जयपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले करणी विहार पुलिस ने NSUI राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़ और दर्जनभर छात्र नेताओं को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने उन्हें सुबह करीब 4 बजे उनके आवास से डिटेन किया। जाखड़ के घर के बाहर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
क्या है मामला?
NSUI का आरोप है कि यह कार्रवाई प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान संभावित विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए की गई। संगठन ने इसे लोकतांत्रिक अधिकारों और अभिव्यक्ति की आज़ादी का हनन बताया है।
प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़ ने कहा कि देश के युवाओं को रोजगार और स्थायी नौकरियों की ज़रूरत है, ना कि विरोध करने वालों को हिरासत में रखने की। NSUI ने इसे लोकतंत्र पर सीधा हमला करार दिया।
सरकार पर आरोप:
NSUI ने कहा कि यह कदम प्रधानमंत्री के कार्यक्रम ‘राइजिंग राजस्थान’ के दौरान जनता की वास्तविक समस्याओं को उठाने से रोकने के लिए उठाया गया है। संगठन ने इसे दमनकारी मानसिकता का परिणाम बताया।
लोकतंत्र और विरोध का अधिकार:
NSUI का कहना है कि विरोध करना संविधान के तहत उनका अधिकार है और इसे दबाने की हर कोशिश का विरोध किया जाएगा। संगठन ने युवाओं के रोजगार जैसे मुद्दों पर चर्चा की मांग की है।
यह घटना राजस्थान में राजनीतिक तापमान को बढ़ा रही है, और NSUI ने इसे लेकर विरोध तेज करने की चेतावनी दी है।