जयपुर : राजस्थान में OBC के 21 फीसदी आरक्षण में विसंगतियों को लेकर कांग्रेस विधायक और पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चौधरी अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ हजारों युवाओं के साथ धरने पर बैठ गए। बाड़मेर के बायतू से विधायक हरीश चौधरी के साथ बहरोड़ से निर्दलीय विधायक बलजीत यादव भी आंदोलन का हिस्सा बन गए। राजस्थान जाट महासभा प्रदेशाध्यक्ष और किसान नेता राजाराम मील के साथ शुक्रवार को हरीश चौधरी ने जयपुर के शहीद स्मारक पर सरकार के खिलाफ धरना-प्रदर्शन कर सरकार को चेतावनी दी है कि जब तक हमारा हक और अधिकार नहीं मिलेगा, यह संघर्ष जारी रहेगा। किसान नेता और जाट महासभा प्रदेशाध्यक्ष राजाराम मील ने कहा- प्रदेश में सालों से ओबीसी वर्ग के साथ ज्यादती हो रही है। आज एक दिन का धरना देकर सरकार को चेतावनी दी जा रही है। अगर जल्द ही ओबीसी आरक्षण की विसंगतियों को दूर नहीं किया गया, तो किसान आंदोलन की तरह शहीद स्मारक पर हजारों की संख्या में ओबीसी वर्ग धरना देगा। परमानेंट टैंट और लंगर लगा दिया जाएगा। जयपुर की सड़कें जाम हो जाएंगी।
जयपुर में OBC वर्ग के बड़े धरने-प्रदर्शन और कांग्रेस विधायक के धरने की सूचना पर गहलोत सरकार तुरंत एक्शन में आ गई। ओबीसी आरक्षण संघर्ष समिति को वार्ता के लिए CM ऑफिस बुलाया गया। जहां प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की मौजूदगी में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव कुलदीप रांका को ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान विधायक हरीश चौधरी, विधायक बलजीत यादव, किसान नेता राजाराम मील, सरकारी अफसरों में डीओपी के प्रिंसिपल सेक्रेटरी हेमंत गेरा और सीएमओ में कार्यरत IAS आरती डोगरा मौजूद रहे। राजाराम मील ने बताया कि सरकार ने 2018 के सर्कुलर में संशोधन के लिए 2 दिन का समय देने की बात कही।