मुफ्ती को 15 नवंबर तक छोड़ना होगा फेयरव्यू रेसिडेंट
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती को 15 नवंबर तक सरकारी बंगला खाली करने का अंतिम नोटिस दिया गया है। ये नोटिस स्टेट संपदा विभाग की ओर से भेजा गया है। नोटिस में कहा गया है कि 15 अक्टूबर को महबूबा मुफ्ती ने नोटिस के जवाब में जो तर्क दिया था, वो पूरी तरह से बेसलेस है। विभाग के मुताबिक उनका जवाब संतोष जनक नहीं है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कि उन्हें ऑप्शनल बंगला दिया जा सकता है।
महबूबा मुफ्ती गुपकार रोड पर बने फेयरव्यू रेसिडेंस में 17 साल से रह रही हैं। उन्हें पहले भी इसे खाली करने का नोटिस जारी किया गया था, लेकिन उन्होंने अब तक आवास खाली नहीं किया है। फेयरव्यू महबूबा मुफ्ती और उनके पिता मुफ्ती मुहम्मद सईद का सरकारी आवास था, जब वे मुख्यमंत्री थे।
कई बार मिल चुका है नोटिस
ये पहली बार नहीं है, जब उन्हें सरकारी बंगला खाली करने के लिए नोटिस जारी किया गया हो। इससे पहले 21 अक्टूबर को भी नोटिस भेजा गया था, जिसके बाद महबूबा ने कहा था कि कई बार ऐसे नोटिस मिल चुके है, ये कोई हैरानी की बात नहीं है।
नोटिस की बात सामने आने के बाद महबूबा ने कहा था- मेरे पास ऐसी जगह नहीं है जहां मैं रह सकूं। इसलिए मुझे निर्णय लेने से पहले अपनी कानूनी टीम से सलाह लेनी पड़ेगी। उन्होंने यह भी कहा कि नोटिस में लिखा गया है कि बंगला जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के लिए है, लेकिन ऐसा नहीं है, क्योंकि उनके पिता को CM पद से हटने के बाद यह बंगला दिया गया था।
2005 से इसी बंगले में रह रहीं महबूबा
महबूबा ने कहा कि यह बंगला उनके पिता मुफ्ती मुहम्मद सईद को दिसंबर 2005 में दिया गया था, जब वे मुख्यमंत्री थे। गुपकार रोड पर बने आलीशान फेयरव्यू रेजिडेंट के आस-पास अधिकांश हाई प्रोफाइल राजनेता, नौकरशाह और पुलिस और खुफिया अधिकारी रहते हैं। इसी बंगले में महबूबा को कई बार नजरबंद किया जा चुका है।