि कल चुनाव आयोग ने चुनाव आयोग की घोषणा की क्या आप तेलंगाना में फिर से KCR सरकार को लाना चाहते हो। आपकी आवाज बताती है कि 3 दिसंबर को यहां मोदी सरकार बन रही है।

अमित शाह ने आदिलाबाद की रैली में क्या कहा…

  • मैं छोटा था तब यहां आया था तो कोमाराम भीम का नाम सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते थे। उन्होंने आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। ये वही भूमि है जिसने आजादी के लिए दो लड़ाइयां लड़ीं। देश ने सिर्फ अंग्रेजों से आजादी की लड़ाई लड़ी, लेकिन तेलंगाना पहले अंग्रेजों के खिलाफ लड़ा और फिर निजामों से।
  • हाल ही में मोदी जी तेलंगाना यहां आए थे। उन्होंने तीन योजनाओं का उद्धाटन किया। पीएम मोदी यहां सेंट्रल आदिवासी यूनिवर्सिटी बनाना चाहते थे, लेकिन केसीआर इसे बनने नहीं दे रहे थे। अब मोदी सरकार 950 करोड़ की लागत से यह यूनिवर्सिटी बना रहे हैं।
  • KCR तेलंगाना में घोघला प्रचार करते हैं, वो कहते हैं मैंने राज्य को नंबर वन बना दिया। हां बिल्कुल बना दिया, रोजगार में… नहीं। घरों में पानी पहुंचाने में… नहीं। किसानों की आत्महत्या के मामलों में तेलंगाना नंबर वन बन गया है। महिलाओं और बच्चों से अपराध के मामले में तेलंगाना नंबर वन बन गया है।
  • KCR सिर्फ अपने परिवार के बारे में सोचते हैं। आदिलाबाद में हवाई पट्टी बननी थी, आदिवासी भाई-बहनों को दो बेडरूम के घर देने थे, लेकिन कुछ नहीं हुआ। उनके सारे वादे झूठे हैं, और उसके इरादे खराब हैं।
  • आप सभी ने 2014 और 2019 के चुनावों के दौरान पीएम मोदी जी पर बहुत प्यार बरसाया है। अब समय आ गया है कि तेलंगाना को डबल इंजन सरकार बने। मुझे यकीन है कि आप बीजेपी को जिताएंगे, पीएम मोदी को जिताएंगे। डबल इंजन सरकार का मतलब है ‘नीचे भी मोदी, ऊपर भी मोदी’। डबल इंजन सरकार का मतलब है विकास और विकास।

चुनाव की तारीख आने के बाद राज्य में शाह का पहला दौरा
राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के बाद अमित शाह का यह पहला तेलंगाना दौरा है। इससे पहले अमित शाह 27 अगस्त को तेलंगाना गए थे। उन्होंने खम्मम में आयोजित रायथु गोसा बीजेपी भरोसा रैली को संबोधित करते हुए कहा- कांग्रेस को पहले जवाहर लाल नेहरू, फिर उनकी बेटी इंदिरा गांधी, फिर उनके बेटे राजीव गांधी और अब राजीव के बेटे राहुल गांधी चला रहे हैं। इस बार ना 2G जीतेगी और ना ही 4G, क्योंकि अब बीजेपी के सत्ता में आने का वक्त हो गया है।

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने 9 अक्टूबर को तेलंगाना समेत पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया। तेलंगाना की 119 सीटों पर 30 नवंबर को वोटिंग होगी और रिजल्ट 3 दिसंबर को आएगा।

2018 में तेलंगाना विधानसभा चुनाव में BJP को मिली थी सिर्फ एक सीट
तेलंगाना में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में BJP को सिर्फ एक सीट मिली थी। मौजूदा मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की पार्टी TRS (2022 को पार्टी का नाम तेलंगाना राष्ट्र समिति से बदलकर भारत राष्ट्र समिति कर दिया गया) को सबसे ज्यादा 88 सीट मिली थीं। वहीं कांग्रेस के खाते में 19 सीटें आईं।

मौजूदा स्थिति की बात करें तो सत्ताधारी पार्टी के पास इस वक्त 119 विधानसभा सीटों में से 101 विधायक हैं। वहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के पास 7 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास पांच, भाजपा के पास तीन, AIFB के पास एक, एक नॉमिनेटेड और एक निर्दलीय विधायक है।