कोटा:-लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल के समर्थन में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश कोटा दौरे पर आए हुए हैं. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए भाजपा और कोटा से चुनाव लड़ रहे ओम बिरला पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि ओम बिरला ने लोकसभा अध्यक्ष रहते हुए देश के एक तिहाई वोटर्स की आवाज को दबाने का काम किया है. ऐसे में कोटा से उन्हें जीता कर संसद नहीं पहुंचाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष होने के नाते उनकी जिम्मेदारी थी कि चुनकर आए सदस्यों के अधिकारों की रक्षा करें, अडानी और पीएम मोदी के खिलाफ बोलने वाले सांसदों को वो संसद से बाहर भेज दिया करते थे. यहां तक कि राहुल गांधी की सदस्यता भी उन्होंने रद्द कर दी थी, जबकि उनके हाथ में सर्टिफाइड कोर्ट का आर्डर नहीं आया था, लेकिन मोदी सरकार के दबाव में इन्होंने तुरंत ही एक्शन ले लिया. इस दौरान विधायक हरिमोहन शर्मा, यूनुस खान गैसावत, प्रदेश प्रवक्ता अनूप ठाकुर व जिला अध्यक्ष रविंद्र त्यागी सहित बड़ी संख्या में नेता मौजूद थे.
सूरत के मामले ने लोकतंत्र को शर्मसार किया : कांग्रेस प्रवक्ता मोहन प्रकाश ने कहा कि सूरत में लोकतंत्र को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. यह दिखाने की कोशिश की गई है कि आने वाले समय में इसी तरह से चुनाव देश में होंगे. इलेक्शन कमीशन ने भी सूरत से भाजपा के कैंडिडेट को विजय घोषित कर दिया, जबकि नोटा का प्रावधान भी इसमें था. सभी निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी अपना नाम वापस ले लिया.
सोने के बढ़े दाम से ही मंगलसूत्र हो गया महंगा : मोहन प्रकाश ने कहा कि हमारी सरकार थी, तब 36 हजार का 10 ग्राम सोना था, लेकिन अब बढ़कर 75 हजार ग्राम हो गया है. अब यह तो मोदी सरकारी बता सकती है. वह महिलाओं को मंगलसूत्र पहनाना चाहते हैं या उतारना चाहते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस पर आरोप लगाते हैं कि एक ही संप्रदाय के लिए कांग्रेस काम करती है, लेकिन मैं कहता हूं कि राजस्थान में चिरंजीवी योजना थी, इसमें हर तबके का व्यक्ति लाभार्थी बना है, जबकि नरेंद्र मोदी ने केवल अपने मित्रों का कर्ज माफ करने पर काम किया है.
उन्होंने कहा कि ये लोग एक तरफ केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी और ज्योति मिर्धा से संविधान को बदलने की बात करवाते हैं, दूसरी तरफ पीएम मोदी अमित शाह से लेकर पुरी बीजेपी इसे नकारने में जुटे हैं. प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह मैं नहीं कह सकता, वो कहां से चुनाव लड़ेंगी, लेकिन आने वाली सीईसी की बैठक के बाद क्लियर हो जाएगा, क्योंकि यह डिसीजन कांग्रेस के प्रेसिडेंट और सीईसी के मेंबर लेते हैं.
पंजाब में कांग्रेस जीते या आप इंडी गठबंधन को ही फायदा : जब उनसे पूछा गया कि इंडी गठबंधन पंजाब में आमने-सामने चुनाव लड़ रहा है, तो मोहन प्रकाश ने कहा कि यहां सहमति से ही चुनाव लड़ा जा रहा है. क्योंकि हम नहीं चाहते कि सत्ता विरोधी वोट दूसरी पार्टियों को मिले. ऐसे में पंजाब में चुनाव में आम आदमी पार्टी जीते या कांग्रेस इंडी गठबंधन ही जीतेगा. उन्होंने कहा कि राजस्थान में हुए पहले फेज के चुनाव में करीब 7 सीट कांग्रेस को मिलेगी. मोदी सरकार ने 400 पार का नारा दिया, लेकिन दिल्ली में ही लोगों ने कह दिया ‘जमुना पार’.